दंतेवाड़ा के अरनपुर थाना क्षेत्र ये जवान गश्त के बाद वापस लौट रहे थे। जवान गश्त के लिए पैदल गए हुए थे लेकिन लौटते वक्त थकान के कारण एक पिकअप वैन में लिफ्ट लेकर वापस कैंप की ओर आ रहे थे। उसी दौरान नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया।
छत्तीसगढ़ राज्य का एक बड़ा इलाका नक्सल प्रभावित है। केंद्र व राज्य सरकारों की तमाम कोशिशों के बावजूद यहां के नक्सल आतंक को कम नहीं किया जा सका है। आज बुधवार को दंतेवाड़ा में हुए हमले में अभी तक 10 जवानों के शहीद होने की खबर है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सलियों ने हेड कांस्टेबल राजेश सिंह और एक सिपाही पर करीब 20 राउंड फायरिंग की जिसमें राजेश सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और उनके साथी ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
Naxals killed BJP Leader : छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने बीजेपी नेता की दिन दहाड़े हत्या करके सनसनी फैला दी है. बीजेपी के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ ककेम पर नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से हमला कर दिया. #bijapurmurdercase #naxalsmurder #bjp
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों के जवानों ने नक्सलियों का पीछा किया और घेराबंदी कर मोहन को पकड़ लिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आज सुबह करीब 11.30 बजे जब सुरक्षा बल के जवान गोरली और मुथेली गांव के मध्य जंगल में थे तभी नक्सलियों ने उनपर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसपर सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक प्रेशर बम में विस्फोट होने के कारण सोमवार को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) का एक अधिकारी शहीद हो गया।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने 50 वर्षीय एक ग्रामीण को कथित तौर पर पीट-पीट कर मार डाला। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। जिले में एक सप्ताह के भीतर नक्सलियों द्वारा जान लेने का यह पांचवा मामला है।
नक्सलियों ने इसके पहले भी एक बार पूर्व विधायक गुरुचरण नायक पर हमला किया था, जिसमें वह बाल- बाल बच गए थे। बता दें कि 1 हफ्ते पहले भी गोइलकेरा थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने दो ग्रामीणों की हत्या पुलिस की मुखबिरी करने के आरोप में कर दी थी।
आंकड़ों के मुताबिक, नक्सलियों द्वारा हत्या के 74 मामलों में से 62 छत्तीसगढ़ से दर्ज किए गए थे। इसी तरह, 2020 में माओवादियों द्वारा लूट के 41 दर्ज मामलों में से 39 छत्तीसगढ़ से दर्ज किए गए थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोपहर लगभग 12:10 बजे आईटीबीपी की 45वीं बटालियन की ई कंपनी को गश्त पर रवाना किया गया था।
नक्सलियों के एक समूह ने शनिवार सुबह पटना-कोलकाता मार्ग पर स्थित एक रेलवे स्टेशन पर हमला किया और स्टेशन मास्टर को करीब आधे घंटे तक बंधक बनाकर रखा।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से सात महिला नक्सलियों और छह पुरूष नक्सलियों के शव बरामद किए गए। मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों के घायल होने का भी अनुमान है लेकिन वे भाग निकले। उसने बताया कि घटनास्थल से एक एके-47 राइफल, एक एसएलआर, एक कार्बाइन, एक 303 राइफल और विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी।
3 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के साथ CRPF के जवानों की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 22 जवान शहीद हो गए थे और नक्सलियों ने CRPF के कमाडों राकेश्वर सिंह मन्हास को अगवा कर लिया था।
सम की एक 48 वर्षीय लेखिका ने जवानों की शहादत को लेकर फेसबुक पर एक विवादित पोस्ट किया है, जिसके बाद मंगलवार को उन्हें देशद्रोह सहित कई अन्य आरोपों में गिरफ्तार कर लिया गया।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में एक स्थानीय पत्रकार गणेश मिश्रा ने बताया कि नक्सली जल्द ही अगवा किए गए जवान का वीडियो जारी करेंगे और अगर सरकार ने सहयोग किया तो वो जवान को दो दिन के अंदर छोड़ भी देंगे।
सुकमा जिले के एक स्थानीय संवाददाता ने सोमवार को दावा किया कि नक्सलियों ने उसे फोन पर बताया कि उन्होंने (नक्सलियों ने) जवान राकेश्वर का अपहरण किया है तथा वह उनके कब्जे में है।
जम्मू-अखनूर रोड के बरनई क्षेत्र में मिन्हास के घर पर उनकी पत्नी मीनू ने संवाददाताओं से कहा, "हमें न्यूज चैनल से हमले की जानकारी मिली और पता चला कि वह लापता हैं। सरकार और सीआरपीएफ में से किसी ने हमें घटना की जानकारी नहीं दी।"
गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को नक्सलियों को कड़ा संदेश दिया है और एक तरह से सरकार की नीति साफ कर दी है कि वह नक्सलियों के खिलाफ आने वाले दिनों में सख्त अभियान छेड़ सकती है।
अमित शाह ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक मोड़ पर ले जाने के लिए उनके (सुरक्षाबलों) बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा। पिछले कुछ वर्षों में, नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने इस लड़ाई को दो कदम आगे बढ़ाया है।
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