New Parliament Building Inauguration: देश की राजधानी दिल्ली में संसद की नई बिल्डिंग के उद्घाटन में अब केवल 48 घंटे बचे हैं...एक ओर जहां उद्घाटन समारोह को यादगार बनाने की तैयारी चल रही है वहीं विपक्ष भी इसके बहिष्कार के लिए पूरा ज़ोर लगा रहा है।
विपक्ष का कहना है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन की नई इमारत का उद्घाटन करेंगे तो वह समारोह में शामिल नहीं होगा।
नए संसद भवन के उद्घाटन का मुख्य समारोह रविवार दोपहर प्रधानमंत्री, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और अन्य की उपस्थिति में शुरू होने की संभावना है।
मुझे लगता है कि संसद ने नए भवन के उद्घाटन को मुद्दा बनाने की दो बड़ी वजहें हैं। पहली, मोदी विरोध। जो जो पार्टियां मोदी से परेशान हैं, अब 2024 तक हर छोटी बड़ी बात पर, मोदी विरोध के नाम पर, हम साथ साथ हैं का ऐलान करती रहेंगी।
Muqabla : सवाल सिर्फ संसद की नयी बिल्डिंग का नहीं है. 2024 से पहले नयी सियासी गोलबंदी का है. बैंगलोर में शपथ ग्रहण के दौरान कांग्रेस की नया यूपीए बनाने की कोशिश साफ़ नजर आयी. मगर बीजेपी तो बिना कोशिश के नया एनडीए बना रही है.
New Parliament: सुशील मोदी की चुनौती पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बड़ा बयान दिया है.. उनका कहना है कि अगर सरकार बदली तो संसद की नई बिल्डिंग में दूसरा काम होगा
नई संसद के उद्घाटन समारोह पर आज फिर बड़ा सियासी बवाल हुआ है। मोदी से लेकर योगी तक फुल एक्शन में हैं और विपक्ष के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। इस बीच मायावती ने नई संसद के उद्घाटन का मायावती ने स्वागत किया है।
नई संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था और इसका उद्घाटन 28 मई 2023 को पीएम मोदी के हाथों होगा। इस भवन के निर्माण में लगभग 1200 करोड़ रुपए का खर्चा आया है।
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में विपक्ष के नेता का भी एक कद होता है और उनको भी सम्मान से बुलाना चाहिए, लेकिन यहां तो सिर्फ मैं-मैं और मैं का अहंकार दिख रहा है।
देश के नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए 40 दलों को न्योता दिया गया है लेकिन उनमें से 120 दलों ने समारोह का बायकॉट करने का ऐलान किया है। इसको लेकर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों पर निशाना साधा है।
नए संसद भवन की इमारत (Central Vista) का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी 28 मई को करने वाले हैं। इस बीच भारतीय राजदंड के रूप में सेंगोल चर्चा में आ गया है। आपको जरूर जानना चाहिए कि आखिर यह क्या है।
संसद की नई इमारत के उद्घाटन को लेकर पेंच फंसता हुआ लग रहा है। सुप्रीम कोर्ट में एक याचिक दर्ज कर राष्ट्रपति से नई इमारत का उद्घाटन करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्ष के विरोध पर सवाल उठाया है और कहा है कि देश के संसद की नई इमारत का उद्घाटन प्रधानमंत्री को ही करना चाहिए।
नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर लगातार सियासी बवाल मचा हुआ है। कई राजनीतिक दलों ने 28 मई को होने वाले समारोह का बहिष्कार किया है। इसमें राष्ट्रीय जनता दल यानी राजद और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और समाजवादी पार्टी (सपा) का नाम भी जुड़ गया है।
New Parliament Bulding Inaugration: 21 दलों की विरोध की मुहिमके ख़िलाफ़ अब कई दल बीजेपी के समर्थन में खड़े नज़र आ रहे हैं अब सवाल ये उठ रहा है कि मोदी के समर्थन में खड़े होने वाले दल क्या 2024 के चुनाव में बीजेपी का साथ देंगे.
New Parliament Building: संसद की नई बिल्डिंग के उद्घाटन पर छिड़े सियासी संग्राम में अब मुगलों की एंट्री हो गई है. कांग्रेस ने अकबर की तारीफ की है और मोदी पर सवाल उठा दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा है कि अशोक ग्रेट थे, अकबर ग्रेट थे. मोदी Inaugurate हैं..
New Parliament Building Inauguration: नई संसद के उद्घाटन पर विपक्ष की बॉयकॉट पॉलिटिक्स जारी. कांग्रेस, TMC, सपा और AAP समेत 21 दल नहीं होंगे शामिल
Opposition Vs PM Modi: क्या विपक्ष के 21 नेताओं ने नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) बॉयकॉट पॉलिसी बनाई है? क्या एक पन्ने का एक ऐसा एग्रीमेंट तैयार हुआ है जिसमें लिखा है कि प्रधानमंत्री कुछ करें, कुछ भी कहें, कहीं भी बुलाएं, वहां नहीं जाना है।
Aaj Ki Baat: नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध 2024 के लिए ?
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