नोएडा में ईकोटेक-3 थाना क्षेत्र में स्थित एक अस्पताल में रविवार सुबह जन्म लेने के बाद एक नवजात बच्चे की मौत हो गई। बच्चे के पिता ने डॉक्टरों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने प्रसव के बाद बच्चे को टब में गिरा दिया, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई है।
गाजीपुर जिले में गंगा नदी में तैरते लकड़ी के बक्से से 21 दिन की बच्ची को बचाने वाले नाविक गुल्लू चौधरी को राज्य सरकार की ओर से एक नाव भेंट की जाएगी।
गंगा की गोद में मिली 21 दिन की मासूम बच्ची 'गंगा' के पालन पोषण की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी। इस संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है।
अप्रैल की शुरुआत में गुरदीप सिंह और उनकी पत्नी संदीप कौर एक लड़के के माता-पिता बने लेकिन उन खुशियां तब काफूर हो गईं जब जन्म के महज 20 दिनों बाद ही बच्चा कोविड-19 से संक्रमित पाया गया और उसे तेज बुखार के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया।
राजस्थान में एक व्यक्ति ने अपनी बेटी के जन्म का जश्न मनाने और उसे पहली बार घर लाने के लिए हेलीकॉप्टर किराए पर लिया। हेलीकॉप्टर से नवजात को पहली बार उसके ननिहाल से उसके पैतृक घर लाया गया।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के एमडीडीएम कॉलेज परीक्षा केंद्र पर शुक्रवार को मैट्रिक परीक्षा देने आई एक महिला अचानक प्रसव पीड़ा से कराहने लगी। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां शाम को उसने एक बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम उसने 'इम्तिहान' रखा है।
यूआईडीएआई के अनुसार अभिभावक अपने हाल में पैदा हुए नवजात बच्चे का भी आधार कार्ड बनवा सकते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की बाल संस्था यूनिसेफ के अनुसार नववर्ष पर दुनियाभर में 3,71,500 से अधिक बच्चों का जन्म हुआ और इनमें सबसे अधिक करीब 60,000 शिशुओं का जन्म भारत में हुआ है।
पुणे शहर में बेहद हैरान करने वाली घटना सामने आई है। दरअसल पुणे के पुरंदर इलाके नवजात शिशु को गड्ढे में दफनाया जा रहा था। तभी एक किसान की नजर पड़ने से गड्ढे में नवजात शिशु को छोड़कर 2 युवक वहां से भाग निकले।
शिकागो में पिछले सप्ताह एक गर्भवती महिला को गोली लगी थी लेकिन डॉक्टरों ने किसी तरह से उनके बच्चे का जन्म कराया और चार दिन बाद बच्चे की मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य तंत्र के कोविड-19 महामारी से निपटने में लगे होने और चिकित्सा देखभाल की कमी के कारण पिछले चार महीनों में यानी अप्रैल से इन गर्भवती महिलाओं और नवजातों की मौत हुई है।
बेंगलुरु के एक अस्पताल में कोरोनावायरस संक्रमित माताओं से 160 से अधिक कोविड मुक्त शिशुओं का प्रसव कराया गया।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के सुनौरा गांव में इस सप्ताह के शुरू में जिंदा दफन पाए गए नवजात शिशु को 'धरतीपुत्र' नाम दिया गया है।
कोरोनावायरस महामारी के बीच एक श्रमिक एक्सप्रेस में एक महिला को प्रसव पीड़ा हुई और उसने मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक बच्चे को जन्म दिया, जिसका नाम 'लॉकडाउन यादव' रखा गया है।
गुजरात के मेहसाणा में नवजात जुड़वां भाई-बहन के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ ही दोनों शिशु राज्य में सबसे कम उम्र के कोविड-19 मरीज बन गए हैं।
लोक-लाज के भय से बेरहम-बेहाल कलियुगी मां-बाप लॉकडाउन में सूनी सड़कों पर तौलिये में लपेट कर तपती धूप में चार दिन की मासूम को फेंक गए।
केरल के एक अस्पताल में कोविड-19 से संक्रमित गर्भवती महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। डॉक्टरों की टीम ने यह डिलीवरी ऑपरेशन से कराई।
अलीबाग निवासी श्वेता पाटिल को शुक्रवार तड़के प्रसव पीड़ा शुरू हुई और उसका पति केतन कोविड-19 लॉकडाउन के बीच उसे नजदीक के एक नर्सिंग होम लेकर गया।
ऐसा आरोप है कि चिकित्सकों ने महिला और उसके पति को मुस्लिम होने के कारण अस्पताल से वापस लौटा दिया था। महिला के पति इरफान खान के यह आरोप लगाने के बाद कथित चिकित्सकीय लापरवाही मामले में जांच का आदेश दिया गया है।
यूपी के मुरादाबाद जिले के कटघर थाना क्षेत्र की एक महिला ने अपनी 6 दिन की नवजात बच्ची को कथित रूप से अपनी ही पड़ोसन को 10,000 रुपये में बेच दिया था।
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