संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर UPSC NDA 2 2019 के लिए 12 दिसंबर को परिणाम घोषित किया।
महाराष्ट्र के सियासी ड्रामे के साथ ही भाजपा ने पिछले कुछ सालों में क्या खोया और क्या पाया, इस पर भी चर्चा तेज हो गई है।
संघ परिवार पर 43 किताबें लिख चुके नागपुर के संघ विचारक दिलीप देवधर ने महाराष्ट्र के पूरे राजनीतिक घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए दावा किया है कि महाराष्ट्र में शनिवार को भाजपा की सरकार गठन में शरद पवार की भी मौन सहमति है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने राज्य सभा सभापति एम वेंकैया नायडू को पत्र लिख कर जगह बदलने पर आपत्ति की। राउत ने कहा कि शिवसेना ने एनडीए से निकलने का औपचारिक ऐलान नहीं किया था। इसके बावजूद उनकी जगह बदल दी गई।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अनौपचारिक ढंग से बेदखल होने के दो दिन बाद शिवसेना ने मंगलवार को राजग की वैधता पर गंभीर प्रश्न खड़ किए...
पासवान ने कहा, ‘‘मुझे व्यक्तिगत रूप से आज बैठक में शिवसेना की कमी महसूस हुई क्योंकि यह पार्टी राजग के सबसे पुराने सदस्यों में से एक थी। यह चिंता की बात है कि पहले तेलुगू देशम पार्टी ने गठबंधन छोड़ा और इसके बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने ऐसा किया।’’
संसद के 18 नवम्बर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र की पूर्व संध्या रविवार को दिल्ली में होने वाली राजग घटक दलों की बैठक में शिवसेना के भाग नहीं लेने की संभावना है।
झारखंड में चुनाव होने वाले हैं और उससे पहले ही क्षेत्रीय दलों के साथ बीजेपी की तकरार शुरु हो गई है। महाराष्ट्र में पहले हीं शिवसेना ने बीजेपी का साथ छोड़ दिया है और अब झारखंड में आजसु और लोक जनशक्ति पार्टी ने साथ छोड़ दिया।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख और सांसद चिराग पासवान ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी झारखंड विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार है।
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है।
संघ लोक सेवा आयोग ने यूपीएससी एनडीए/एनए 1 2019 के अंतिम परिणाम घोषित कर दिए है।
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता गिरिराज सिंह ने मंगलवार को बिहार में बढ़ते अपराध की घटनाओं को लेकर राज्य में चल रही राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर ही निशाना साधा है।
बिहार में 21 अक्टूबर को 5 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में दोनों गठबंधन 'अपनों' से परेशान हैं।
जद(यू) के साथ अपनी पार्टी के गठजोड़ के भविष्य को लेकर लगाई जा रही अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि दोनों पार्टियों का गठबंधन ‘अटल’ है और अगले साल होने वाला बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री के अलावा विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा इस दौरान मंच पर मौजूद थे। इस दौरान सभी की निगाहें मंच पर खाली सीटों पर रहीं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की स्थिति राज्यसभा में और अधिक मजबूत होने वाली है।
चुनाव आयोग ने बिहार के लिए उप चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। राज्य की समस्तीपुर लोकसभा सीट और किशनगंज, सिमरी बख्तियारपुर, दरौंदा, नाथनगर और बेलहार विधानसभा सीटों पर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 सितंबर है।
बिहार में अपने बड़े वोट बैंक पर गुमान करने वाले राजनीतिक 'सूरमा' झारखंड में होनेवाले विधानसभा चुनाव में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजग में किसी तरह के दरार होने को खारिज करते हुए कहा कि गठबंधन अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में 200 से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज करके सत्ता में आएगी।
जदयू की एक राज्य परिषद बैठक को संबोधित कर रहे नीतीश ने अपने विरोधियों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिन लोगों में ‘राजनीतिक सूझबूझ की कमी’ है वह उन पर निजी हमले करके प्रचार पाने की कोशिश करते हैं।
संपादक की पसंद