बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने महिलाओं पर दिए गए अपने विवादित बयान को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि अगर उनका बयान किसी को गलत लगा तो वह माफी मांगते हैं। नीतीश के बयान पर बिहार विधानसभा में हंगामा भी हुआ है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण के उपायों पर बात कही गई। हालांकि, वह ये भूल गए कि वो सदन में बोल रहे हैं। विरोधी नीतीश की इन टिप्पणियों को अभद्र और अमर्यादित मान रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर की गई अपनी टिप्पणियों को लेकर अब राष्ट्रीय महिला आयोग के भी निशाने पर आ गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग ने उनसे माफी मांगने की मांग की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना की आड़ में आरक्षण का एक बड़ा दांव खेल दिया। आज विधानसभा में जाति जनगणना का आंकड़ा पेश करने के साथ ही देर शाम कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में आरक्षण की सीमा 75 प्रतिशत करने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में कुछ ऐसा बोल गए कि सदन के अंदर मौजूद महिला और पुरुष विधायक भी झेंप गए। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए ऐसी टिप्पणी की जिसे अभद्र और अमर्यादित बताया जा रहा है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में आरक्षण का दायरा 50 से बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने की बात कही है। उन्होंने विधानसभा में पेश जातीय जनजगणना की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान यह बात कही।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले भाकपा की एक रैली में इंडिया गठबंधन में कुछ काम नहीं होने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी को अब इसकी चिंता नहीं है।
I.N.D.I.A गठबंधन के 2 प्रमुख सहयोगियों के बयान से सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। अखिलेश यादव और नीतीश कुमार के बयानों से लगता है कि I.N.D.I.A गठबंधन में दरार की खाई बढ़ रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि नीतीश प्रधानमंत्री बनने के जुगाड़ में लगे हैं, लालू बेटे को मुख्यमंत्री बनाने में लगे हैं, जबकि ना प्रधानमंत्री का पद खाली है और ना ही मुख्यमंत्री का पद खाली है।
नीतीश कुमार ने गठबंधन में कोई काम नहीं होने को लेकर कांग्रेस पर ठीकरा फोड़ा। इससे ये साफ हो गया है कि गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं है। वैसे कहा यह भी जा रहा है नीतीश की राजनीति हमेशा से 'दबाव' की रही है।
पटना में तेजस्वी यादव के आवास के बाहर राजद कार्यकर्ताओं ने एक पोस्टर लगाया है। पोस्टर में राजद कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव को बिहार का भावी मुख्यमंत्री बताया है। साथ ही उन्हें जन्मदिन की बधाई दी है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस को विपक्षी मोर्चे (INDIA गठबंधन ) को आगे बढ़ाने की चिंता नहीं है। सूत्रों ने बताया है कि नीतीश के इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें फोन लगाया और विपक्षी मोर्चे को लेकर बात की।
तेजस्वी यादव के चट-फट और झट वाले बयान पर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने तंज कसा है। प्रशांत किशोर ने तंज कसते हुआ कहा है कि तेजस्वी ने अपने जीवन में सबकुछ झट-पट ही पाया है और ऐसे झट-पट कुर्सी पर बैठ गए हैं।
बिहार में शिक्षक नियुक्ति को लेकर राजद और जदयू के बीच क्रेडिट लेने का विवाद चल रहा है। इस बीच राजद नेता और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जापान दौरे से लौटकर पटना पहुंचे। यहां उन्होंने क्रेडिट विवाद को लेकर कहा कि क्रेडिट लेने की कोई बात नहीं है।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता शक्ति सिंह यादव उस समय अपने कार्यकर्ताओं के बीच झेंप गए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला उनके सामने से गुजर गया और वे गुलदस्ता और चादर लिए स्वागत के लिए खड़े रह गए।
बिहार में कल 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। इस प्रोग्राम में राज्य के सीएम नीतीश कुमार खुद पटना के गांधी मैदान में कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। बिहार को कल कुल 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षक मिलेंगे।
कैमूर के भभुआ पहुंचे बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने इशारों ही इशारों में कहा कि देश का प्रधानमंत्री नीतीश जी को बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे करोड़ों लोग और जो देश के चाहने वाले हैं वह नीतीश जी को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा तंज कसा है।
BPSC टीचर भर्ती में यूपी के बीजेपी नेता की बेटी का सेलेक्शन हो गया है। इसके बाद से बिहार में सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी नेता ने जैसे ही बेटी केसफल होने की बात शेयक की। इस पर फौरन ही राजद ने कमेंट कर नीतीश और तेजस्वी की कृपा बता दी।
बिहार सरकार ने राज्य में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाती रही है। कुछ दिनों पहले पढ़ाई को बेहतर करने के लिए स्कूलों की छुट्टियां कम कर दी थी। अब उन बच्चो का नाम काट दिया गया है जो 15 दिनो से गायब हैं।
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