गडकरी ने कहा कि आपको उसी जगह पर टोल वसूलना चाहिए, जहां आप सबसे अच्छी गुणवत्ता वाली सड़क मुहैया करा रहे हैं। अगर आप गड्ढों और कीचड़ वाली सड़कों पर भी टोल वसूलते हैं, तो आपकों लोगों की प्रतिक्रिया का भी सामना करना होगा।
गडकरी ने कहा कि प्रतिदिन कितने भी बिजी शेड्यूल में वो 2 घंटे योग करते हैं। यह खुशी की बात है कि पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिन आज मनाया जा रहा है। मुझे इस बात की खुशी है कि मैं कितने भी बिजी शेड्यूल में रोज सुबह 2 घंटा योगा करता हूं।
बिहार के अररिया जिले के सिकटी प्रखंड क्षेत्र में एक पुल भरभराकर नदी में समा गया। मामले में 4 सदस्यीय उच्च स्तरीय जांच दल का गठन हुआ है जो 7 दिनों के अंदर सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपेगी। दूसरी ओर मामले पर सियासत जमकर हो रही है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके नितिन गडकरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में भी फिर से कैबिनेट में शामिल कर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। गडकरी ने बुधवार को ही सुबह ट्रांसपोर्ट भवन स्थित अपने मंत्रालय पहुंच कर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का कार्यभार संभाल लिया था।
Nitin Gadkari Oath Taking Ceremony: मोदी मंत्रिमंडल में नितिन गडकरी ने ली शपथ..देखें तस्वीरें
नागपुर में बीजेपी के नितिन गडकरी के सामने कांग्रेस से विकास ठाकरे मैदान में हैं। 2019 के चुनावों में नितिन गडकरी ने यहां से जीत हासिल की थी और कांग्रेस के सीनियर नेता नाना पटोले को हराया था।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के समर्थकों ने आज उनका खास तरीके से जन्मदिन मनाया। उनके जन्मदिन पर समर्थकों ने 67 किलो का केक काटा। इसके साथ ही उन्हें उनके वजन के बराबर लड्डुओं से तौला गया।
छात्र जीवन से निकलकर देश की सियासत में ऊंचा मुकाम हासिल करने वाले नितिन गडकरी को मोदी सरकार का विकास का पुरुष भी कहा जाता है। उनके कार्यकाल में आलीशान सड़कें, एक्सप्रेस-वे और फ्लाईओवर के निर्माण कार्य तेजी से हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों को सलाह देते हैं कि वे डायमंड की जगह कचरे का काम करें। कचरे के आगे डायमंड कुछ नहीं है। कचरे को अलग-अलग करने पर उसमें से प्लास्टिक, ग्लास, अल्युमिनियम जैसी चीजें निकलेंगी और वे सभी रिसाइकल होंगी। कचरे से हाइड्रोजन तैयार होगा, जिससे गाड़ियां सड़कों पर दौड़ेंगी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लातूर में एक चुनावी सभा में कांग्रेस नेताओं की मिमिक्री कर उन पर जमकर वार किए। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर संविधान का सत्यानाश करने का आरोप भी लगाया और कहा कि कांग्रेस ने संविधान को 80 बार तोड़ने का पाप किया है।
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नितिन गडकरी की मंच पर भाषण देते वक्त तबीयत बिगड़ गई और उन्हें चक्कर आ गया। इस दौरान वह मंच पर ही गिर पड़े। इस पूरे वाकये का वीडियो भी सामने आया है।
नागपुर लोकसभा क्षेत्र में 54.46%, रामटेक 59.58%, चंद्रपुर 63.7%, भंडारा गोंदिया 64.73% और गढ़चिरौली सीट पर 70.83 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। चिलचिलाती धूप की वजह से मतदान करने लोग कम पहुंचे।
ज्योति आमगे ने मतदान के बाद सभी से वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार वोट देने आया है। ऐसे में सभी लोगों को कर्तव्य का पालन करते हुए वोट करना चाहिए।
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण के मतदान में 102 पर वोटिंग हो रही है। आईए जानते हैं हाई प्रोफाइल सीटों पर कौन-कौन से दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है।
Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: नागपुर में नितिन गडकरी ने काफी काम किया है और उनकी जीत तय मानी जा रही है, लेकिन मराठा आरक्षण के मुद्दे का फायदा मिलने पर विकास कड़ी चुनौती दे सकते हैं।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव प्रचार करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ नागपुर पहुंचे। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि अयोध्या को ऐसी नगरी के रूप में विकसित किया है कि उसे आदर्श नगरी के रूप में देखा जा रहा है।
भारत पेट्रोल-डीजल के आयात पर 16 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है। इसको कम करने के लिए मंत्री ने कहा कि हाइब्रिड वाहनों पर जीएसटी घटाकर पांच प्रतिशत और फ्लेक्स इंजन पर 12 प्रतिशत करने का प्रस्ताव वित्त मंत्रालय को भेजा गया है, जो इसपर विचार कर रहा है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राज्य मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उन्होंने हलफनामे में बताया है कि 1.66 करोड़ रुपए का कर्ज विभिन्न बैंक व वित्तीय संस्थानों से लिया है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नामांकन के दौरान उनके परिजनों ने कहा कि पिछले 10 सालों में जितना काम हुआ है उससे लग रहा है कि नागपुर की जनता पूरी तरीके से नितिन गडकरी के साथ है।
इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिना धन के राजनीति दल को चलाना संभव नहीं है। चुनावी बॉन्ड को केंद्र सरकार अच्छे इरादे से लेकर आई थी। साल 2017 में केंद्र सरकार द्वारा लायी इस योजना को उच्चतम न्यायालय ने असंवैधानिक बताते हुए रद्द कर दिया है।
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