2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार आज बजट पेश करने वाली है। अब से ठीक दो घंटे बाद सुबह 11 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश करेंगी।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे लोकसभा में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगी। चुनावी वर्ष होने की वजह से इस बार सरकार अंतरिम बजट पेश कर रही है।
Budget Session Live: संसद का बजट सत्र बुधवार 31 जनवरी से शुरू हो चुका है। ये सत्र 31 जनवरी से लेकर 9 फरवरी तक चलेगा। आज 1 फरवरी को वित्त मंत्री सीतारमण ने लोकसभा में अंतरिम बजट पेश कर दिया है। यहां पढ़िए बजट के सभी ऐलान।
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है और 9 फरवरी को समाप्त होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अंतरिम बजट पेश करेंगी। बता दें कि ये अंतरिम बजट होगा। चुनाव के बाद नई सरकार पूर्ण बजट पेश करेगी।
संसद का बजट सत्र बुधवार 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। ये सत्र 31 जनवरी से लेकर 9 फरवरी तक चलेगा। आपको बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव के कारण ये अंतरिम बजट होने वाला है।
आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। 17वीं लोकसभा का ये आखिरी सत्र होगा। आज सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मीडिया से बात कर सकते हैं। कल 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी।
आगामी 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार छठा बजट पेश करेंगी। निर्मला सीतारमण पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री हैं, जो जुलाई 2019 से पांच बार पूर्ण बजट पेश कर चुकी हैं और अब लेखानुदान यानी अंतरिम बजट पेश करने वाली हैं। लेकिन अतीत में कई बजट हैं, जिन्हें रोचक नाम से जाना जाता है। ऐसा ही
Budget 2024 : देश में साल भर में किस चीज के लिए कितना खर्च किया जाएगा उसका हिसाब-किताब लिखा होता है. इसे देश का फाइनेंशियल स्टेटमेंट कहा जा सकता है. जिसमें सभी अनुमानित खर्चों के बारे में व्यापक तौर पर लिखा होता है. बजट में पूरे एक साल के लिए देश की वित्तीय खर्चों की रूपरेखा तैयार की जाती है।
Budget 2024 : देश में साल भर में किस चीज के लिए कितना खर्च किया जाएगा उसका हिसाब-किताब लिखा होता है. इसे देश का Financial Statement कहा जा सकता है. जिसमें सभी अनुमानित खर्चों के बारे में व्यापक तौर पर लिखा होता है. बजट में पूरे एक साल के लिए देश की वित्तीय खर्चों की रूपरेखा तैयार की जाती है।
आज के समय में आम बजट में ही रेलवे को लेकर प्रोजेक्ट्स की भी घोषणाएं हो जाती हैं, लेकिन 2017 के पहले भारतीय रेलवे के लिए अलग से रेल बजट पेश होता था. मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में रेल बजट को भी आम बजट का ही हिस्सा बना दिया. चलिए जानते है Rail Budget से जुड़ी सारी बात।
मोदी सरकार के इस कार्यकाल के आखिरी बजट की तैयारी पूरी हो गई है. इसीलिए थोड़ी देर पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण(Nirmala Sitharaman) हलवा सेरेमनी में हिस्सा लिया
सरकार ने तब तर्क दिया था कि तारीख बदलने से उसे 1 अप्रैल से शुरू होने वाले आगामी वित्तीय वर्ष के लिए नई नीतियों और बदलावों की तैयारी के लिए ज्यादा समय मिल सकेगा।
भारत में वित्तीय वर्ष की गणना 1 अप्रैल से 31 मार्च तक होती है। 1 अप्रैल से पहले बजट की संसदीय मंजूरी की जरूरत होती है। बजट आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अलॉट किया जाता है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को वित्त वर्ष 2024-25 का बजट पेश करेंगी। इस बार का बजट लोकलुआवन होने की उम्मीद नहीं है। हालांकि, एनपीएस को आकर्षक बनाने और महिलाओं को अलग से टैक्स छूट देने जैसे फायदे आ सकते हैं।
1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश करेंगी। इस बार आम चुनाव होने के कारण पूर्ण बजट पेश नहीं होगा। फिर भी चुनावी साल में कई घोषणाएं होने की उम्मीद है। ऐसे में अगर आप बजट के खास शब्दों के अर्थ पहले जान लेंगे तो बजट को समझने में आसानी होगी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के ऑफिस में कई बैंकों में बम रखने की धमकी दी गई है। ईमेल भेजने वाले ने खुद को 'खिलाफत इंडिया' के होने का दावा किया है। इस जानकारी के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है।
अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले उदयनिधि स्टालिन ने पिछले दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर हमला बोला था। जिसके बाद गुरुवार को वित्त मंत्री ने उस टिप्पणी का जवाब दिया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिर्फ पिछले आठ सालों में, भारत साल 2014 में 10वीं से आज पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। गतिविधियां पूरी अर्थव्यवस्था में हैं। ऐसा नहीं है कि एक क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
फोर्ब्स की इस लिस्ट का बेस- पैसा, मीडिया, प्रभाव और प्रभाव का क्षेत्र है। इसी आधार पर यह सालाना लिस्ट जारी की गई है। लिस्ट में शामिल चारों भारतीय महिलाएं अपने-अपने क्षेत्र में काफी क्षमतावान हैं।
गन्ने के बाय प्रोडक्ट और शराब उत्पादन के लिए कच्चे माल के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले गुड़ पर टैक्स की दर मौजूदा दर को कम किया गया है।
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