एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर, बैंक ने सुधार देखा और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 के आखिर तक सकल लोन के 3. 73 प्रतिशत पर आ गईं, जो एक साल पहले 4. 76 प्रतिशत थीं।
ओपी जिंदल समूह की कंपनी जेएसपीएल की मौजूदगी इस्पात, बिजली, खनन और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में है।
भारत की सबसे बड़ी तेल शोधक कंपनी ने समीक्षाधीन तिमाही में कच्चे तेल के प्रत्येक बैरल को ईंधन में बदलने पर 6.58 डॉलर की कमाई की
आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय घटकर 4,805.30 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले 2019-20 की जनवरी-मार्च तिमाही में 5,818.59 करोड़ रुपये थी।
कंपनी की आय में टेलीकॉम और रिटेल कारोबार की हिस्सेदारी बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई है, जो एक साल पहले 33 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 2020-21 के लिए कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 22.69 प्रतिशत की गिरावट आई है और कंपनी को 4,389.6 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ।
बैंक का कुल एनपीए या अवरुद्ध ऋण मार्च 2021 के अंत में कुल अग्रिम के मुकाबले घटकर 4.96 प्रतिशत रह गया, जो 31 मार्च 2020 को 5.53 प्रतिशत था।
कंपनी ने बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसका राजस्व 13.1 प्रतिशत बढ़कर 26,311 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 23,267 करोड़ रुपये था।
संयुक्त रूप से बैंक का समीक्षाधीन तिमाही में शुद्ध मुनाफा 5.8 प्रतिशत गिरकर 6,402.16 करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले साल समान तिमाही में 6,787.25 करोड़ रुपये था।
एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने चौथी तिमाही के लिए अपने राजस्व वृद्धि को स्थिर मुद्रा पर 2 से 3 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है। इससे पहले कंपनी ने 1.5 से 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था।
वित्त वर्ष 2020- 21 की दूसरी तिमाही जुलाई-सितंबर के दौरान बीएसई की परिचालन आय 15 प्रतिशत बढ़कर 125.38 करोड़ रुपये रही।
पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी की यह आय क्रमश: 175.06 करोड़ और 180.68 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी के कार्यकारी चेयरमैन अशोक सूता ने कहा कि दूसरी तिमाही में कंपनी का संपूर्ण प्रदर्शन बेहतर रहा।
इस दौरान कंपनी एक भूखंड को उसमें बने भवन के साथ 67.41 करोड़ रुपए में बेचने के सौदे को पूरा कर पाई।
समीक्षाधीन तिमाही में एचसीएल टेक का राजस्व 6.1 प्रतिशत बढ़कर 18,594 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 17,528 करोड़ रुपए था।
ऑयल इंडिया के इतिहास में यह दूसरा तिमाही घाटा है। इससे पहले 2018-19 में कंपनी को तिमाही घाटा हुआ था।
तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 24,292.80 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 15,161.74 करोड़ रुपए थी।
शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि जून में समाप्त तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 520.23 करोड़ रुपए या 3.47 रुपये प्रति शेयर रहा है।
कंपनियों का परिचालन और वित्तीय परिणाम कोरोना वायरस महामारी और उसके चलते लागू किए गए लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ।
कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी परिचालन आय बढ़कर 1,064.27 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 998.89 करोड़ रुपए रही थी
ल्यूपिन के एमडी नीलेश गुप्ता ने कहा कि तिमाही का प्रदर्शन कोविड-19 महामारी और इसके चलते लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुआ।
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