केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बड़ा ऐलान किया है, जिससे NCERT पढ़ने वालों को खासा फायदा होगा।
मध्य प्रदेश में एनसीआरटी की किताब पर लव जिहाद के आरोप को लेकर विवाद चल रहा है। इसक लेकर अब प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रतिक्रिया सामने आई है।
NCERT ने कक्षा 12वीं के बोर्ड रिजल्ट की मार्किंग स्कीम को लेकर एक नई स्ट्रैटजी बनाई है, जिसे लेकर बोर्ड को सुझाव दिया गया है।
NCERT द्वारा पिछले वीक जारी की गई क्लास 6 की नई मैथ्स(गणित) की किताब(गणित प्रकाश) में अतिरिक्त अध्याय हैं। इस वर्ष से क्लास 6 के लाखों स्टूडेंट्स को प्राचीन भारतीय गणितज्ञों के ज्ञान में योगदान के बारे में पढ़ाया जाएगा।
बच्चों व उनके पैरेट्स के लिए खुशखबरी है, अब बच्चों की पढ़ाई के लिए उन्हें किताबों के सहारे की जरूरत कम पड़ने वाली है। NCERT ने उनके लिए एक खास तरकीब निकाली है।
एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों को लेकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नोटिस जारी किया है। जारी किए गए नोटिस के मुताबिक 9वीं से 12वीं तक की कक्षा के लिए NCERT बुक्स को मेंडेटरी कर दिया गया है।
NCERT ने कक्षा 3 और 6 के बच्चों की किताबों से संविधान की प्रस्तावना को हटा दिया है। साथ ही NCERT ने ऐसे करने की अपनी वजह भी बताई है।
NCERT की यूनिट PARAKH द्वारा शिक्षा मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी गई है। इस रिपोर्ट में कक्षा 12वीं के फाइनल रिजल्ट पैटर्न में बदलाव को लेकर सुझाव दिया गया है।
आज एजुकेशन मिनिस्ट्री ने स्कूली बच्चों के हित को देखते हुए कक्षाओं के दौरान 10 दिन तक बैगलेस डे के लिए गाइडलाइन जारी कर दी है।
सरकार NEP 2020 के तहत तैयारी कर रही है कि स्कूली बच्चों को कुछ दिनों के लिए बैग से मुक्ति दिलाई जा सके। इसके लिए आज मंत्रालय ने NCERT के साथ मीटिंग की है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने आज एनसीईआरटी के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी से बात की। इस दौरान पाठ्यक्रम से कुछ विषयों के हटाए जाने पर उन्होमंने कहा कि बच्चों को दंगों के बारे में पढ़ाना, हिंसक और अवसादग्रस्त नागरिक पैदा कर सकता है।
एनसीईआरटी (NCERT) की नई रिवाइज्ड किताबों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। इसमें बाबरी मस्जिद का जिक्र ही नहीं किया गया है बल्कि उसकी जगह तीन गुंबद वाली संरचना का जिक्र है।
सूत्रों की तरफ से दावा किया गया है कि शिक्षा मंत्रालय ने NCERT को निर्देष दिया है कि वो हर साल पाठ्यपुस्तकों को अपडेट और उसकी समीक्षा करे। सूत्रों के अनुसार नए पाठ्यक्रम के अनुसार एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकें सभी कक्षाओं के लिए 2026 तक तैयार हो जाएंगी।
NCERT ने कक्षा 11वीं व 12वीं की किताबों के पाठ में बड़े फेरबदल किए हैं। जिसमें बाबरी मस्जिद से लेकर गुजरात दंगे के टॉपिक भी शामिल हैं।
NCERT कक्षा 1,2,7,8,10 और 12 के लिए नई किताबें जल्द जारी करगी। कक्षा 3 और 6 के लिए किताबें जारी करने वाली है।
NCERT ने स्कूलों को आदेश दिया है कि सभी राज्य एचपीसी के अनुसार अपना मूल्यांकन पैटर्न तैयार करें। साथ ही उनसे स्कूलों को या तो एचपीसी अपनाने या इसे अनुकूलित करने के लिए कहा गया है।
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत एनसीईआरटी की किताबों में से साइंस और मैथ के कुछ चैप्टर हटाए गए हैं। छात्र इसकी जानकारी यहां पढ़ सकते हैं।
NCERT यानी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के पैनल ने भारत के महाकाव्य रामायण और महाभारत को स्कूलों में पढ़ाए जाने के लिए सिफारिश की है। पैनल ने यह भी सिफारिश की है कि संविधान की प्रस्तावना को सभी क्लासेज की दीवारों पर स्थानीय भाषाओं में लिखा जाना चाहिए।
मीडिया में खबरें आई थीं कि एनसीईआरटी कमेटी ने सभी स्कूल की किताबों में 'इंडिया' की जगह 'भारत' करने की सिफारिश की है। इस खबर के सामने आते ही ये चर्चाएं शुरू हो गईं कि क्या INDIA का नाम भारत करने की तैयारी चल रही है? हालांकि अब इस मामले पर एनसीईआरटी का आधिकारिक बयान सामने आ गया है।
एनसीईआरटी को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा मिलने जा रहा है। जिसके बाद एनसीईआरटी स्वंय की ग्रेजुएट, पोस्टग्रेजुएट और डॉक्टरेट डिग्री दे सकेगी। ये जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दी है।
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