निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड मामले के दोषी मुकेश के वकील ने ट्रायल कोर्ट में दया याचिका दाखिल की। इसके साथ ही वकील ने फांसी की तारीख को बढ़ाने की भी मांग की है।
दिल्ली सरकार के वकील राहुल मेहरा ने दिल्ली उच्च न्यायालय में दलील दी है कि दोषियों को फांसी तभी दी जा सकती है जब उनकी दया याचिका खारिज हो और दया याचिका खारिज होने के 14 दिन बाद ही फांसी दी जा सकती है
निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड की पीड़िता 23 वर्षीय मेडिकल छात्रा की मां ने कहा है कि उन्हें पूरा यकीन था कि दोषियों की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज हो जाएगी और उन्हें यकीन है कि चारों को 22 जनवरी को फांसी जरूर होगी।
निर्भया मामले के दोषी विनय और मुकेश की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई क्यूरेटिव पिटीशन पर कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए उसे खारिज कर दिया है।
जेल अधिकारियों के एक दल ने रविवार को डमी को फांसी देने का अभ्यास किया। जेल के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि दोषियों के वजन के मुताबिक ही डमी बनाई गई थी।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे दो दोषियों द्वारा दायर उपचारात्मक (क्यूरेटिव) याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 14 जनवरी को सुनवाई करेगा।
20 दिन पहले भी तिहाड़ जेल महानिदेशालय ने यूपी जेल डिपार्टमेंट से इसी तरह का आग्रह किया था। दोबारा लिखी गई नई चिट्ठी में इस डेथ-वारंट का भी जिक्र किया गया है, साथ ही इस गोपनीय पत्र के जरिए कहा है कि यूपी जेल महानिदेशालय जिस जल्लाद को बेहतर माने उसे उपलब्ध करा दें।
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस के दोषियों को अंगदान के लिए राजी करने के मकसद से याचिका दायर की गई है। अर्जी में याचिकाकर्ता ने फांसी की सजा पाए चारों दोषियों से मुलाकात की अनुमति मांगी है ताकि उन्हें अंग दान के लिए सहमत किया जा सके।
1983 में पुणे में सनसनीखेज जोशी-अभयंकर हत्या मामले में चार दोषियों को एक साथ यरवदा केंद्रीय जेल में फंदे पर लटकाया गया था।
जबसे दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के कातिलों को एक साथ फांसी पर लटकाने के लिए ‘डेथ वॉरंट’ जारी किया है, तबसे उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में रहने वाले पवन जल्लाद की खुशी का ठिकाना नहीं है।
डेथ वारंट जारी होने के बाद से ही चारों दोषियों की 24 घंटे सीसीटीवी से निगरानी रखी जा रही है
पूरे सिस्टम इस तरह से बदलना होगा ताकि पीड़ितों के परिवारों को लंबा इंतजार न करना पड़े और अपराधी इस तरह की व्यवस्था का लाभ उठाते हुए जेलों के अंदर आराम से वक्त न बिता पाएं।
वर्ष 2012 में दिल्ली में हुए सनसनीखेज निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड मामले के चार दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाएगा।
आज से 14 दिन बाद निर्भया के चारों कातिलों मुकेश सिंह, विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर और पवन गुप्ता को फांसी पर लटका दिया जाएगा। मंगलवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों दोषियों के डेथ वॉरंट जारी कर दिए।
22 जनवरी की सुबह सात बजे निर्भया के चार दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। लेकिन, इससे पहले एक लंबा प्रोजीजर है, जो फॉलो किया जाएगा।
निर्भया की मां ने दिल्ली के सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड मामले के चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने के दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के फैसले का स्वागत किया। निर्भया की मां ने कहा कि आज मेरी बेटी को न्याय मिला है।
निर्भया रेप केस में दिल्ली की कोर्ट ने चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है। 22 जनवरी को सुबह 7 बजे दोषियों को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी।
करीब सात साल बाद निर्भया को इंसाफ मिला। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आज चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है।
निर्भया के दोषियों को जल्द मौत की सजा मिलने जा रही है, चारों दोषियों को जल्द फांसी पर लटका दिया जाएगा
निर्भया के माता-पिता ने पिछले महीने दिसंबर में चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी करने के लिए दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की थी।
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