अफ्रीकी देश नाइजीरिया में क्लास चलने के दौरान एक स्कूल की बिल्डिंग गिर गई। इस हादसे में 22 छात्रों की मौत हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, नाइजीरिया के नागरिक को दो लोगों ने बंदूक से हमला किया था। मृतक के शरीर पर तीन गोलियां लगी थीं, दो पेट पर और एक पैर पर।
नाइजीरिया के ग्वोजा शहर में ये सिलसिलेवार धमाके किए गए हैं। शहर में हुए तीन बड़े धमाकों के बाद अफरा-तफरी मच गई। सड़क और अस्पताल परिसर में मृतकों की लाशें बिछ गईं। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नाइजीरिया की सेना ने बोको हराम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सेना ने बोको हराम के चंगुल से सैकड़ों लोगों को मुक्त करा लिया है। मुक्त कराए गए लोगों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं।
नाइजीरिया के एक स्कूल से दो हफ्ते अपहृत किए गए 300 बच्चों में से 137 को सकुशल अपहर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया गया है। अन्य बंधकों की तलाश जारी है। नाइजीरिया की सेना ने कई दिनों के सर्च ऑपरेशन के बाद इन बच्चों को रेस्क्यू किया है।
नाइजीरिया में स्कूल से बच्चों को अगवा कर लिया जाना आम बात है। दो हफ्ते पहले भी करीब 287 बच्चों को एक स्कूल से अगवा कर लिया गया था। फिलहाल इन बच्चों को रिहा कर दिया गया है।
नाइजर की जुंटा सेना ने अमेरिका के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है। जुंटा के सैन्य शासकों ने नाइजर में अमेरिकी सेना की मौजूदगी को अवैध ठहराया है। साथ ही इन सैनिकों को वापस बुलाए जाने के लिए आंदोलन छेड़ दिया है। नाइजर का कहना है कि अमेरिकी सैनिकों के यहां रुकने का अब कोई औचित्य नहीं है।
अफ्रीकी देश नाइजीरिया में आतंकियों द्वारा 200 लोगों का अपहरण करने का मामला सामने आया है। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इसी बीच हिंसा के कारण 2009 से अभी तक 35000 से अधिक लोगों की जानें जा चुकी हैं।
अफ्रीकी देश नाइजीरिया में भीषण ब्लास्ट की खबर है। जानकारी के अनुसार इस ब्लास्ट में लोगों की मौतों के साथ ही बड़ी संख्या में यानी करीब 77 लोग घायल हुए हैं। कई इमारतें मलबे में बदल गईं। मलबे से लोग 'अपनों' को तलाश रहे हैं।
मध्य नाइजीरिया में हथियारबंद लोगों के हमलों में कम से कम 160 लोगों की मौत की खबर है। ये हमले शनिवार और रविवार के दरम्यान हुए। हमले की वजह का फिलहाल पता नहीं चल पाया है।
इस देश में सेना की एक गलती की वजह से मुस्लिम समुदाय के लोग जो धार्मिक त्योहार मना रहे थे, उनकी मौत हो गई। ये संख्या दर्जनों में है। एक स्थानीय नागरिक के दावे को मानें तो यह संख्या 85 के करीब है। इस घटना में बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए।
पूर्वोत्तर नाइजीरिया में चरमपंथियों ने 37 ग्रामीणों की दर्दनाक हत्या कर दी है। पहले चरमपंथियों ने 17 लोगों को फायरिंग करके मारा उसके बाद उनके संसकार में शामिल होने गए 20 अन्य को बारूदी सुरंग में उड़ा दिया। घटना से ग्रामीणों में जबरदस्त दहशत का माहौल है।
नाइजर के अपदस्थ राष्ट्रपति मोहम्मद बजोम फिल्मी स्टाइल में अपने देश से भागने वाले थे। लेकिन उनकी यह कोशिश सफल नहीं हो पाई। इस बात का दावा नाइजर के सत्तारूढ़ जुंटा ने किया है। जानिए क्या है मामला?
नाइजर में आतंकवादियों ने 29 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना के बाद नाइजर में तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया है।
जुलाई महीने में नाइजर के सैन्य तख्तापलट के बाद से फ्रांस और नाइजर के बीच संबंध काफी खराब हो चुके हैं। नाइजर की जुंटा ने ने यूरोपीय देश पर उनके मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। अब इसी क्रम में फ्रांस ने एख बड़ा फैसला लिया है।
नाइजर सेना ने फ्रांस के राजदूत को बंधक बना लिया है। यह जानकारी साझा करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि वे दूतावास में हैं और उन्हें बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है। साथ ही वे सैन्य राशन खा-पी रहे हैं हैं, जबकि नाइजर सेना द्वारा उन्हें राशन नहीं भिजवाया जा रहा है।
नाइजर के जुंटा ने फ्रांसीसी राजदूत को अगले 24 घंटे में देश छोड़ने का अल्टीमेटम दिया है। इससे फ्रांस में अफरातफरी मच गई है। जुंटा तख्तापलट के बाद से ही बेहद आक्रामक मूड में है और वह अफ्रीकी देशों से लेकर अपने पूर्व सहयोगी रहे फ्रांस तक में से किसी के आदेश को नहीं मान रहा। इससे नाइजर के हालात बेहद नाजुक हो गए हैं।
उत्तरी अफ्रीकी देश नाइजीरिया में कट्टरपंथी लगातार नाक में दम किए हुए हैं। नागरिक संयुक्त कार्य बल ‘अबा’ के अनुसार, ये महिलाएं बोर्नों के जेरे जिले में लकड़ियां इकट्ठा कर रही थीं, तभी कट्टरपंथियों ने इन महिलाओं पर हमला किया। इस दौरान 42 महिलाओं को अगवा कर लिया।
तख्तापलट के बाद सैन्य शासन के तहत गुट के तीन अन्य देशों गिनी, माली और बुर्किना फासो को शामिल नहीं किया गया था। ईसीओडब्ल्यूएएस ने 10 अगस्त को नाइजर में संवैधानिक शासन बहाल करने के लिए ‘‘अतिरिक्त बल’’ की तैनाती का आदेश दिया था।
नाइजीरिया में संघर्ष के दौरान 36 सैनिकों की मौत हो गई है। सशस्त्र उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया था। उत्तरी इलाकों में सशस्त्र गिरोह के साथ संघर्ष हुआ है।
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