उन्होंने कहा, कैसे देश में सॉफ्टवेयर उद्योग ने काम शुरू किया? क्या उन्होंने सरकर का इंतजार किया? नहीं। वे आगे बढ़ते रहे और सरकार ने देखा कि वह बैठी और देखती नहीं रह सकती और उनके लिये अनुकूल नीतियां लेकर आई।
भारत ने अफगानिस्तान के अलावा भूटान को भी 2400 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। यह विदेश मंत्रालय के विकास कोष का कुल 41.04 प्रतिशत है।
Budget 2023: एक फरवरी को अनाउंस हुए बजट में कई चीजों पर बात की गई। उसमें स्क्रैपिंग पॉलिसी भी एक खास मुद्दा था। इसपर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि वाहन स्क्रैपिंग नीति को आगे बढ़ाने में, केंद्र सरकार के पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के लिए पर्याप्त धनराशि आवंटित की है।
केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट की तारीफ सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी हो रही है। भारत के इस शानदार बजट की तारीफ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में भी की जा रही है।
सीतारमण ने कहा, ‘‘पर्यटन क्षेत्र में अभी बहुत संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में रोजगार और उद्यमिता के लिए व्यापक अवसर भी हैं।’’
वित्तमंत्री ने बजट के दौरान अपनी घोषणा में कहा कि आदिवासी स्कूलों में 38 हजार से ज्यादा भर्तियां की जाएंगी। साथ ही आदिवासी विद्यार्थियों के लिए 740 एकलव्य स्कूल भी खोले जाएंगे। इससे आदिवासी क्षेत्र में एजुकेशन पर और ज्यादा फोकस हो सकेगा और शिक्षा का दायरा भी बढ़ेगा।
वित्त मंत्री ने देश के वरिष्ठ नागरिकों को भी तोहफा दिया है। सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम की सीमा को बढ़ाकर 30 लाख कर दिया गया है। इससे देशभर के करोड़ों वरिष्ठ नागरिकों को फायदा मिलेगा।
केंद्र सरकार ने बच्चों में खून की कमी से होने वाली परेशानियों और मौतों के प्रति गंभीरता बरतते हुए यह घोषणा की है कि वर्ष 2047 तक यानी भारत की आजादी के 100वें वर्ष तक देश के बच्चों में खून की कमी की समस्या से निजात दिलाई जाएगी।
आम बजट पहले लाल रंग के ब्रीफकेस में लाया जाता था। यह परंपरा अंग्रेजों ने शुरू की थी। मोदी सरकार ने इस परंपरा को तोड़ा और वित्त मंत्री एक लाल रंग के कपड़े में लिपटे बही खाते या टैबलेट में बजट लेकर आने लगे।
संसद में मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के आर्थिक सर्वेक्षण को पेश कर दिया है। इसमें भातरीय अर्थव्यवस्था को लेकर कई अच्छी बात तो कुछ चिंता भी जताई गई है।
आम आदमी जहां इस बजट में राहत की उम्मीद कर रहा है तो वहीं अमेरिका भी भारत के बजट-2023 में खास दिलचस्पी रख रहा है। इस बार देश के बजट पर अमेरिका की पैनी नजर है। इतना ही नहीं अबकी बार बजट पेश किए जाने से पहले ही अमेरिका ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को कुछ विशेष सुझाव भी भेजे हैं।
जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी को अभी से चुनावों की तैयारी में जुटना होगा और इस साल 9 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करनी होगी।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में बताया कि बैंकों ने पिछले पांच वित्त वर्षों के दौरान 10,09,511 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाले हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एआईआईबी से भारत में निवेश करने का आग्रह किया है। ऐसा उन्होनें क्यों किया है पता चल गया है।
Nirmla Sitaraman: विपक्ष ने रविवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बयान को लेकर उनपर पर निशाना साधा कि रुपया कमजोर नहीं हुआ है बल्कि अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है। हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा ने सीतारमण के बयान का बचाव किया है। कांग्रेस ने पूछा कि जनता कब तक सरकार की “अक्षमता और गलत नीतियों” की कीमत चुकाएगी।
में वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘सबसे पहली बात, मैं इसे इस तरह नहीं देखूंगी कि रुपया फिसल रहा है बल्कि मैं यह कहना चाहूंगी कि रुपये में मजबूती आई है।
आरबीआई क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चिंता व्यक्त कर चुका है। आरबीआई का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी से गलत काम को बढ़ावा मिलेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की एक रिपोर्ट के अनुसार 30 सितंबर तक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.854 अरब डॉलर की गिरावट के साथ 532.664 अरब डॉलर था।
सीतारमण ने आईएमएफ की ताजा बैठक में कहा, आर्थिक बुनियादी पहलुओं और सरकार के संरचनात्मक सुधारों के आधार पर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दृष्टिकोण आशावादी बना हुआ है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए वाशिंगटन डीसी में हैं।
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