बिहार में शिक्षक नियुक्ति को लेकर राजद और जदयू के बीच क्रेडिट लेने का विवाद चल रहा है। इस बीच राजद नेता और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जापान दौरे से लौटकर पटना पहुंचे। यहां उन्होंने क्रेडिट विवाद को लेकर कहा कि क्रेडिट लेने की कोई बात नहीं है।
राष्ट्रीय जनता दल के नेता शक्ति सिंह यादव उस समय अपने कार्यकर्ताओं के बीच झेंप गए जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला उनके सामने से गुजर गया और वे गुलदस्ता और चादर लिए स्वागत के लिए खड़े रह गए।
बिहार में कल 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए जाएंगे। इस प्रोग्राम में राज्य के सीएम नीतीश कुमार खुद पटना के गांधी मैदान में कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। बिहार को कल कुल 1 लाख 20 हजार 336 शिक्षक मिलेंगे।
कैमूर के भभुआ पहुंचे बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने इशारों ही इशारों में कहा कि देश का प्रधानमंत्री नीतीश जी को बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे करोड़ों लोग और जो देश के चाहने वाले हैं वह नीतीश जी को आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा तंज कसा है।
BPSC टीचर भर्ती में यूपी के बीजेपी नेता की बेटी का सेलेक्शन हो गया है। इसके बाद से बिहार में सियासत शुरू हो गई है। बीजेपी नेता ने जैसे ही बेटी केसफल होने की बात शेयक की। इस पर फौरन ही राजद ने कमेंट कर नीतीश और तेजस्वी की कृपा बता दी।
बिहार सरकार ने राज्य में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाती रही है। कुछ दिनों पहले पढ़ाई को बेहतर करने के लिए स्कूलों की छुट्टियां कम कर दी थी। अब उन बच्चो का नाम काट दिया गया है जो 15 दिनो से गायब हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों पर बिफरते हुए कहा कि अगर इस तरह से आपलोग छापिएगा तो हम बोलना ही बंद कर देंगे, जो हम बोले उसे आपलोगों ने छापा ही नहीं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने चौंकानेवाले फैसलों के लिए जाने जाते हैं। उनके मन में क्या चल रहा है उसे आखिरी मौके तक पढ़ पाना कठिन है। पिछले कई फैसलों में उनके इस वयक्तित्व की झलक मिल चुकी है।
लोजपा (रामविलास) के नेता और पूर्व सांसद अरुण कुमार ने दावा किया है कि JDU अध्यक्ष ललन सिंह सीएम नीतीश कुमार की मेमोरी लॉस के लिए उन्हें खाने में कोई दवा मिलाकर दे रहे हैं। नीतीश के पुराने करीबी ने कहा कि ललन सिंह अब नीतीश को खत्म करने और लालू को बचाने का काम कर रहे हैं।
रेल हादसे को लेकर राजनीति के रणनीतिकार पीके ने मुख्यमंत्री पर जमकर घेरा है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े हादसे के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति भी घटनास्थल पर जाते, पर अहंकारी नीतीश कुमार देखने तक नहीं गए।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी पर पूछे गए सवाल में कहा था कि उसके बाप को इज्जत किसने दी? इसके जवाब में बिहार बीजेपी चीफ ने कहा कि गोरैल में लालू यादव के गुंडो ने किस तरह से नीतीश कुमार को पीटने का काम किया था। यह उनको याद करना चाहिए।
जाति जनगणना के आंकड़े आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब यह सवाल किया गया कि क्या आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाएगा? इस सवाल पर नीतीश ने कहा हम अभी कुछ नहीं बोलेंगे। जाति जनगणना रिपोर्ट को पहले विधानसभा में रखा जाएगा।
ओम प्रकाश राजभर बिहार में रैली करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने लालू यादव व नीतीश कुमार पर पिछड़ों को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार में हाल ही में हुई जातिगत जनगणना 90 फीसदी गलत है।
RLJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में किया गया जातीय सर्वेक्षण का डेटा फ़ेक है। वहीं, RLJP प्रेसिडेंट पशुपति पारस ने कहा कि बिहार सरकार ने राजनीतिक फ़ायदे के लिए जातीय सर्वेक्षण कराया है।
बिहार के रोहतास में भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने नीतीश कुमार को उनकी पीएम पद की दावेदारी को लेकर समर्थन और चेतावनी दोनों एक साथ दे दी है। टिकैत ने कहा कि बिहार में एमएसपी की गारंटी देंगे तो हम आपका प्रचार करेंगे वरना पटना की सड़कों पर ट्रैक्टर चलेंगे।
बिहार की राजधानी पटना में जातीय गणना को लेकर सर्वदलीय बैठक हुई, जिसमें सीएम नीतीश कुमार समेत विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लोग मौजूद रहे। मीटिंग में 'हम' पार्टी से जीतनराम मांझी और बीजेपी से विजय सिन्हा पहुंचे।
जन सुराज यात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोग जातपात से ही बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। जो लोग इससे बाहर निकल भी रहे हैं वह धर्म में जाकर फंस रहे हैं। इससे बिहार का ही नुकसान हो रहा है।
रिपोर्ट जारी होने के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जाति जनगणना राज्य के गरीबों और जनता के बीच भ्रम फैलाने से ज्यादा कुछ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार को अपना रिपोर्ट कार्ड जारी करना चाहिए था।
बिहार में जातिगत जनगणना के आंकड़े आने के बाद देश की राजनीति गरम हो गई है। तमाम विरोध के बाद भी नीतीश सरकार ने ये जनगणना कराई और इसका डेटा जारी किया। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल भी अब जातिगत जनगणना के समर्थन में कूद गए हैं।
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