नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल के आठों मंत्रियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा कर दिया है। इसमें तेजस्वी यादव के द्वारा देखे जाने वाले सभी विभाग सम्राट और विजय सिन्हा के बीच बांटे गए हैं।
बिहार में सियासी घमासान के बीच हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दो मंत्रालयों की मांग कर दी है। बता दें कि एनडीए के साथ सरकार बनाने के बाद अब बिहार में नीतीश के मंत्रीमंडल का विस्तार होना अभी बाकी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही कैबिनेट विस्तार किया जाएगा।
नीतीश को साधने के बाद अब बीजेपी के लिए अपने पुराने सहयोगियों चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी को साथ बनाए रखना बड़ी चुनौती बन गया है। इन नेताओं को चिंता है कि नीतीश के साथ आने से इनकी सीटों में कटौती की जाएगी।
अंतरिम बजट को बिहार के मंत्रियों ने विकासोन्मुखी बताया। उन्होंने कहा कि यह समाज के सभी वर्गों के हितों की सुध लेगा।
इंडिया टीवी ने पोल के जरिए लोगों के मन की बात जानने की कोशिश की कि क्या नीतीश कुमार के इस्तीफे ने I.N.D.I.A गठबंधन को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया है?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के विधायक गोपाल मंडल ने कहा है कि नौकरी के बदले जमीन मामले में RJD सुप्रीमो लालू के बच्चों को बेवजह फंसाया गया है।
बिहार में महागठबंधन को छोड़ जदयू ने एनडीए का दामन का क्या थामा, उसके सुर ही बदल गए हैं। जातिगत जनगणना को लेकर जहां नीतीश कुमार ने राहुल गांधी पर तंज कसा वहीं अब ललन सिंह ने उन्हें पप्पू करार दिया है और कहा है कि आप देश का मनोरंजन करते रहिए।
नीतीश कुमार ने INDI अलायंस से बाहर होने के मुद्दे पर भी जवाब दिया है। नीतीश ने कहा कि मैं उनसे गठबंधन के लिए कोई और नाम चुनने का आग्रह कर रहा था, लेकिन उन्होंने पहले ही इसे अंतिम रूप दे दिया था।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को छोड़ने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है और कहा है कि राहुल का यह दावा बेतुका है कि राज्य में जाति आधारित सर्वेक्षण कांग्रेस के दबाव में किया गया था।
इस साल 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने महागठबंधन से गठबंधन तोड़ दिया और सरकार बनाने के लिए फिर एनडीए से हाथ मिला लिया। 2017 में भी उन्होंने महागठबंधन से गठबंधन तोड़ दिया था, जिससे चुनी हुई सरकार गिर गई थी और अगले ही दिन उन्होंने भाजपा के साथ सरकार बनाई थी।
बिहार में 10 फरवरी से बजट सत्र का आगाज होगा। इसी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना विश्वासमत हासिल करेंगे। बजट सत्र एक मार्च तक चलेगा।
आज बिहार में अपनी यात्रा के दौरान राहुल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि थोड़ा सा दवाब पड़ता है और वे पलट जाते हैं।
नीतीश कुमार पर जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये आदमी चतुर नहीं निहायत धूर्त आदमी है। जो पूरे बिहार की 13 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाकर ठग रहा है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में दोनों ही नेताओं की एक साथ तुलना की गई है और दोनों के लिए एक ही शब्द का प्रयोग किया गया है।
नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने से जहां बीजेपी की एक चिंता कम हुई तो दूसरी बढ़ गई है। बीजेपी को लोकसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अब देखने वाली बात होगी कि बीजेपी इस संकट से कैसे निकलती है।
बिहार में जल्द ही नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे। मंत्री बनने के लिए विधायकों की तरफ गोलबंदी शुरू कर दी गई है। इस बीच संभावित मंत्रियों की लिस्ट सामने आई है।
केजरीवाल ने कहा कि नीतीश कुमार को एनडीए में नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने गलत किया है। उन्होंने दावा किया कि नीतीश के जाने से एनडीए को भारी नुकसान होगा।
नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद आरजेडी और कांग्रेस के नेता जबरदस्त हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है।
नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आगे भी बने रहेंगे, इस बात की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि नीतीश पहले भी अपने बयानों से कई बार पलट चुके हैं। हालांकि, जानकार ये भी कहते हैं कि नीतीश के पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचे हैं।
बिहार में हुए सियासी घमासान को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने तो इंडिया गठबंधन का अंतिम संस्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनों को नहीं रोकती तो नीतीश जी को क्या रोकती।
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