मुकर्रम जाह को 1971 तक औपचारिक रूप से हैदराबाद का राजकुमार कहा जाता था जब तक कि सरकार ने उपाधियों को समाप्त नहीं कर दिया था।
Village where there is never evening: तेलंगाना के पेड्डापल्ली जिले में मौजूद कोडूरूपका गांव कभी निजाम शासकों के घूमने और टहलने का स्थान होता था। हाल ही में इस गांव ने एक बार फिर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। वजह यह है कि इस गांव में कभी शाम नहीं होती।
पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए ब्रिटेन की हाई कोर्ट ने 1947 में विभाजन के समय हैदराबाद के निजाम के धन को लेकर इस्लामाबाद के साथ चल रही दशकों पुरानी कानूनी लड़ाई और इसे लंदन के एक बैंक में जमा कराने के मामले में बुधवार को भारत के पक्ष में फैसला सुनाया।
आजादी से पहले देश में 500 से ज्यादा रजवाड़े थे जिनकी शानोशौकत के नजारे विरासती महलों-किलों के रूप में आज भी मौजूद हैं। सोचिए कितना अद्भुत होगा वह दृश्य जिसमें आप दिल्ली की सड़कों पर ऐसी ही करीब 70 कारों को दौड़ते देखें।
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