नाइजर की जुंटा सेना ने अमेरिका के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है। जुंटा के सैन्य शासकों ने नाइजर में अमेरिकी सेना की मौजूदगी को अवैध ठहराया है। साथ ही इन सैनिकों को वापस बुलाए जाने के लिए आंदोलन छेड़ दिया है। नाइजर का कहना है कि अमेरिकी सैनिकों के यहां रुकने का अब कोई औचित्य नहीं है।
नाइजर के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद बजोम फिल्मी स्टाइल में अपने देश से भागने वाले थे। लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं हो पाई। इस बात का दावा नाइजर के सत्तारूढ़ जुंटा ने किया है। जानिए क्या है मामला?
नाइजर में आतंकवादियों ने 29 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना के बाद नाइजर में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया है।
जुलाई महीने में नाइजर के सैन्य तख्तापलट के बाद से फ्रांस और नाइजर के बीच संबंध काफी खराब हो चुके हैं। नाइजर की जुंटा ने ने यूरोपीय देश पर उनके मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। अब इसी क्रम में फ्रांस ने एख बड़ा फैसला लिया है।
नाइजर सेना ने फ्रांस के राजदूत को बंधक बना लिया है। यह जानकारी साझा करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि वे दूतावास में हैं और उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही वे सैन्य राशन खा-पी रहे हैं हैं, जबकि नाइजर सेना द्वारा उन्हें राशन नहीं भिजवाया जा रहा है।
नाइजर के जुंटा ने फ्रांसीसी राजदूत को अगले 24 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। इससे फ्रांस में अफरातफरी मच गई है। जुंटा तख्तापलट के बाद से ही बेहद आक्रामक मूड में है और वह अफ्रीकी देशों से लेकर अपने पूर्व सहयोगी रहे फ्रांस तक में से किसी के आदेश को नहीं मान रहा। इससे नाइजर के हालात बेहद नाजुक हो गए हैं।
तख्तापलट के बाद सैन्य शासन के तहत गुट के तीन अन्य देशों गिनी, माली और बुर्किना फासो को शामिल नहीं किया गया था। ईसीओडब्ल्यूएएस ने 10 अगस्त को नाइजर में संवैधानिक शासन बहाल करने के लिए ‘‘अतिरिक्त बल’’ की तैनाती का आदेश दिया था।
नाइजर और अफ्रीकी देशों में तनाव युद्ध की दहलीज तक पहुंच चुका है। नाइजर सरकार का तख्तापलट करने वाली सेना अब आरपार के मूड में हैं। नाइजर ने दक्षिण अफ्रीकी देशों से साफ कह दिया है कि उसके देश में यदि किसी भी देश ने अपने सैनिक भेजे तो उन सभी को मार दिया जाएगा। साथ ही नजरबंद राष्ट्रपति को भी।
नाइजर के जनरल अब्दौराहमाने त्चियानी ने देश की सरकार का तख्तापलट करने के बाद आक्रामक रुख अपना लिया है। इधर अफ्रीकी देशों की उस चेतावनी को भी जुंटा मिलिट्री ने मानने से इनकार कर दिया, जिसमें अपदस्थ राष्ट्रपति राष्ट्रपति मोहम्मद बजौम को बहाल करने के लिए कहा गया था।
नाइजर में अपनी ही सरकार का तखतता पलट करने वाले सैन्य शाशन ने फ्रांस आर्मी के साथ अपने वर्षों पुराने संबंधों को खत्म करने की घोषणा की है। साथ ही अफ्रीकी देशों की चुनौती को स्वीकार कर नागरिकों को हमला होने पर जवाब के लिए तैयार रहने को कहा है। सेना को भी चैतन्य कर दिया है।
रूस-यूक्रेन के बाद अब नाइजर और अफ्रीकी देशों के बीच भी युद्ध की चिंगारी भड़क उठी है। नाइजर के सेना जनरल ने अपने सैनिकों और देशवासियों को अफ्रीकी देशों के खिलाफ जंग के लिए तैयार रहने को कहा है। इससे तीसरे विश्वयुद्ध की आशंका बढ़ गई है। अफ्रीकी देशों ने नाइजर सैन्य शासन को अपदस्थ राष्ट्रपति को बहाल करने की चेतावनी दी थी।
नाइजर में तख्तापलट के बाद हालात और बिगड़ने की आशंका बढ़ गई है। ऐसे में फ्रांस समेत यूरोपीय देशों ने अपने नागरिकों को वहां से निकालने का प्रयास शुरू कर दिया है।
नाइजर सेना द्वारा सरकार का तख्तापलट कर लिए जाने से अफ्रीकी देशों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। नाइजर सेना के जनरल ने राष्ट्रपति को नजरबंद करा दिया है। ऐसे में अफ्रीकी देशों ने दो टूक कहा है कि यदि 1 हफ्ते में राष्ट्रपति को बहाल नहीं किया गया तो इसके खिलाफ बल का प्रयोग भी किया जा सकता है।
माली के साथ लगती सीमा वाले इस पश्चिम अफ्रीकी देश में अल-कायदा और इस्लामिक स्टेट ग्रुप से जुड़े चरमपंथियों की यह नवीनतम हिंसा है।
नाइजर में चरमपंथियों ने सप्ताहांत पर दो गांवों पर हमला कर 100 से ज्यादा लोगों को मौत के घाट उतार दिया।
नाइजीरिया के बोको हराम के जिहादी विद्रोहियों ने एक स्कूल से सैकड़ों छात्रों के अपहरण की जिम्मेदारी ली है।
प्रवक्ता ने बताया कि नाइजर वायु सेना और सहयोगियों की मदद से जवाबी कार्रवाई की गई और जिहादियों को हमारी सीमा से बाहर निकालने में सफलता हासिल हुई।
पश्चिम अफ्रीकी देश नाइजर में मोटरसाइकिल पर सवार इस्लामी कट्टरपंथियों ने14 सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर दी।
अफ्रीकी देश नाइजर की राजधानी नियामे में दुर्घटना के बाद पलटे एक टैंकर में धमाका होने से 58 लोगों की मौत हो गई।
दक्षिण-पूर्वी नाइजर में जिहादी संगठन बोको हराम के एक हमले में सेना के सात जवान मारे गये। साथ ही सेना के जवाबी हमले में 38 आतंकवादी मारे गये।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़