मंत्रालय बंटवारे के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि चूंकि मंत्रियों की संख्या अधिक है, इसलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को प्रत्येक मंत्री को एक विभाग देना ही था।
महायुति सरकार ने इस बार राज्य में ओबीसी वर्ग के बड़े चेहरे छगन भुजबल को कैबिनेट से दरकिनार कर दिया है, जिससे वह काफी नाराज चल रहे हैं। इसके बाद उनको कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने का खुला ऑफर दे दिया है।
छगन भुजबल ने मंगलवार को NCP सुप्रीमो अजित पवार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस उन्हें नए कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को दिल्ली की बेनामी ट्रिब्यूनल ने बड़ी राहत दी है। ट्राइब्यूनल के फैसले के बाद पवार की संपत्तियों को इनकम टैक्स से मुक्त कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है। ऐसे में किस पार्टी को कौन से विभाग मिल सकते हैं, इस बारे में सूत्रों ने जानकारी दी है...
महायुति के तीनों घटक दलों के बीच पावर शेयरिंग का मुद्दा भी सुलझा लिया गया है। इस बीच बीजेपी विधायक की बैठक में विधायक दल के नेता के नाम पर मुहर लग जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुंबई में आज की महायुति की बैठक रद्द होने की खबर सामने आ रही है। इससे पहले खबर आई थी कि एकनाथ शिंदे आज महायुति की बैठक में उपमुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।
पिछले साल अप्रैल में एनसीपी ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खो दिया था। अजित पवार ने कहा, हमारा अगला लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनाव है। हम जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी में एनसीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित करेंगे।
महाराष्ट्र में एक बार फिर बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर अनबन शुरू हो गई है। 2019 में भी सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच अनबन हुई थी और गठबंधन टूट गया था।
अमोल मिटकरी ने कहा कि सुप्रिया सुले को ठीक उसी तरह माफी मांगनी चाहिए, जैसे अजित पवार ने इस साल के शुरू में अपनी पत्नी सुनेत्रा को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारने के लिए खेद व्यक्त किया था।
महाराष्ट्र में नए सीएम को लेकर अब बैठकों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच महायुति के सभी नवनिर्वाचित विधायकों को मुंबई बुलाया गया है। माना जा रहा है कि यहां विधायकों की बैठक के बाद महाराष्ट्र के अगले सीएम के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
महाराष्ट्र चुनाव में अजित पवार को बड़ी सफलता मिली है। अजित गुट की NCP ने 41 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, चाचा शरद पवार की पार्टी एनसीपी (एसपी) केवल 10 सीटें ही जीतने में कामयाब रही।
विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (MVA) का कोई भी उम्मीदवार एक लाख से अधिक वोटों से जीत की उपलब्धि हासिल नहीं कर सका। हालांकि, एमवीए के कुछ प्रत्याशी 90 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज करने में सफल रहे।
बारामती विधानसभा क्षेत्र पवार परिवार की पुस्तैनी सीट कही जाती है। इस सीट से पहले शरद पवार चुनाव लड़ा करते थे। इसके बाद अजित पवार चुनाव लड़ने लगे। इस बार शरद पवार ने अजित पवार के सामने अपने पोते युगेंद्र पवार को चुनावी मैदान में उतारा है।
Achalpur Election Result: अचलपुर सीट का रिजल्ट घोषित हो गया है। यहां पर बीजेपी बड़ी जीत हासिल हुई है। कांग्रेस उम्मीदवार को 12131 वोटों से हार मिली है।
महाराष्ट्र में मतदान के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। दरअसल कई एग्जिट पोल में महायुति को बढ़त मिल रही है। इस बीच बीजेपी, कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना नेताओं की एग्जिट पोल के आंकड़ों पर प्रतिक्रिया सामने आई हैं।
महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों के लिए आज वोटिंग हुई। एक तरफ जहां सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाला महायुति गठबंधन सत्ता में बने रहने की उम्मीद कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन मजबूत वापसी का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इस बीच 6 एजेंसीज के एग्जिट पोल सामने आए हैं।
Maharashtra Assembly Election 2024: अहेरी विधानसभा क्षेत्र में किसी भी एक पार्टी का कब्जा नहीं रहा है। यहां की जनता सभी पार्टियों को मौका देती आई है।
महाराष्ट्र में इस बार के विधानसभा चुनाव कई बड़े क्षत्रपों का सियासी भविष्य तय कर देंगे और यह भी बता देंगे कि आने वाले दिनों में सूबे की सियासत किस तरह के रंग दिखा सकती है।
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