एनसीपी नेता नवाब मलिक ने एक इंटरव्यू में कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के बाद अजित पवार की भूमिका किंग मेकर की होगी। उन्होंने कहा कि मानखुर्द शिवाजी नगर सीट पर उनका मुकाबला महायुति गठबंधन और सपा से है।
एनसीपी अजित पवार गुट के नेता नवाब मलिक ने इंडिया टीवी को दिए एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि अजित पवार मजबूती के साथ उनके साथ खड़े रहे। महायुति के लोग नहीं चाहते थे कि वे चुनाव लड़ें।
महायुति के घटक दल एनसीपी के नेता नवाब मलिक पर महायुति में विवाद देखने को मिल रहा है। दरअसल एनसीपी नेता नवाब मलिक मानखुर्द शिवाजीनगर से चुनाव लड़ रहे हैं। एनसीपी से उनकी उम्मीदवारी का भाजपा ने विरोध किया है। इसपर अब चंद्रशेखर बावनकुले ने बयान दिया है।
नवाब मलिक की बेटी सना मलिक अणुशक्तिनगर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी जीत सुनिश्चित है। वह काम के बलबूते पर चुनाव में जीत दर्ज करेंगी।
अजित पवार के नेतृत्व वाली पार्टी ने नामांकन की समय सीमा समाप्त होने से कुछ मिनट पहले नवाब मलिक को नामांकन फॉर्म दिया था। एनसीपी 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के हिस्से के रूप में मैदान में है।
नवाब मलिक के खिलाफ बीजेपी को दो बड़े नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। किरीट सोमैया और आशील शेलार ने खुलकर अजीत पवार और नवाब मिलकर की आलोचना की है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए पूर्व मंत्री नवाब मलिक ने दो नामांकन दाखिल किए और जब हंगामा हुआ तो उन्होंने कहा-मैं अब एनसीपी अजित गुट का अधिकृत उम्मीदवार हूं। जानें नवाब मलिक का दोहारा दांव-
नवाब मलिक ने मानखुर्द शिवाजी नगर विधानसभा सीट से आज अपना नामांकन भरा। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में और एनसीपी के उम्मीदवार के रूप में भी।
भारतीय जनता पार्टी ने एनसीपी नेता नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया है और नवाब मलिक से किनारा कर लिया है। इस बीच नवाब मलिक का कहना है कि वह चुनाव जरूर लड़ेंगे। बस देखना यह है कि वह एनसीपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे या फिर निर्दलीय ही चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी के विरोध के बावजूद अजीत पवार अपने पुराने साथी नवाब मलिक को टिकट देने के फैसले पर कायब हैं। इसकी जानकारी सूत्रों ने दी है। बताया जा रहा है मलिक को अबू आजमी के खिलाफ उतारा जा सकता है।
'घड़ी' चुनाव चिन्ह वाली NCP जॉइन करते ही अजित पवार ने जीशान सिद्दीकी को उन्हीं की सीट बांद्रा पूर्व से टिकट दे दिया। वहीं, नवाब मलिक की बेटी सना को महाराष्ट्र की अणुशक्ति नगर से मैदान में उतारा है।
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक की बेटी और दामाद का भीषण एक्सीडेंट हुआ है। स्थानीय लोगों की मदद से नवाब मलिक की बेटी नीलोफर और दामाद समीर खान को स्थानीय लोगों की मदद से बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
महाराष्ट्र में जल्द ही विधानसभा चुनाव का आयोजन होने वाला है। सभी दल अपनी-अपनी तैयारियों में लगे हुए हैं। इन सब के बीत इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि नवाब मलिक अजित और शरद पवार में से किसके साथ जाएंगे।
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव के बीच नवाब मलिक को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा है। ऐसे में आइए जानते हैं कि विधान परिषद चुनाव में उनके एक वोट की क्या अहमियत है?
अजित पवार ने अपने आवास पर एक बैठक की जिसमें नवाब मलिक भी शामिल हुए। मगर इसके बाद भाजपा और शिवसेना दोनों पार्टियों ने नवाब मलिक के बैठक में आने को लेकर ऐतराज जताया है।
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के नेता नवाब मलिक की तबियत खराब हो गई है। दरअसल सांस लेने में दिक्कत की उन्हें शिकायत थी, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि नवाब मलिक का इलाज अभी जारी है।
महाराष्ट्र विधान परिषद के विपक्ष के नेता अंबादास दानवे देवेंद्र फडणवीस को खत लिखा है। इस खत में उन्होंने यह बताया है कि जिस तरह नवाब मलिक पर दाऊद से संबंध होने का आरो है। वैसे ही प्रफुल पटेल पर इकबाल मिर्ची से संबंध होने का आरोप है।
NCP नेता नवाब मलिक की संभावित एंट्री को देखते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सरकार में अपने साथी अजित पवार को एक पत्र लिखकर इस कदम पर एतराज जताया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर कब्जे की जद्दोजहद के बीच अभी यह पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फंसे नवाब मलिक किस गुट की तरफ हैं।
नवाब मलिक किसके साथ जाएंगे? क्या उद्धव और भाजपा में सुलह होगी? महाराष्ट्र में जारी सियासी सरगर्मी में कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार ने दिया है।
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