वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से अपील की है कि वह 2012 में उनकी बेटी के साथ हुए गैंग रेप और हत्या के दोषियों को माफ कर दें।
निर्भया सामूहिक बलात्कार एवं हत्याकांड मामले के दोषी मुकेश के वकील ने ट्रायल कोर्ट में दया याचिका दाखिल की। इसके साथ ही वकील ने फांसी की तारीख को बढ़ाने की भी मांग की है।
निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले में मौत की सजा का सामना कर रहे दो दोषियों द्वारा दायर उपचारात्मक (क्यूरेटिव) याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 14 जनवरी को सुनवाई करेगा।
वर्ष 2012 में दिल्ली में हुए सनसनीखेज निर्भया सामूहिक बलात्कार और हत्याकांड मामले के चार दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे तिहाड़ जेल में फांसी पर लटकाया जाएगा।
22 जनवरी की सुबह सात बजे निर्भया के चार दोषियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा। लेकिन, इससे पहले एक लंबा प्रोजीजर है, जो फॉलो किया जाएगा।
करीब सात साल बाद निर्भया को इंसाफ मिला। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने आज चारों आरोपियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है।
निर्भया के दोषियों की फांसी की सजा और 20 दिन तक टल गई है, दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों के डेथ वारंट पर सुनवाई को 7 जनवरी तक टाल दिया है।
निर्भया के सभी दोषी फांसी के फंदे के बेहद करीब है 17 दिसंबर को दोषी अक्षय की सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटिशन की सुनवाई और 18 दिसंबर को पटियाला कोर्ट में सुनवाई के बाद इन दरिंदो का ब्लैक वारन्ट यानि डेथ वारन्ट कभी भी जारी हो सकता है जिसके बाद इन्हें फांसी के फंदे पर लटका दिया जाएगा।
निर्भया के माता पिता इंसाफ के लिए लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं। बेशक इंसाफ की उस डेट को कानूनी दांव पेंचों से लटकाया, भटकाया जा रहा है। लेकिन ये भी क्लियर है कि गुनहगारों के पास अब ज्यादा दिन नहीं बचे।
निर्भया के दोषियों को फिलहाल 17 दिसंबर तक फांसी नहीं होगी। शुक्रवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले में 17 दिसंबर तक पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई स्थगित की है। निर्भया के कातिल कानूनी पेंचिदगियों का फायदा उठाने में जुटे हैं।
निर्भया रेप-हत्या कांड मामले में अभी तक दोषियों को फांसी नहीं दिए जाने से आहत एक सामाजिक कार्यकर्ता ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की मांग की है।
सवाल है निर्भया के गुनहगारों को फांसी पर कब लटकाया जाएगा? जवाब सुनिए, निर्भया की मां कहती है- “इस तरह के अपराधी आज भी जिंदा हैं, ये कानून व्यवस्थआ की विफलता है।”
मल्लिका शेरावत पिछले कुछ से किसी भी फिल्म में नजर नहीं आई हैं। हाल ही में उन्होंने कहा है कि वह ऐसे विश्व को देखने की कामना करती हैं, जिसमें महिलाएं डर से आजाद रहें और उनका जीवन बंधनमुक्त हो। दरअसल वर्ष साल 2012 के निर्भया कांड मामले के आरोपियों को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा मृत्यु दंड की पुष्टि के एक दिन बाद मल्लिका ने ट्विटर पर एक भावुक पोस्ट जारी कर समाज में महिलाओं के सामने पेश आने वाली चुनौतियों का जिक्र किया।
निर्भया गैंगरेप और मर्डर केस में सोमवार को दोषियों की रिव्यू पिटिशन को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है। इसके साथ इन सभी की मौत की सजा को भी बरकरार ही रखा गया है। कोर्ट के इस फैसले से लोग बेहद खुश हैं। लोगों ने इस पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि, उनका विश्वास अब भी कोर्ट पर कायम है। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा ने इस मामले पर दर्द जाहिर किया है।
निर्भया गैंगरेप केस: सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखी फांसी, निर्णय की सब ने की सराहना
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