महाराष्ट्र में एनसीपी में आई दरार की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी। आखिर पवार परिवार में फूट क्यों पड़ी? जानिए इनसाइड स्टोरी-
महाराष्ट्र की सियासत में एनसीपी की एक मजबूत भूमिका रही है। लेकिन अब यह पार्टी लगभग दो भागों में बंट चुकी है। बागी गुट ने अजित पवार को एनसीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है। वहीं पार्टी पर कब्जे की लड़ाई अब चुनाव आयोग में भी पहुंच चुकी है।
महाराष्ट्र से बड़ी खबर सामने आ रही है कि सीएम एकनाथ शिंदे नाराज हैं क्योंकि एनसीपी को सरकार में शामिल किया गया। वह राष्ट्रपति के कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए हैं और मुंबई वापस लौट आए हैं।
NCP सुप्रीमो शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार में पार्टी पर कब्जे के लिए चल रही जंग के बीच जूनियर पवार को बड़ा झटका लगा है।
शरद पवार ग्रुप की तरफ से विधायकों और पदाधिकारियों का एफिडेविट यानी कि प्रतिज्ञा पत्र बनवाया जा रहा है। शरद पवार गुट के विधायकों से ये लिखित में लिया जा रहा है कि वो शरद पवार के प्रति वफादार हैं और उनकी निष्ठा शरद पवार के प्रति है और वही उनके नेता हैं।
शरद पवार और अजित पवार ने आज बैठक बुलाई है। जिससे इस बात का फैसला होगा कि असली एनसीपी कौन है। एक तरफ शरद पवार अपने पास संख्या बल होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ अजित पवार भी डटे हुए हैं।
महाराष्ट्र की सियासत के लिए बुधवार का दिन अहम रहने वाला है। टूट के बाद एनसीपी के दोनों धड़ों ने बैठक बुलाई है। उससे पहले अजित पवार ने कहा है कि ज्यादा विधायक हमारे पास हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा फेरबदल हुआ है और शरद पवार की एनसीपी में टूट होने के बाद सियासत चरम पर है लेकिन एनसीपी में टूट, धोखा है या गेम प्लान-जानिए इस ब्लॉग में।
पार्टी में हुई बगावत के बाद एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने विरोधी गुट को सख्त चेतावनी दी है कि वे उनसे इजाजत लिए बिना उनकी तस्वीर का इस्तेमाल नहीं करें।
महाराष्ट्र के नए डिप्टी सीएम अजित पवार मुंबई स्थित एनसीपी के नए दफ्तर में पहुंचे जहां पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया और समर्जथन में जमकर नारेबाजी की।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट के साथ ही एक बार फिर महाराष्ट्र में सियासी उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है और इसके आने वाले कुछ दिनों तक जारी रहने के पूरे आसार हैं।
महाराष्ट्र की सियासत के चाणक्य माने जाने वाले शरद पवार ने शायद भतीजे अजित की बगावत के बावजूद हार नहीं मानी है और वह पूरे सूबे का दौरा करने की बात कह रहे हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को शुरू हुआ घमासान सोमवार को भी जारी रहा। अब एनसीपी के दूसरे धड़े के नेता प्रफुल्ल पटेल ने इंडिया टीवी के साथ खास इंटरव्यू में बताया कि क्यों और कैसे शरद पवार का साथ छोड़ा?
महाराष्ट्र के शिंदे सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने बड़ा दावा किया है और कहा है कि अब कांग्रेस में भी बड़ी टूट होने वाली है, 17 विधायक पार्टी छोड़ेंगे।
महाराष्ट्र में रविवार को शुरू हुआ सियासी भूचाल अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को भी दिन भर जहां बयानों से राजनीति गरमाती रही वहीं जैसे ही शरद पवार ने अजित गुट पर कार्रवाई की वैसे ही अजित ने कई ऐलान कर दिए।
23 जून को पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी जिसमें 15 विपक्षी दलों के नेता शामिल हुए थे। इस बैठक में सभी पार्टियों के नेताओं ने एकजुटता दिखाई थी। लेकिन महाराष्ट्र प्रकरण के बाद अब विपक्षी एकता पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे आज ‘गुरु पूर्णिमा’ के अवसर पर शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे के स्मारक पर जाकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इससे पहले शरद पवार भी अपने राजनीतिक गुरु और पूर्व सीएम यशवंत राव चव्हाण को श्रद्धांजलि देने सतारा के कराड पहुंचे थे।
महाराष्ट्र में अजीत पवार द्वारा चाचा शरद पवार को झटका देकर डिप्टी सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री भी टेंशन में आ गए हैं। इधर कई बीजेपी नेताओं ने महाराष्ट्र जैसा हाल बिहार में भी होने का दावा करके नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के आंखों की नींद उड़ा दी है। अब बिहार में क्या होने वाले है, ये वक्त बताएगा।
पार्टी टूटने के बाद NCP प्रमुख शरद पवार ने अपने समर्थकों को संबोंधित किया। अपने संबोधन के दौरान शरद पवार बीजेपी पर जमकर बरसे। शरद पवार ने कहा कि कई राज्यों में बीजेपी ऐसे खेल कर रही है। उसे उसकी सही जगह दिखाएंगे।
अजित पवार और उनके समर्थक विधायकों के शिंदे सरकार में शामिल होने की वजह से सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। लोग अब यह देखना चाहते हैं कि शरद पवार इस मामले पर क्या रणनीति तैयार करेंगे।
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