इस साल 28 जनवरी को नीतीश कुमार ने महागठबंधन से गठबंधन तोड़ दिया और सरकार बनाने के लिए फिर एनडीए से हाथ मिला लिया। 2017 में भी उन्होंने महागठबंधन से गठबंधन तोड़ दिया था, जिससे चुनी हुई सरकार गिर गई थी और अगले ही दिन उन्होंने भाजपा के साथ सरकार बनाई थी।
लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में लालू फैमिली पर ईडी का शिकंजा और कस गया है.....ED ने कल लालू यादव से करीब 10 घंटे पूछताछ की....अब आज पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से सवाल जवाब होने वाला है..तेजस्वी से भी ED के पटना दफ्तर में ही पूछताछ होने वाली है.
मोदी विरोध में बना इंडिया अलायंस आपसी विरोध की राजनीति का ही शिकार होता जा रहा है....बंगाल में ममता बनर्जी ने ऐलानिया तौर पर दूरी क्या बनाई...फिर तो बिछड़े सभी बारी-बारी....पंजाब, बिहार, महाराष्ट्र हर जगह आपसी कलह ने विपक्षी एकता के दावों की हवा निकाल दी.
बिहार में 10 फरवरी से बजट सत्र का आगाज होगा। इसी दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपना विश्वासमत हासिल करेंगे। बजट सत्र एक मार्च तक चलेगा।
आज बिहार में अपनी यात्रा के दौरान राहुल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि थोड़ा सा दवाब पड़ता है और वे पलट जाते हैं।
नीतीश कुमार पर जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि ये आदमी चतुर नहीं निहायत धूर्त आदमी है। जो पूरे बिहार की 13 करोड़ की जनता को मूर्ख बनाकर ठग रहा है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर एक पोस्टर लगाया गया है। इस पोस्टर में दोनों ही नेताओं की एक साथ तुलना की गई है और दोनों के लिए एक ही शब्द का प्रयोग किया गया है।
जहां केजरीवाल ने दावा किया है कि नीतीश के NDA में जाने से उसे ही नुकसान होगा... उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि नीतीश कुमार को नहीं जाना चाहिए था...उन्होंने गलत किया... केजरीवाल ने कहा कि जनतंत्र में ये कंडक्ट सही नहीं है... लेकिन जो मेरी समझ है इससे NDA को भारी नुकसान होगा... INDIA को फायदा होगा...
विपक्षी महागठबंधन से नीतीश कुमार के अलग होने के बाद इंडी अलायंस में शामिल किसी मुख्यमंत्री का पहला रिएक्शन आया है.
नीतीश कुमार के फिर से एनडीए में आने से जहां बीजेपी की एक चिंता कम हुई तो दूसरी बढ़ गई है। बीजेपी को लोकसभा चुनाव के दौरान सीट बंटवारे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। अब देखने वाली बात होगी कि बीजेपी इस संकट से कैसे निकलती है।
बिहार में जल्द ही नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट का विस्तार करेंगे। मंत्री बनने के लिए विधायकों की तरफ गोलबंदी शुरू कर दी गई है। इस बीच संभावित मंत्रियों की लिस्ट सामने आई है।
केजरीवाल ने कहा कि नीतीश कुमार को एनडीए में नहीं जाना चाहिए था। उन्होंने गलत किया है। उन्होंने दावा किया कि नीतीश के जाने से एनडीए को भारी नुकसान होगा।
नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद आरजेडी और कांग्रेस के नेता जबरदस्त हमला बोल रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है।
नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आगे भी बने रहेंगे, इस बात की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि नीतीश पहले भी अपने बयानों से कई बार पलट चुके हैं। हालांकि, जानकार ये भी कहते हैं कि नीतीश के पास अब ज्यादा विकल्प नहीं बचे हैं।
बिहार में हुए सियासी घमासान को लेकर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने तो इंडिया गठबंधन का अंतिम संस्कार कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनों को नहीं रोकती तो नीतीश जी को क्या रोकती।
बिहार में भाजपा के समर्थन से नीतीश कुमार ने एक बार फिर से सीएम पद की शपथ ली है। बिहार विधानसभा में सत्ता पक्ष को 128 जबकि विपक्षी महागठबंधन को 114 विधायकों का समर्थन हासिल है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि वह नीतीश ही थे, जिन्होंने विपक्षी दलों को एकसाथ लाने की प्रक्रिया शुरू की और पार्टियों को पटना में आमंत्रित किया था।
आज नीतीश कुमार की नई कैबिनेट की पहली बैठक होगी। इसमें नीतीश अपने मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर सकते हैं। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने रविवार को 9वीं बार बिहार के सीएम पद की शपथ ली है।
नीतीश कुमार ने नौवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। इस शपथ समारोह में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत कई अन्य बड़े नेता भी मौजूद रहे। नीतीश कुमार के अलावा आठ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली।
नरेंद्र मोदी ने पाचंवी बार नीतीश कुमार को पास कर दिया. मोदी के लिए नीतीश मजबूरी हैं या जरूरी हैं. मोदी क्यों नीतीश को बार बार ग्रीन सिग्नल दे देते हैं . बिहार में नंबर गेम में नीतीश तीसरे नंबर के नेता हैं . फिर कैसे पलटी मारने के बाद हर बार मुख्यमंत्री बन जाते हैं....
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