कांग्रेस ने झारखंड के सरायकेला में हुए नक्सली हमले की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि सरकार को नक्सलवाद से नए सिरे से निपटने के लिए नीति बनानी चाहिए।
पुलिस को इनपुट मिला था कि चुनावों को प्रभावित करने, पुलिस और अर्धसैनिक बलों को निशाना बनाने के लिए नक्सली प्लानिंग बना रहे हैं। इसी इनपुट पर काम करते हुए पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक नक्सलवाद से निपटने के प्लान पर काम शुरू कर दिया है।
शनिवार को बालाघाट में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया। हालांकि, उसके साथी भाग खड़े हुए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता का नाम नक्सलवादियों के एक मामले में सामने आया है। आतंकवाद और नक्सलवाद देश के लिए खतरा हैं। फिर भी कांग्रेस की सहानुभूति है जो निंदनीय है
पीएम मोदी ने कहा, आतंकवादियों ने बंद का आह्वान किया था। बंद, बंदूक, गोली की धमकी दी थी। उसके बावजूद भी लोकतंत्र में श्रद्धा रखने वालों ने वोट करके लोकतंत्र का परचम फहरा दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहले नक्सली घटनाओं में सुरक्षा बलों की ज्यादा शहादत होती थी। अब मामला उलट गया है और अब नक्सली ज्यादा मारे जा रहे हैं। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़ने और आत्मसमर्पण करने के लिए अपील की।
स्मृति ईरानी ने यहां सोमवार को कांग्रेस नेता राज बब्बर के नक्सलियों को क्रांतिकारी कहे जाने पर कहा कि यह कांग्रेस की मानसिकता है जो बेगुनाहों का खून करते हैं और कानून को अपने पैरों में कुचलते हैं उन्हें वे क्रांतिकारी कहते हैं।
गौरतलब है कि राज बब्बर ने कहा था कि गोलियां और बंदूकें नक्सलवाद का हल नहीं कर सकती है। धमकाकर, डराकर इस समस्या का हल नहीं निकाला जा सकता है। ऐसे लोगों को नहीं रोका जा सकता है जिन्होंने क्रांति की शुरूआत कर दी है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। सुकमा के कोंटा और गोलापल्ली पुलिस स्टेशन सीमा के पास सोमवार को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में 14 नक्सलियों को मार गिराया है।
छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद से प्रभावित सुकमा जिले में नक्सवादियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंडमाइन व्हीकल को उड़ा दिया है।
उन्होंने कहा कि लोककल्याण के मार्ग पर आगे बढ़ने के लिये गठित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के तहत शिक्षण संस्थाओं की स्थापना की गयी है। इन शिक्षण संस्थाओं को केवल अक्षर ज्ञान तक सीमित नहीं रखना है, बल्कि खुद को समाज और राष्ट्र से जुड़ी समस्याओं के साथ जो
गृह मंत्री ने कहा कि अगर लोग 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन की शपथ लेकर 1947 में आजाद हो सकते हैं, तो आजादी मिलने के 70 साल बाद भी देश आत्मनिर्भर क्यों नहीं बन पाया है। मैं प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देना चाहूंगा, जिन्होंने 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगां
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