2012 दिल्ली निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले के चारों दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को शुक्रवार सुबह फांसी दे दी गई।
सिर्फ सुबह के वक्त ही फांसी क्यो दी जाती है। फांसी देते वक्त उसके परिजन वहां क्यों नही होते या फिर फांसी देते वक्त जल्लाद क्या बोलता है जैसे सवाल हमारें मन में आते रहते है। जानिए फांसी से सम्बन्धित सवालों के जनाब के बारें में।
निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले के चारों दोषियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को शुक्रवार सुबह फांसी दे दी गई।
निर्भया की मां आशा देवी ने पवन सिंह की याचिका सुप्रीम कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के फैसले पर कहा कि मैं आज संतुष्ट महसूस कर रही हूं, आखिरकार हमारी बेटी को न्याय मिला है।
निर्भया मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार सुबह दी जाने वाली फांसी पर रोक लगाने की मांग करने वाली तीन दोषियों की याचिका को खारिज कर दिया है। जिसके बाद दोषियों के वकील एपी सिंह ने फांसी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने चोरों आरोपियों की फांसी रोकने की याचिका को खारिज कर दिया। अब आज सुबह 5:30 बजें चारों दोषियों को फांसी दी जाएगी। मुकेश सिंह (32), पवन गुप्ता (25), विनय शर्मा (26) और अक्षय कुमार सिंह (31) को फिजियोथेरेपी की 23 वर्षीय छात्रा से सामूहिक बलात्कार करने को लेकर दोषी ठहराया गया है।
तमाम कानूनी दांव-पेचों के बाद आखिरकार गुरुवार को तय हो गया कि निर्भया के हत्यारे शुक्रवार (20 मार्च 2020) को ही तड़के करीब साढ़े पांच बजे तिहाड़ जेल में फांसी के फंदे पर लटकाए जाएंगे।
दिल्ली हाईकोर्ट ने निर्भया केस के दोषियों के वकील एपी सिंह की याचिका खारिज कर दी।
दिल्ली उच्च न्यायालय थोड़ी देर में दोषियों के वकील ए.पी.सिंह की एक याचिका पर सुनवाई करेगा। याचिका में ट्रायल कोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी गई है जिसमें कोर्ट ने कल होने वाली फांसी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के नए पैंतरे को खारिज कर दिया। अदालत ने मुकेश सिंह की उस याचिका पर सुनवाई से इनकार किया जिसमें उसने 16 दिसंबर 2012 को हुई घटना के दिन दिल्ली में नहीं होने का दावा किया था।
सभी दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट पहले ही जारी हो चुके हैं और 20 मार्च शुक्रवार सुबह 5.30 बजे फांसी का वक्त निर्धारित किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के गुनहगार पवन गुप्ता की क्यूरेटिव पिटिशन को गुरुवार को खारिज कर दिया है।
पवन जल्लाद ने आज सुबह इन चारों दोषियों के डमी को फांसी पर लटका कर ट्रायल किया गया। इनकी फांसी के लिए पवन जल्लाद पिछले चार महीने में तीसरी बार तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं।
निर्भया के चार में से एक मुजरिम ने तिहाड़ जेल प्रशासन को अब दोबारा से दया याचिका दी है। दोबारा दया याचिका देने वाले मुजरिम का नाम अक्षय कुमार सिंह है। अक्षय कुमार सिंह बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है।
पवन जल्लाद तिहाड़ जेल पहुंच गए हैं। अब 18 मार्च की सुबह जेल में फांसी का डमी ट्रायल किया जाएगा। यह एक रुटीन डमी ट्रायल होगा, जो किसी भी फांसी से पहले किया जाता है।
निर्भया के एक दोषी अक्षय सिंह की पत्नी ने बिहार के औरंगाबाद की एक स्थानीय कोर्ट में तलाक की अर्जी दाखिल की है।
निर्भया के तीन दोषियों ने अब इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस का दरवाजा खटखटाया है।
निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले के चारों दोषियों के परिवार ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अपने लिए इच्छा मृत्यु की इजाज़त मांगी है। कुल 13 लोगों ने राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है।
निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में दोषियों को फांसी की सजा मिलने से पांच दिन पहले तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने रविवार को कहा कि उन्होंने जल्लाद को फांसी वाले दिन से तीन दिन पहले उपस्थित होने को कहा है।
निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में फांसी की सजा पाए चार दोषियों में से एक विनय शर्मा ने शुक्रवार को दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
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