नक्सलियों के एक समूह ने शनिवार सुबह पटना-कोलकाता मार्ग पर स्थित एक रेलवे स्टेशन पर हमला किया और स्टेशन मास्टर को करीब आधे घंटे तक बंधक बनाकर रखा।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से सात महिला नक्सलियों और छह पुरूष नक्सलियों के शव बरामद किए गए। मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के घायल होने का भी अनुमान है लेकिन वे भाग निकले। उसने बताया कि घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, एक एसएलआर, एक कार्बाइन, एक 303 राइफल और विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी।
3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ CRPF के जवानों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 22 जवान शहीद हो गए थे और नक्सलियों ने CRPF के कमाडों राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा कर लिया था।
सम की एक 48 वर्षीय लेखिका ने जवानों की शहादत को लेकर फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट किया है, जिसके बाद मंगलवार को उन्हें देशद्रोह सहित कई अन्य आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में एक स्थानीय पत्रकार गणेश मिश्रा ने बताया कि नक्सली जल्द ही अगवा किए गए जवान का वीडियो जारी करेंगे और अगर सरकार ने सहयोग किया तो वो जवान को दो दिन के अंदर छोड़ भी देंगे।
सुकमा जिले के एक स्थानीय संवाददाता ने सोमवार को दावा किया कि नक्सलियों ने उसे फोन पर बताया कि उन्होंने (नक्सलियों ने) जवान राकेश्वर का अपहरण किया है तथा वह उनके कब्जे में है।
जम्मू-अखनूर रोड के बरनई क्षेत्र में मिन्हास के घर पर उनकी पत्नी मीनू ने संवाददाताओं से कहा, "हमें न्यूज चैनल से हमले की जानकारी मिली और पता चला कि वह लापता हैं। सरकार और सीआरपीएफ में से किसी ने हमें घटना की जानकारी नहीं दी।"
गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नक्सलियों को कड़ा संदेश दिया है और एक तरह से सरकार की नीति साफ कर दी है कि वह नक्सलियों के खिलाफ आने वाले दिनों में सख्त अभियान छेड़ सकती है।
अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर ले जाने के लिए उनके (सुरक्षाबलों) बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। पिछले कुछ वर्षों में, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इस लड़ाई को दो कदम आगे बढ़ाया है।
राहुल गांधी ने सीआरपीएफ के महानिदेश कुलदीप सिंह के एक बयान से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए कहा, ‘‘अगर खुफिया नाकामी नहीं थी तो फिर 1:1 के अनुपात में मौत का मतलब यह है कि इस अभियान की योजना को खराब ढंग से तैयार किया गया तथा अयोग्यतापूर्वक इसका क्रियान्वयन किया गया।’’
बीजापुर-सुकमा की सीमा पर सुरक्षा बलों पर हुए नक्सली हमले के बाद देश के गृह मंत्री अमित शाह आज छत्तीसगढ़ पहुंचे और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी।
छत्तीसगढ़ में हल्की मशीन गन (एलएमजी) से लैस करीब 400 नक्सलियों के एक समूह ने विशेष अभियान के लिए तैनात सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया, जिसमें 22 जवान शहीद हो गए और 30 अन्य घायल हो गए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर बीजापुर (छत्तीसगढ़) में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ को लेकर चल रही बैठक संपन्न हुई।
बताया जाता है कि नक्सली शहीद हुए जवानों के लगभग दो दर्जन अत्याधुनिक हथियार भी लूट ले गए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुआलकुची में रविवार को कहा कि नक्सली हमलों में सुरक्षाकर्मियों की जान जाने जैसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उचित समय पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर और सुकमा की सीमा पर सुरक्षा बलों पर हुए नक्सली अटैक में 22 जवान शहीद हो गए हैं। इसकी जानकारी बीजापुर के एसपी कमलोचन कश्यप ने दी। बता दें कि शनिवार को बीजापुर और सुकमा जिले की सीमा पर जगरगुंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ करीब पांच घंटे तक चली।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर औऱ सुकमा जिले की सीमा पर हुई सुरक्षा बलों और नक्सलियों की बीच हुई मुठभेड़ में अभी भी 21 जवानों के लापता होने की जानकारी सामने आ रही है। नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुए इस एनकाउंटर में 7 जवान शहीद हुई हैं जबकि 30 जवान घायल हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हो गए।
सुरक्षाबलों के लगातार बढ़ते दबाव ने नक्सलियों की कमर तोड़कर रख दी है। वे अब सुरक्षाबलों से आमने-सामने भिड़ने के बजाय उन पर धोखे से IED विस्फोट कर हमलों को अंजाम दे रहे हैं।
झारखंड के झझारा इलाके में नक्सलियों के आईईडी ब्लास्ट में तीन जवान शहीद हो गए जबकि तीन अन्य जवान घायल हो गए हैं।
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