ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के महामारी विज्ञान संस्थान ने निपाह वायरस की वैक्सीन बनाई है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप अब मानव परीक्षण में सबसे आगे है। निपाह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की प्राथमिकता सूची में शामिल एक बीमारी है।
केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस ने दस्तक दे दी है। एक 14 साल के लड़के की मौत हो गई, जांच में पाया गया कि वह निपाह वायरस से संक्रमित था। अब केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को सलाह दी है कि तुरंत क्या करना चाहिए?
निपाह वायरस का खतरा केरल में अब कम होने लगा है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने इस बाबत कहा कि राज्य में निपाह वायरस संक्रमण कंट्रोल में हैं। 9 वर्षीय संक्रमित बच्चे को वेंटिलेटर शिफ्ट कर ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
केरल में निपाह वायरस कहर ढा रहा है। यहां निपाह वायरस से संक्रमित पांच लोगों को आइसोलेट किया गया है। इस बाबत बोलते हुए राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीनी जॉर्ज ने कहा कि राज्य में निपाह वायरस की दूसरी वेभ अभी नही आई है।
केरल में निपाह वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से आम आदमी के माथे पर चिंता की लकीरें खींचनी शुरू हो गई हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि सरकार ने वायरस से निपटने के लिए अभी तक क्या तैयारी की है।
निपाह वायरस का केरल में कहर देखने को मिल रहा है। केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के कारण सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है। यहां स्कूल और कॉलेज 24 सितंबर तक बंद रहेंगे। बता दें कि यहां 1080 लोग निपाह वायरस पीड़ितों के संपर्क में आए हैं।
केरल राज्य के एक जिले में निपाह वायरस तेजी से फैल रहा है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों, कोचिंग आदि में छुट्टी कर दी है। अब तक इस खतरनाक वायरस ने कई लोगों को चपेट में ले लिया है।
केरल में निपाह वायरस के एक और मरीज की पुष्टि हुई है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के कार्यालय ने इसकी जानकारी दी। निपाह संक्रमण के कुल मामले 6 हो गए हैं।
केरल में एक बार फिर निपाह वायरस को लेकर अलर्ट (Nipah Alert in Kerala) जारी किया गया है। ऐसे मे जानना जरूरी है कि निपाह वायरस इंसानों में कैसे फैलता है और किन बातों का ख्याल रखकर इससे बचा जा सकता है
दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई 2018 को कोझिकोड जिले में ही सामने आया था। साल 2021 में भी इस वायरस के कारण केरल में कई मौतें दर्ज की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में संपर्क में आए लोगों की सूची में 257 लोग हैं और इनमें से 141 स्वास्थ्यकर्मी हैं।
तमिलनाडु जिला स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि केरल की सीमा से लगे सभी सड़कों पर स्क्रीनिंग टीमों को तैनात किया जाए।
निपाह वायरस से केरल के कोझिकोड में 12 साल के लड़के की मौत हो गई। राज्य में संक्रमण के कई मामले सामने आ रहे हैं।
केरल के विभिन्न जिलों में इस समय 6,20,739 लोगों को निगरानी में रखा गया है, जिसमें से 33,157 लोग अस्पतालों में हैं। राज्य सरकार ने बताया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन के लिए पात्र लोगों में से 75 फीसद को पांच सितंबर तक पहली खुराक दे दी गयी है, जबकि 28 फीसद को दोनों खुराक दी जा चुकी है।
कोझिकोड के 12 वर्षीय लड़के की रविवार को निपाह वायरस संक्रमण से मौत के बाद राज्य का स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। बच्चे के घर के तीन किलोमीटर के दायरे को निरूद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है।
केरल सरकार ने निपाह वायरस के मामलों से निपटने के लिए सोमवार को प्रबंधन योजना जारी की जिसमें सरकारी और निजी अस्पतालों द्वारा पालन किए जाने वाले स्वास्थ्य प्रोटोकॉल को सूचीबद्ध किया गया है।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने रविवार को बताया कि निपाह वायरस के संक्रमण से पीड़ित 12 वर्षीय लड़के की यहां के एक अस्पताल में मौत हो गई है।
महाबलेश्वर के जंगलों में एक गुफा के अंदर रहने वाले चमगादड़ों में निपाह वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
पिछले साल मई में इस विषाणु के संक्रमण से 17 लोगों की मौत हो गयी थी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमित मरीजों की पहले पहचान और आइसोलेशन सुविधा की समीक्षा के लिये छह सदस्यों वाली टीम का गठन किया है। इसी बीच सातों संदिग्ध मरीजों के रक्त एवं सीरम के नमूने की जांच की रिपोर्ट आ चुकी है जिसमें सभी को निपाह से मुक्त पाया गया।
खतरनाक निपाह वायरस ने एक बार फिर केरल में दस्तक दी है और 23 वर्षीय एक कॉलेज छात्र के इससे ग्रस्त होने का मामला सामने आया है।
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