संसद में मणिपुर के मामले पर घमासान मचा हुआ है। इस बीच विपक्षी दल अब सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। इस लेख में हम मौजूदा राजनीतिक हालात के साथ ही यह जानने की कोशिश करेंगे कि अविश्वास प्रस्ताव क्या होता है और यह कब और कैसे लाया जाता है।
मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष मोदी सरकार को घेर रहा है। इस बीच सूत्रों के हवाले से सामने आया है कि विपक्ष बुधवार (26 जुलाई) को मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा।
भाजपा द्वारा विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया। इस पर शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से बहस शुरू हुई। यह बहस देर रात तक 1 बजे तक चली।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नेशनल असेंबली में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बीच कैबिनेट का आपात सत्र बुलाया है। पाकिस्तान की एआरवाई न्यूज के मुताबिक इस अहम मीटिंग में महत्वपूर्ण फैसला लिया जा सकता है। पीएम हाउस में रात 9:00 बजे कैबिनेट का ये सत्र बुलाया गया है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने शनिवार को प्रधानमंत्री इमरान खान पर निशाना साधते हुए पद छोड़ने से पहले उनसे ‘‘कुछ स्पोर्ट्स मैन स्पिरिट (खेल की भावना) दिखाने’’ के लिए कहा।
पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सत्ता पक्ष और विपक्ष में जोरदार बहस के बीच इमरान खान के दो करीबी नेताओं ने अपने ट्विटर बायो में अपने पद के आगे पूर्व मंत्री लिख लिया है।
शनिवार को देर रात तक चले सियासी ड्रामे के बीच इमरान खान के खिलाफ नेशनल असेंबली में पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 174 वोट पड़े।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पाकिस्तान नेशनल असेंबली में अपने खिलाफ पेश होने वाले अविश्वास प्रस्ताव से कुछ घंटे पहले इमरान खान ने राष्ट्र के नाम संबोधन दिया। अपने संबोधन में इमरान खान ने कहा कि खुलेआम सांसदों की खरीद-फरोख्त हो रही है।
सुप्रीम कोर्ट से तगड़े झटके के बाद आज इमरान खान ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी। इस मीटिंग में इमरान खान ने साफ-साफ कहा कि चाहे जो हो जाए लेकिन वह शहबाज शरीफ को अचकन नहीं पहनने देंगे (शपथ नहीं लेने देंगे)।
पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने के नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी के विवादास्पद फैसले को बृहस्पतिवार को रद्द कर दिया।
पाकिस्तान में जारी सियासी और संवैधानिक संकट को लेकर आज पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने पाकिस्तान की असेंबली को दोबारा बहाल करने का फैसला सुनाया है।
पाकिस्तान के ऊपर से सियासी संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। इस बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा है कि इस साल अक्टूबर से पहले आम चुनाव संभव नहीं हैं।
प्रधानमंत्री अल सबाह के नेतृत्व वाली सरकार को इस सप्ताह के अंत में संसद में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना था।
पाकिस्तान में राजनीतिक और संवैधानिक संकट के बीच देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद यूसुफ ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
पाकिस्तान में रविवार का दिन सियासी हलचल से भरा हुआ है। पाक असेंबली भंग कर दी गई है। राष्ट्रपति ने आगामी चुनाव तक इमरान को केयरटेकर पीएम बना दिया है।
इमरान खान ने दावा किया कि उनके खिलाफ पैदा किया गया राजनीतिक संकट पाकिस्तान के लिए एक स्वतंत्र विदेश नीति बनाने की उनकी इच्छा का परिणाम है।
इमरान ने कहा कि यह एक ‘आधिकारिक पत्र’ था जिसे पाकिस्तान के राजदूत को भेजा गया था, जो बैठक के दौरान (नोट) टिप्पणी लिख रहे थे।
राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में इमरान ने कहा, जब मैंने 25 साल पहले सियासत शुरू की थी तब कहा था कि न मैं किसी के सामने झुकूंगा, न अपनी कौम को किसी के सामने झुकने दूंगा।
पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि इमरान खान सत्ता से जाए, और अवश्विास प्रस्ताव पेश करने वाले सरकार में आएं।
पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने गुरुवार को सूत्रों के हवाले से बताया कि इमरान खान ने कहा है कि अगर विपक्ष उनके सुझाव से सहमत नहीं है तो वह किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि एक "महत्वपूर्ण व्यक्तित्व" ने नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को इमरान खान का संदेश दिया है।
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