विश्वव्यापी कोरोना वायरस प्रकोप को लेकर लखनऊ में दारूल उलूम फिरंगी महल ने एक फतवा जारी कर कहा है कि कोरोनो वायरस का परीक्षण और उपचार सभी के लिए महत्वपूर्ण है और इस बीमारी को छिपाना अपराध है।
पुणे के लैब में किए गए गोवा के 48 संदिग्ध लोगों का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आया है। सभी का स्वैब पुणे लैब में भेजा गया था।
निजामुद्दीन मरकज़ की घटना के सामने आने के बाद से प्रशासन देश भर में ऐसे लोगों की तलाश में जुट गया है जो इस दौरान तबलीगी जमात में शामिल हुए थे।
अभी तक अस्पताल में लाए गए लोगों के बारे में यह जानकारी भी पूरी तरह से नहीं जुटा पाई गई है कि वो किस देश के रहने वाले हैं।
ऑडियो टेप में आज मौलाना ने डॉक्टरों की सलाह पर खुद को कॉरेंटीन में रखने की बात कही, साथ ही लोगों से भी सरकार की सलाह मानने को कहा।
निजामुद्दीन के मरकज़ को लेकर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक इस जमात में दुनिया के 67 देशों के 2041 लोगों ने हिस्सा लिया।
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में रेलवे के पृथक केंद्रों में रखे गए, तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े करीब 160 लोगों ने उनकी जांच कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनपर थूका भी।
महाराष्ट्र में बुधवार को आए कोरोना वायरस के 33 नए मामलों में छह दिन का एक शिशु, उसकी 26 वर्षीय मां और एक नर्स भी शामिल हैं। इसके साथ ही राज्य में इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़कर 335 हो गई है।
तबलीगी जमात से जुड़े लोगों से देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोनावायरस फैलने की खबरें आ रही हैं, जिससे जमात की गतिविधियां विवादों में है। इस बीच यह पता चला है कि सतर्क रेलवे अधिकारियों ने 21 मार्च को ही तबलीगी जमात के सदस्यों की सक्रियता के बारे में एक इनपुट प्रदान कर दिया था।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित तबलीगी मरकज में भाग लेने वाले सभी 280 विदेशी टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे।
पिछले महीने गुजरात के लगभग 1500 लोग राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन इलाके में थे जहां कोरोना वायरस महामारी के चलते फिलहाल कड़ा लॉकडाउन है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के मुख्यालय मरकज में एक धार्मिक आयोजन में शामिल लोगों के जमावड़े की घटना को लेकर केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का बयान सामने आया है।
निजामुद्दीन मरकज मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक एनएसए अजित डोभाल ने 28 तारीख की रात को निजामुद्दीन मरकज जाकर मौलाना साद से मुलाकात की और उन्हें बिल्डिंग खाली करने के लिए तैयार किया।
आरिफ मोहम्मद खान ने इंडिया टीवी से बताया कि तबलीगी जमात के लोग ऐसे भाषण देते हुए देखे गए हैं जिसमें लोगों को अपना उपचार दीनदार डॉक्टर से ही कराने की राय दी जा रही है, लेकिन साथ में यह बोलते हुए भी देखे गए हैं कि अगर डाक्टर मस्जिद में नहीं आने की सलाह
शनिवार 31 मार्च की रात 9 बजे से लेकर 1 अप्रैल को सुबह 9 बजे के बीच राज्य में कोरोना वायरस के 43 नए मामले सामने आए हैं।
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