देश के बहादुर वीर सैनिकों के बलिदान और नेशनल वॉर मेमोरियल के इतिहास और उसके महत्व को अब स्कूली छात्र पढ़ सकेंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने 7वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर एक अध्याय शामिल किया है।
NCERT की किताबों से चार्ल्स डार्विन थ्योरी को लेकर पिछले दिनों विवाद चल रहा था। इसी पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपना रूख स्पष्ट किया है। रूख स्पष्ट करते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने जानकारी दी है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
अभी हाल में ही NCERT ने कक्षा 10वीं की Chemistry की बुक से आवर्त सारणी(Periodic Table) वाले चैप्टर को हटा दिया था। इसको लेकर अब NCERT की तरफ से अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट के जरिए एक बयान सामने आया है।
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने अब कक्षा 10वीं की रसायन विज्ञान(Chemistry) की पाठ्यपुस्तकों से आवर्त सारणी(Periodic Table), लोकतंत्र और ऊर्जा के स्रोत चैप्टर्स को हटाने का फैसला लिया है।
शिक्षा मंत्रालय के सानियर अधिकारियों के मुताबिक, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) की आपत्तियों के बाद NCERT ने 12वीं कक्षा की राजनीति विज्ञान(Political Science) की पाठ्यपुस्तक से एक अलग सिख राष्ट्र खालिस्तान की मांग के संदर्भ को हटा दिया है।
आज से NCERT भर्ती के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं। वे उम्मीदवार जो इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती से जुड़ी अन्य डिटेल के लिए यहां पढ़ें...
NCERT Recruitment 2023: सरकारी नौकरी की कर रहे हैं तैयारी तो ये खबर आपके काम की है। NCERT ने कई पदों पर भर्ती निकाली है। ऐसे में वे उम्मीदवार जो इन पदों पर आवेदन करना चाहते हैं, लिंक एक्टिव होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इस भर्ती से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए यहां पढ़ें..
जब शिक्षा नीति बदलती है तो कुछ पुरानी चीज़ें हटती हैं और कुछ नई चीजें जुड़ती हैं। सिलेबस में जो बदलाव हुए हैं वो अस्थायी हैं। इन्हें फिर से बदला जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में 11वीं और12वीं क्लास के सिलेबस से मुगलों का चैप्टर हटाए जाने पर एनसीईआरटी के अध्यक्ष ने सफाई दी है और कहा है कि ऐसा कुछ नहीं है, हमने तो बस बच्चों का बोझ कम किया है।
यूपी मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद ने अपने एक बयान में कहा कि स्कूलों की तरह मदरसों में भी नर्सरी, यूकेजी(UKG) और केजी(KG) की कक्षाएं चलेंगीं।
Tamanna Aptitude Test- NCERT के जरिए एप्टीट्यूड टेस्ट देशभर में करवाए जा रहे हैं। उत्तराखंड में भी दसवीं और बारहवीं कक्षाओं के बाद विद्यार्थियों का तमन्ना एप्टीट्यूड टेस्ट लिया जाएगा।
उतराखंड में मदरसों को लेकर कुछ बदलाव किया गया है, जिसमें यूनिफॉर्म से लेकर सिलेबस तक में तब्दीली शामिल है। इस लेकर वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि बोर्ड के दायरे में आने वाले सभी 103 मदरसों में ड्रेस कोड और NCERT पाठ्यक्रम लागू करने जा रहे हैं।
परिषद के स्कूलों में NCERT पाठ्यक्रम को लागू करने का निर्णय 2018 में लिया गया था और इसे 2021-22 से कक्षा एक से 8 तक चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना थी। लेकिन कोविड-19 के प्रकोप के कारण इसमें देरी हुई। अब सरकार अगले सत्र में कक्षा 1 से 3 तक और फिर अगले दो वर्षों में कक्षा 8 तक पाठ्यक्रम लागू करेगी।
राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के एक अध्ययन में यह आंकलन किया गया है कि साल 2011 से शुरू होकर 2025 तक स्कूलों में छात्रों के ग्रॉस एनरोलमेंट में 14 प्रतिशत से अधिक गिरावट आयेगी।
NCERT Syllabus: 12वीं में संशोधित किए गए पाठ्यक्रम से गुजरात दंगों से संबंधित पाठ को हटाने के साथ ही नक्सली आंदोलन का इतिहास और इमरजेंसी विवाद को भी एनसीईआरटी की किताब से हटाने का फैसला लिया गया है।
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने बुधवार को कोरोनावायरस के प्रकोप के बीच राष्ट्रीय प्रतिभा खोज परीक्षा (NTSE) 2021 चरण II को स्थगित करने की घोषणा की। यह परीक्षा 13 जून को आयोजित होने वाली है, लेकिन देश भर में COVID मामलों में वृद्धि के कारण इसे अगले नोटिस तक के लिए टाल दिया गया है।
क्या आप इस साल 10वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले हैं? तो फिर आपके दिमाग में ये सवाल घूम रहा होगा कि क्या सिर्फ NCERT की किताबें पढ़ कर हम 10वीं बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबर स्कोर कर सकते है या नहीं।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने बधिर बच्चों (Deaf Children) को संकेत भाषा में पाठ्यपुस्तक और अन्य शैक्षणिक सामग्री उपलब्ध कराने के लिए मंगलवार को भारतीय संकेत भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए.
21 अगस्त को मिलिट्री इंटेलिजेंस (एमआई), यूपी एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने काशीगांव के पास एक कारखाने में छापा मारा। जहां 50 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की लगभग सभी वर्गों के लिए 1,50,000 से अधिक अवैध रूप से छापी गईं एनसीईआरटी की किताबें जब्त की गईं।
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की किताबें अब छात्रों के लिए ऑडियो फॉर्मेट (Books in Audio Format) में उपलब्ध होंगी
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