महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद मंत्री पद को लेकर कई बैठकें हुईं। पिछली बार महायुति सरकार में मंत्री रहे छगन भुजबल को इस बार मंत्री नहीं बनाया गया। वहीं अब विदेश दौरे से वापस लौटने के बाद उन्होंने एक बार फिर मंत्री पद को लेकर बयान दिया है।
महाराष्ट्र की सियासत में पवार परिवार को लेकर एक बार फिर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। अजित पवार की मां के बयान के बाद सवाल है कि क्या एनसीपी के दोनों गुट एक साथ आएंगे?
अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के वरिष्ठ ने प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार हमारे देवता हैं। हमारे मन में उनके प्रति उच्च स्तर का सम्मान है। अगर पवार परिवार एक साथ आता है तो इससे हमें बेहद खुशी होगी। मैं खुद को पवार परिवार का सदस्य मानता हूं।
अगर आप इंस्टेंट मैसेजिंग और वॉइस कॉल के लिए वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। WhatsApp में नए साल के मौके पर एक बहुत बड़ा बदलाव किया गया है। NPCI ने भारत में वॉट्सऐप इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स को राहत देते हुए इस पर लगी ऑनबोर्डिंग लिमिट को हटा लिया है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एनसीपी ने शनिवार को अपने प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कुल 11 उम्मीदवारों के नाम हैं।
मंत्रालय बंटवारे के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि चूंकि मंत्रियों की संख्या अधिक है, इसलिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को प्रत्येक मंत्री को एक विभाग देना ही था।
परभणी के पास शरद पवार के काफिले की कारों की आपस में जोरदार टक्कर हो गई। वे सरपंच संतोष देशमुख के परिवारों से मुलाकात कर वापस लौट रहे थे।
महायुति सरकार ने इस बार राज्य में ओबीसी वर्ग के बड़े चेहरे छगन भुजबल को कैबिनेट से दरकिनार कर दिया है, जिससे वह काफी नाराज चल रहे हैं। इसके बाद उनको कांग्रेस ने पार्टी में शामिल होने का खुला ऑफर दे दिया है।
छगन भुजबल ने मंगलवार को NCP सुप्रीमो अजित पवार पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री फडणवीस उन्हें नए कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
अजित पवार और एकनाथ शिंदे ने साफ किया है कि हर मंत्री को ढाई साल दिए जाएंगे। इसके बाद उन्हीं मंत्रियों का कार्यकाल आगे बढ़ेगा, जिनका प्रदर्शन अच्छा होगा।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को दिल्ली की बेनामी ट्रिब्यूनल ने बड़ी राहत दी है। ट्राइब्यूनल के फैसले के बाद पवार की संपत्तियों को इनकम टैक्स से मुक्त कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होने वाला है। ऐसे में किस पार्टी को कौन से विभाग मिल सकते हैं, इस बारे में सूत्रों ने जानकारी दी है...
महायुति के तीनों घटक दलों के बीच पावर शेयरिंग का मुद्दा भी सुलझा लिया गया है। इस बीच बीजेपी विधायक की बैठक में विधायक दल के नेता के नाम पर मुहर लग जाएगी।
जितेंद्र आव्हाड ने मोहन भागवत के बयान पर कहा कि सही मायने में घर की मुखिया महिला होती है, जिसे महंगाई और परिवार नियोजन के बारे में पता होता है। मोहन भागवत ने कहा था कि लोगों को तीन बच्चे करने चाहिए।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन की करारी हार हुई है। इस बड़ी हार के बाद से महाराष्ट्र के विपक्षी पार्टी के नेता चुनाव आयोग से ईवीएम को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र के मुंबई में आज की महायुति की बैठक रद्द होने की खबर सामने आ रही है। इससे पहले खबर आई थी कि एकनाथ शिंदे आज महायुति की बैठक में उपमुख्यमंत्री पद पर फैसला लेंगे।
पिछले साल अप्रैल में एनसीपी ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खो दिया था। अजित पवार ने कहा, हमारा अगला लक्ष्य दिल्ली विधानसभा चुनाव है। हम जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी में एनसीपी का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित करेंगे।
महाराष्ट्र में एक बार फिर बीजेपी और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर अनबन शुरू हो गई है। 2019 में भी सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों के बीच अनबन हुई थी और गठबंधन टूट गया था।
अजित पवार ने एक श्रद्धांजलि सभा के दौरान अपने भतीजे को ताना मारा कि अगर मैंने तुम्हारी विधानसभा सीट पर रैली की होती को सोचो क्या होता।
अमोल मिटकरी ने कहा कि सुप्रिया सुले को ठीक उसी तरह माफी मांगनी चाहिए, जैसे अजित पवार ने इस साल के शुरू में अपनी पत्नी सुनेत्रा को लोकसभा चुनाव में मैदान में उतारने के लिए खेद व्यक्त किया था।
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