पिछले कई वर्षों से संसद से पारित होने की राह तक रहा महिला आरक्षण बिल को लेकर मोदी सरकार गंभीर बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, सरकार नए भवन में इस बिल को सबसे पहले पेश करने वाली है।
मंगलवार, 19 सितंबर से संसद का विशेष सत्र नवनिर्मित संसद भवन में होगा। इस भवन में छह गेट हैं और इन छहों गेट पर विशेष सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। जानिए उनके बारे में-
आज पुरानी संसद भवन में आखिरी बैठक हो रही है। मंगलवार 19 सितंबर को नए संसद भवन में सत्र शुरू हो जाएगा। पुराने संसद भवन का निर्माण साल 1921 में शुरू हुआ था और यह 1927 में बनकर तैयार हो गया था।
पीएम मोदी ने लोकसभा में बोलते हुए कहा कि इस सदन से विदाई लेना बहुत ही भावुक पल है। हम जब इस सदन को छोड़कर जा रहे हैं, तो हमारा मन बहुत सारी भावनाओं और अनेक यादों से भरा हुआ है।
देश की संसद का विशेष सत्र लोकसभा और राज्यसभा में शुरू हो चुका है। सभी नेता पुराने संसद भवन को लेकर भावुक भी हैं और नए संसद भवन को लेकर उत्साहित भी। इस बीच एक मजेदार वीडियो वायरल हो रहा है।
18 से 22 सितंबर, 2023 तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। सत्र के शुरू होने से पहले पीएम मोदी मे मीडिया से बात की।
विशेष सत्र के शुरू होने से एक दिन पहले संसद भवन की नई बिल्डिंग के गज द्वार पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तिरंगा फहराया। इस कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत तमाम नेता मौजूद रहे। हालांकि राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे हैदराबाद में थे, इसलिए वह इसमें मौजूद नहीं रहे।
अधीर रंजन चौधरी से सवाल किया गया था कि कांग्रेस के सीनियर नेता खरगे, सोनिया और राहुल में से कोई भी कार्यक्रम में शामिल क्यों नहीं हुआ? इसी सवाल के जवाब देते समय अधीर नाराज हो गए और कहा कि क्या मैं यहां मौजूद हूं, ये काफी नहीं है?
नए संसद भवन के गज द्वार उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने तिरंगा फहराया है। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत पक्ष-विपक्ष के तमाम नेताओं ने इस कार्यक्रम में शिरकत की है।
नए संसद भवन में कैबिनेट मंत्रियों को कमरों का बंटवारा कर दिया गया है। इन कमरों से ही मंत्रियों का ऑफिस चलेगा। अगर आप जानना चाहते हैं कि कौन सा नेता किस कमरे में बैठेगा तो ये खबर पढ़ें।
17 सितंबर को विश्वकर्मा दिवस है और इसी दिन संसद भवन की नई इमारत के गज द्वार पर तिरंगा फहराया जाएगा। इस कार्यक्रम का आयोजन CPWD ने किया है।
नए संसद भवन के कर्मचारियों की ड्रेस बदलने वाली है। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है।
केंद्र सरकार की ओर से 18 से 22 सितंबर तक संसद के विशेष सत्र का ऐलान किया गया है। हालांकि, अब तक इस सत्र के एजेंडे का ऐलान नहीं हुआ है जिस कारण विपक्ष सवाल कर रहा है।
भारत की नई संसद में अखंड भारत के मैप को लेकर नेपाल में कुछ दल आपत्ति जाहिर कर रहे हैं। नेपाली दलों का कहना है कि भारत ने उनके कुछ हिस्से को अपना दिखाया है। प्रचंड ने अपनी संसद में जवाब दिया कि वह नक्शा सांस्कृतिक है, राजनीतिक नहीं।
पाकिस्तान की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने कहा कि भारतीय संसद की नई इमारत में लगाए गए प्राचीन भारत के नक्शे में पाकिस्तान और अन्य पड़ोसी देशों के इलाकों को भी दर्शाया गया है।
नेपाल में अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी इस मुद्दे को उठाया है। पूर्व प्रधानमंत्री बाबूराम भट्टराई ने कहा, "भारत के हाल ही में उद्घाटन किए गए नए संसद भवन में 'अखंड भारत' के विवादास्पद भित्तिचित्र नेपाल सहित पड़ोस में अनावश्यक और हानिकारक राजनयिक विवाद को भड़का सकते हैं।"
नई संसद के उद्घाटन पर असदुद्दीन ओवैसी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि पीएम मोदी लोकसभा के अंदर मुस्लिम धर्मगुरू को अंदर क्यों नहीं लेकर गए, केवल हिंदू धर्माचार्यों को ही क्यों ले गए।
रविवार सुबह दो ओलंपिक पदक विजेता सहित कई पहलवानों को महिलाओं की 'महापंचायत' के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश के दौरान हिरासत में लिया गया था। इसके बाद पुलिस ने जंतर-मंतर को भी खाली करा दिया।
स्पीकर के आसन के नजदीक सेंगोल को स्थापित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महान चोल साम्राज्य में कर्तव्यपथ, सेवापथ और राष्ट्रपथ का प्रतीक माना जाता था। यह हमारा सौभाग्य है कि हम पवित्र सेंगोल की गरिमा लौटा सके हैं।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने नए संसद भवन के उद्धाटन को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर तंज कसा है और कहा है कि अच्छा हुआ जो मैं वहां नहीं गया। उन्होंने कहा वहां जो कुछ भी हुआ उसे देखकर चिंतित हूं।
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