साल 2024 के लोकसभा चुनावों और नई सरकार के गठन के चलते, केंद्रीय बजट 2024 को पारंपरिक 1 फरवरी के बजाय 23 जुलाई को पेश किया जा रहा है।
सरकार ने देश की आर्थिक तरक्की में मजबूती बनी रहने का भरोसा दिया है। बीते वित्त वर्ष की जीडीपी आंकड़ों ने सबको हौरान किया था।
जानकारों के मुताबिक, सरकार को बजट में तिलहन क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका कहना है कि पीली क्रांति 2.0 समय की मांग है।
सीतारमण ने कहा था कि वह पूर्ण बजट में सभी आय वर्गों की मांगों को सुनेंगी, जिससे पूर्ण बजट में टैक्स राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। उम्मीद की जा रही है कि पूर्ण बजट में सरकार का ध्यान युवा, महिला, किसान और गरीबों पर केंद्रित रह सकता है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और कर्ज में डूबे अपने राज्य के लिए वित्तीय मदद की मांग की।
नई दिल्ली में आज जीएसटी काउंसिल की 53वीं बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक के बाद केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने रेलवे की कई सेवाओं को जीएसटी के दायरे से मुक्त करने का भी ऐलान किया।
वित्त मंत्रालय की टीम के सहयोगात्मक कोशिशों से आगामी वित्तीय वर्ष के लिए एक मजबूत और रणनीतिक वित्तीय योजना बनाने में योगदान मिलने की उम्मीद है।
निर्मला सीतारमण स्वतंत्र भारत में पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री बनीं। इससे पहले, इंदिरा गांधी ने भारत की प्रधानमंत्री रहते हुए थोड़े समय के लिए अतिरिक्त विभाग के रूप में वित्त का कार्यभार संभाला था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनी NDA सरकार के मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। कैबिनेट में इस बार सात महिलाओं को शामिल किया गया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि इन महिला मंत्रियों को कौन-कौन सा विभाग मिला है?
Nirmala Sitharaman Oath Taking Ceremony: निर्मला सीतारामन ने मोदी कैबिनेट में ली शपथ
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण नेबताया कि किसी भी उद्योगपति के ऋणों की माफी नहीं की गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लगभग 1,105 बैंक धोखाधड़ी मामलों की जांच की है, जिसके परिणामस्वरूप 64,920 करोड़ रुपये की अपराध आय जब्त की गई है।
वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले दशक में पुरानी बाधाओं और प्रथाओं को पीछे छोड़ते हुए केंद्रीय बजट की विश्वसनीयता में काफी सुधार देखा गया है। मोदी सरकार विकसित भारत की मजबूत नींव रखने के लिए जारी सुधारों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
Lok Sabha Elections 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज कांग्रेस संविधान बचाने की बात करती है, लेकिन यह पार्टी अपनी पार्टी के संविधान को नहीं मानती।
स्वाति मालीवाल के साथ बदसलूकी मामले पर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अरविंद केजरीवाल लखनऊ में बेशर्मी के साथ आरोपी विभव के साथ घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि इस मामले की तुलना किसी अन्य मामले से नहीं की जा सकती है।
वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी ने कहा कि पीएसयू को खत्म किया जा रहा है और वर्तमान सरकार के अधीन वे परेशान हैं, लेकिन वास्तव में यह ‘‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’’ जैसा है।
शुरुआत तब हुई जब रमेश ने बताया कि 24 मार्च को बेंगलुरु में सीतारमण ने दिग्गज भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर पेंशन योजना की सराहना की, लेकिन उन्होंने इसका जिक्र नहीं किया कि 83 प्रतिशत ग्राहक ₹1,000 पेंशन के सबसे निचले स्लैब लेवल पर हैं।
भारतीय रुपया ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले स्थिर रहा है। सीतारमण ने कहा कि रुपये के व्यापार में शुरुआती समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन इससे डॉलर की कमी वाले देशों को मदद मिल रही है।
वित्त मंत्री ने सुझाव दिया कि आरबीआई, स्टार्टअप और फिनटेक कंपनियों की चिंताओं और मुद्दों का हल करने के लिए उनके साथ हर महीने एक निश्चित दिन ‘ऑनलाइन’ माध्यम से बैठक कर सकता है।
जब निर्मला सीतारमण श्वेत पत्र पर ब्योरा प्रस्तुत कर रही थीं तब सदन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी उपस्थित थीं और उनके पार्टी के सांसद भाषण के बीच में टोका-टोकी कर रहे थे। इस पर निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसा है।
लोकसभा में गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए शासन के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेत पत्र पेश कर दिया है। इस श्वेत पत्र में इस बात का जिक्र है कि वर्ष 2014 तक हम कहां थे और अब कहां हैं। इस श्वेत पत्र का मकसद उन वर्षों के कुप्रबंधन से सबक सीखना है।
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