पटना के बाद बिहार में दूसरा एम्स दरभंगा में बनेगा, जिसके लिए शोभन में जमीन चिह्नित कर ली गई है। नीतीश कुमार ने कहा कि एम्स बन जाने के बाद इस शहर का ज्यादा विस्तार हो जाएगा।
चिराग ने कहा है कि पहले भी JDU के कई नेता उनकी पार्टी में आए हैं और आगे जाकर भी आएंगे। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी का भविष्य ही नहीं है वहां कोई क्यों रहेगा।
बिहार में केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने बड़ा दावा किया है जिसके बाद सियासत चरम पर होने की संभावना है। राय ने कहा है कि जदयू में बड़ी टूट होगी और राजद इसकी तैयारी में लगा हुआ है।
गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर कहा है कि यूपी की तरह बिहार सरकार भी सख्त कदम उठाए और हलाल प्रोडक्ट्स पर बैन लगाते हुए पूरे मामले की जांच करे।
बिहार सरकार ने धार्मिक जुलूस में तेज लाउड स्पीकर नहीं बजाने को लेकर गाइडलाइन जारी है। इसके साथ ही जुलूस में तलवार, लाठी, बंदूक और अन्य हथियार के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर केंद्र सरकार ऐसा नहीं करती है तो इसके लिए एक आंदोलन चलाया जाएगा।
सीएम नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में हुए अपने अपमान को जीतन राम मांझी भूल नहीं पाए हैं। उन्होंने नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार को ऐसे सीएम से छुटकारा चाहिए जो मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है।
गोपालपुर से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने मांझी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि वह नीतीश कुमार से ज्यादा उम्र के लोग हैं, उनकी खोपड़ी ढीली हो गई है, उनका दिमाग काम नहीं करता है।
बिहार विधानसभा का ये शीतकालीन सत्र बेहद जोरदार और शोरदार रहा। इस सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं पर ऐसा बयान दे दिया कि पूरी देश की राजनीति में विवाद छिड़ गया। इसके अलावा आरक्षण संशोधन बिल 2023 भी इस सत्र में पारित किया गया।
ऐसा व्यवहार न बिहार के लिए अच्छा है और न लालू यादव की आरजेडी के लिए। अगर नीतीश कुमार मानसिक संतुलन खो बैठे हैं, अपने होशोहवास में नहीं हैं तो ऐसे व्यक्ति के हाथ में बिहार की कमान होना खतरनाक है।
इंडिया टीवी के सवाल पर कि ‘क्या नीतीश कुमार को भारी दबाव के कारण अपने शर्मनाक बयान पर माफी मांगने को मजबूर होना पड़ा?’ जनता ने बेहद चौंकाने वाले जवाब दिए।
ज्योति मांझी ने एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि आखिर नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर जीतनराम मांझी को अपनी जगह सीएम की कुर्सी पर क्यों बैठाया था।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक के बाद एक गलती कर रहे हैं। विधानसभा में पहले महिलाओं पर उन्होंने टिप्पणी की और अब जीतनराम मांझी को लकेर उन्होंने बयान दिया है। इस बीच भाजपा विधायकों द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है, जिसमें अब जीतनराम मांझी भी शामिल हो गए हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा में हो रहे चुनाव में अपने प्रत्याशियों के समर्थन में जगह-जगह प्रचार करने के बाद मैनपुरी सांसद डिंपल यादव आज गुरुवार को झांसी पहुंचीं थीं। इस दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महिलाओं को लेकर बिहार विधानसभा में दिए बयान का समर्थन करती दिखीं।
जो नेता विधानसभा और विधान परिषद में अश्लील बातें कर सकता है, क्या उसे बिहार का नेतृत्व करने का अधिकार है ? नीतीश कुमार ने जो बेशर्मी दिखाई, जिस तरह की गंदी बात की, उसके बाद उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
जीतन राम मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार के दिमाग में कुछ कमजोरियां हैं और वे मानसिक संतुलन खो बैठे हैं इसीलिए वे इस तरह से बोल रहे हैं। उनसे ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं थी।
बिहार विधानसभा में आज आरक्षण संशोधन विधेयक पास हो गया। बिल पास होने के बाद जेडीयू नेता ने नीतीश कुमार को नायक बताया, तो वहीं बीजेपी नेता ने कहा कि इस फैसले में हम साथ थे।
ऐसा लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आजकल कुछ अलग ही सुरूर चढ़ा हुआ है। जनसंख्या नियंत्रण पर उनके बयान को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब वे विधानसभा में जीतन राम मांझी पर बिफर पड़े।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया, जिसे सर्व सम्मति से पास करा लिया गया। इसमें आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
बिहार विधानसभा में महिलाओं पर दिए गए विवादित बयान पर नीतीश कुमार ने माफी मांग ली है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी राजनेता ने महिला पर टिप्पणी की है। इससे पहले भी कई बार महिलाओं को लेकर विवादित टिप्पणी की जा चुकी है।
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