ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के महामारी विज्ञान संस्थान ने निपाह वायरस की वैक्सीन बनाई है। ऑक्सफोर्ड वैक्सीन ग्रुप अब मानव परीक्षण में सबसे आगे है। निपाह विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की प्राथमिकता सूची में शामिल एक बीमारी है।
केरल में निपाह वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इसकी वजह से आम आदमी के माथे पर चिंता की लकीरें खींचनी शुरू हो गई हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि सरकार ने वायरस से निपटने के लिए अभी तक क्या तैयारी की है।
दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई 2018 को कोझिकोड जिले में ही सामने आया था। साल 2021 में भी इस वायरस के कारण केरल में कई मौतें दर्ज की गई थी।
कोझिकोड के 12 वर्षीय लड़के की रविवार को निपाह वायरस संक्रमण से मौत के बाद राज्य का स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर है। बच्चे के घर के तीन किलोमीटर के दायरे को निरूद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है।
महाबलेश्वर के जंगलों में एक गुफा के अंदर रहने वाले चमगादड़ों में निपाह वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई है।
पिछले साल मई में कोझिकोड और मलाप्पुरम जिलों में निपाह वायरस के 22 मामलों में 12 लोगों की मौत हो गई थी।
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