संसद में आज तक कुल 26 अविश्वास प्रस्ताव पेश हुए हैं। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कुल 15 बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा, जबकि लाल बहादुर शास्त्री और नरसिम्हा राव के खिलाफ तीन-तीन बार अविश्वास प्रस्ताव पेश हुए।
मोदी सरकार के खिलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा आज | इस चर्चा के लिए स्पीकर ने कांग्रेस को 38 मिनट, टीडीपी को 13 मिनट और बीजेपी को 3.5 घंटे का वक़्त दिया है |
सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाला मुख्य दल तेलुगु देशम पार्टी (TDP) कल लोकसभा में इस पर चर्चा की शुरुआत करेगा और अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए 13 मिनट का समय दिया है।
देश की संसद के इतिहास में आज बेहद अहम दिन है। आज संसद में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होगी। चर्चा कुल सात घंटे चलेगी इसलिए आज संसद में कोई प्रश्नकाल या लंच नहीं होगा। यानी आज संसद नॉनस्टॉप चलेगा। अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को तो कोई खतरा नहीं दिख रहा है लेकिन सवाल ये है कि इस अविश्वास प्रस्ताव में कौन किसके साथ खड़ा रहेगा।
गुलाम नबी आजाद के साथ अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने चर्चा की। इसमें सहमति बनी कि जब अविश्वास प्रस्ताव पर अन्य पार्टियां टीडीपी का समर्थन कर रही हैं तो उसे भी बदले में उनके द्वारा उल्लेखित मुद्दों को सदन में उठाना चाहिए।
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इसमें कोई शक नहीं है कि अविश्वास प्रस्ताव फेल हो जाएगा। वहीं दूसरी तरफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से विपक्ष की एकता का टेस्ट जरूर होगा।
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आपको बताते हैं कि राहुल गांधी के 15 मिनट वाले चैलेंज की शुरूआत कहां से हुई थी। राहुल ने कहा था कि सरकार उन्हें संसद में बोलने का मौका नहीं दे रही है जिसके जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि राहुल बिना कागज के 15 मिनट बोलकर दिखाएं। ये बात पीएम मोदी ने कर्नाटक के चामराजनगर क्षेत्र में की गई रैली में बोली थी।
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माना जा रहा है कि कांग्रेस-टीडीपी समेत 5 पार्टियों के इस अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार बड़ी ही आसानी से विश्वास पा लेगी। कम से कम पार्टियों के संख्या बल देखकर तो यही नजर आता है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार को लोकसभा में 314 सदस्यों का समर्थन मिलेगा।
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, कौन कहता है कि विपक्षी दलों के पास संख्याबल नहीं है।
Opposition parties to move no-confidence motion against Modi govt today
पिछले सप्ताह शुक्रवार और बीते सोमवार तथा मंगलवार को भी सदन में हंगामे के कारण अविश्वास प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाया जा सका था...
आज लोकसभा में पहली बार मोदी सरकार को अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता है।
So far, RJD, Congress and Left parties have lent their support to the no-confidence motion against the Modi govt. The ruling alliance, however, has the numbers.
We have not decided yet on no-confidence motion, says Shiv Sena leader Sanjay Raut.
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