निफ्टी पर अदानी एंटरप्राइजेज, एचडीएफसी लाइफ, अदानी पोर्ट्स, एचयूएल, कोल इंडिया प्रमुख लाभ में रहे, जबकि आयशर मोटर्स, एमएंडएम, इन्फोसिस, सिप्ला, ट्रेंट में गिरावट रही। बीएसई मिडकैप इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।
आज कारोबार के दौरान सेंसेक्स 80,511.15 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा, तो निफ्टी भी 24,354.55 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा था। बताते चलें कि आज शेयर बाजार ने मामूली बढ़त के साथ हरे निशान में कारोबार शुरू किया था।
कारोबार की शुरुआती दौर में पूंजीगत सामान, बिजली 0.5-1 प्रतिशत तक बढ़ी, जबकि एफएमसीजी, धातु, फार्मा, पीएसयू बैंक, तेल और गैस में बिकवाली देखने को मिली।
आज कारोबार के दौरान सेंसेक्स 80,482.36 अंकों के इंट्राडे हाई और 79,798.67 अंकों के इंट्राडे लो तक पहुंचा था। इसी तरह, निफ्टी 50 भी आज कारोबार के दौरान 24,343.30 अंकों के इंट्राडे हाई और 24,125.40 अंकों के इंट्राडे लो तक पहुंचा था।
कारोबार की शुरुआती सत्र में निफ्टी पर भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, श्रीराम फाइनेंस और टीसीएस प्रमुख लाभ में रहे, जबकि ओएनजीसी, एनटीपीसी, एलएंडटी, ट्रेंट और टाटा मोटर्स नुकसान में रहे।
आज की इस तेजी में बाजार में लिस्ट ज्यादातर कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। बताते चलें कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को भी बाजार जबरदस्त बढ़त के साथ बंद हुआ था।
कारोबार शुरू होने पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। ऑटो, बैंक, मीडिया, टेलीकॉम, ऑयल एंड गैस, पावर, रियल्टी में 1-2 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है।
हफ्ते के आखिरी दिन बाजार हरे निशान में खुला। बीएसई सेंसेक्स 193.95 अंकों की बढ़त के साथ 77,349.74 अंकों पर खुला और निफ्टी 50 भी 61.90 अंकों की बढ़त के साथ 23,411.80 अंकों पर खुला था।
सभी सेक्टर हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं। बाजार वर्तमान स्तर से उबर सकता है, क्योंकि गुरुवार की बिकवाली जोरदार रही थी। निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
27 सितंबर को सेंसेक्स 85,978.25 अंकों पर बंद हुआ था तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 26,277.35 अंकों के अपने ऑल टाइम हाई पर बंद हुआ था। उसके बाद से बाजार में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। शेयर बाजार में जारी इस तबाही की वजह से निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डूब चुके हैं।
आज शेयर बाजार के लगभग सभी इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली। बताते चलें कि आज स्टॉक मार्केट ने बड़ी गिरावट के साथ ही कारोबार शुरू किया था। जबकि 19 नवंबर को पिछले सेशन में शेयर मार्केट बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुआ था।
निफ्टी पर टेक महिंद्रा, टीसीएस, हिंडाल्को, भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक प्रमुख लाभ में रहे, जबकि एसबीआई, एनटीपीसी, डॉ रेड्डीज लैब्स, ब्रिटानिया और ओएनजीसी नुकसान में रहे।
गिरावट के बीच देश की दिग्गज निवेशक रेखा झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो की वैल्यू में हजारों करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। रेखा के पोर्टफोलियो में जो शेयर हैं, उनमें 6 से 24 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई है। बाजार के टॉप पर पहुंचने से लेकर अभी तक रेखा झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो कुल 13 प्रतिशत तक गिर चुका है।
बीते सत्र में बीएसई सेंसेक्स 239.37 अंकों की बढ़त के साथ 77,578.38 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी सिर्फ 64.70 अंकों की बढ़त के साथ 23,518.50 अंकों पर बंद हुआ।
आज कारोबार के दौरान सेंसेक्स 78,451.65 अंकों तक और निफ्टी 50 भी 23,780.65 अंकों तक पहुंच चुका था। लेकिन आखिर में बीएसई सेंसेक्स 239.37 अंकों की बढ़त के साथ 77,578.38 अंकों पर बंद हुआ और निफ्टी 50 भी सिर्फ 64.70 अंकों की बढ़त के साथ 23,518.50 अंकों पर बंद हुआ।
निफ्टी पर ट्रेंट, बीपीसीएल, इंफोसिस, एनटीपीसी और अदानी पोर्ट्स प्रमुख लाभ में रहे, जबकि डॉ रेड्डीज लैब्स, श्रीराम फाइनेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, एशियन पेंट्स और जेएसडब्ल्यू स्टील में गिरावट दर्ज की गई।
आज शेयर बाजार ने गिरावट के साथ लाल निशान में ही कारोबार शुरू किया था। पिछले हफ्ते गुरुवार को बीएसई सेंसेक्स 110.64 अंकों के नुकसान के साथ 77,580.31 अंकों पर बंद हुआ था और निफ्टी 50 भी 26.35 अंकों की गिरावट के साथ 23,532.70 अंकों पर बंद हुआ था।
क्षेत्रीय सूचकांकों में, निफ्टी आईटी सबसे अधिक 0.8% लुढ़का। भारत के कुल शेयर बाजार पूंजीकरण में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) की हिस्सेदारी नवंबर में तीव्र सुधार के बीच 11 महीने के निचले स्तर पर आ गई है।
विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में भारतीय शेयर बाजार से 94,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचकर पैसे निकाल लिए। संतोष मीणा ने कहा कि इस तिमाही में सबसे बड़ी निराशा एफएमसीजी शेयरों से हुई, जहां मजबूत आय की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं।
शेयर बाजार निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। भारतीय बाजार में जारी गिरावट थमेगी और निफ्टी रिकॉर्ड हाई पर फिर पहुंचेगा। इसलिए, निवेशकों को बाजार में बने रहने में ही फायदा है।
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