बिहार विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को बहुमत प्राप्त होने के बाद सभी की निगाहें अगली सरकार के गठन पर टिकी हैं और ऐसी संभावना है कि दीपावली के बाद अगले सप्ताह नई सरकार का गठन हो सकता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ने बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू से भाजपा की ज्यादा सीटें आने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सियासी गलियारे में उठीं चर्चाओं को विराम दे दिया है।
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी का बिहार चुनावों में सिर्फ एक विधायक जीता है लेकिन कई जगहों पर उसके प्रत्याशी अच्छा वोट प्राप्त करने में कामयाब हुए और उसका नुकसान एनडीए के प्रत्याशियों को सबसे ज्यादा उठाना पड़ा है।
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने मंगलवार को कहा कि यदि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) राज्य की सत्ता में वापसी करता है तो नेतृत्व को लेकर गठबंधन में कोई विवाद नहीं है।
चुनाव आयोग ने मंगलवार को बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना में सामान्य से अधिक समय लगेगा और यह देर रात तक चलेगी, क्योंकि इस बार 63 प्रतिशत अधिक ईवीएम का इस्तेमाल किया गया है।
डेढ़ बजे तक आए रुझानों के मुताबिक एनडीए 128 सीटों पर आगे है, जिसमें भाजपा 73, जेडी (यू) 47 और वीआईपी 6 सीटों पर आगे चल रही है। आरजेडी 66 सीओं पर, कांग्रेस 21, सीपीआई (एमएल) लिब्रेशन 14, सीपीआई और एआईएमआईएम 3-3 सीटों पर आगे चल रहे हैं।
बिहार चुनाव के नतीजों का कल ऐलान होने वाला है। तेजस्वी को ताज या फिर नीतीश कुमार को सियासी वनवास, इसका फैसला करीब कल होने वाला है लेकिन EXIT पोल के नतीजों के बाद से ही RJD खेमे में जश्न का माहौल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर बुधवार 28 अक्टूबर को बिहार में एक ही दिन अलग अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। बुधवार को ही बिहार में 71 विधानसभा सीटों पर पहले चरण के लिए मतदान होना है।
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत जिन 71 विधानसभा क्षेत्रों में 28 अक्टूबर को मतदान होना है, उनके लिए सोमवार की शाम प्रचार समाप्त हो गया। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश में सत्ताधारी एनडीए का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रैलियों को संबोधित की।
बिहार विधानसभा चुनाव में दूसरे चरण की 94 सीटों के लिए उम्मीदवार मैदान में हैं। इन्हीं 94 सीटों में मीनापुर सीट भी आती है जहां पर सीधी टक्कर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बीच में है।
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग हुए लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान भाजपा नेताओं के लिए अब सरदर्द होते जा रहे हैं।
बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होकर चुनावी मैदान में उतरने की घोषणा कर चुकी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) नाराज भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं के लिए नया ठिकाना बन गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुकेश सहनी नीत विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को अपने कोटे की 121 सीटों में से 11 सीटें देने की घोषणा की। साथ ही वीआईपी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा भी बन गई।
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के लिए महागठबंधन और एनडीए में सीटों को लेकर बंटवारा हो गया है। एनडीए में जदयू बिहार में 122 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकी बीजेपी 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जदयू अपनी सीटों में से 7 सीटें जीतन राम मांझी को देगी।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने स्पष्ट कहा है कि उन्हें नीतीश का नेतृत्व स्वीकार नहीं है, हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहने की बात कही थी। जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा सहित एनडीए के सभी घटक दलों के कार्यकर्ता पूरी मेहनत कर रहे हैं।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई. एस जगह मोहन रेड्डी सोमवार शाम नई दिल्ली पहुंच चुके हैं। अपने ससुर के अंतिम यात्रा में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री गन्नवरम हवाई अड्डे पर पहुंच सीधे दिल्ली के लिए उड़ान भरी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शनिवार को कहा है कि पूरे बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में जबरदस्त लहर है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा ) को ऑफर की गई सीटों को लेकर बैचेनी के बीच पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान द्वारा शनिवार को पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई है, जिसमें यह तय होगा कि बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी राजग के साथ मिलकर चुनाव लड़े या अकेले लड़े।
भाजपा के शीर्ष नेताओं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बृहस्पतिवार को लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ बैठक कर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजग के घटक दलों के बीच सीटों के बंटवारे के मामले को सुलझाने का प्रयास किया।
मुझे लगता है कि किसानों की शंकाओं को दूर करने के लिए कुछ और क्लेरीफिकेशन देने की जरूरत है। हर पहलू को स्पष्ट करने और किसानों की बात सुनने की जरूरत है।
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