अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो नवरात्रि के दौरान कुछ बातों का आपको विशेष ख्याल रखना चाहिए। आज इन्हीं बातों की जानकारी हम आपको अपने इस लेख में देंगे।
Navratri Vastu Tips: नवरात्रि के पर्व के दौरान भक्त माता के नौ रूपों की पूजा करते हैं। माता की पूजा के दौरान कुछ वास्तु नियम भी हैं जिनका पालन करना बेहद आवश्यक माना जाता है। आज हम आपको इन्हीं नियमों के बारे में जानकारी देंगे।
Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि के दूसरे दिन माता ब्रह्मचारिणी की पूजा का विधान है। माता को मंत्रों के जप से भी भक्त प्रसन्न कर सकते हैं। आज इन्हीं मंत्रों के बारे में हम आपको अपने लेख में जानकारी देंगे।
Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि के पहले दिन अगर आप व्रत नहीं भी रख पा रहे हैं तो माता शैलपुत्री के मंत्रों का जप कर सकते हैं। इन मंत्रों का जप करने से व्रत रखने वालों को भी और व्रत न रखने वालों को भी माता की असीम कृपा प्राप्त होती है।
Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि में माता के नौ रूपों की पूजा करने से पहले आपको जानना चाहिए कि, इस दौरान किन कार्यों को करने से आपको बचना चाहिए, ताकि आपको माता की कृपा प्राप्त हो सके। अपने इस लेख में हम आपको इसी बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
Chaitra Navratri 2024 नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना का क्या महत्व है और इससे क्या लाभ भक्तों को प्राप्त होते हैं, इसके बारे में आज हम अपने लेख में आपको विस्तार से जानकारी देंगे।
Navratri 2024: भारत के अलावा किन देशों में माता के शक्तिपीठ हैं और इनको किस नाम से जाना जाता है इसकी जानकारी आज हम आपको अपने इस लेख में देंगे।
माघ माह की गुप्त नवरात्रि में मां आदि शक्ति की 10 महाविद्याओं के रूप में गुप्त रूप से पूजा की जाती है। मान्यता है कि इनकी उपासना करने वाले के ऊपर मंडरा रहा भारी संकट भी टल जाता है। ये 10 महाविद्याएं आखिर कौन-कौन सी हैं और इनकी साधना करने के क्या लाभ हैं, आज आप भी जानिए इनके बारे में।
माघ माह की गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी 2024 दिन शनिवार से शुरू होने जा रही है और यह पूरे 9 दिनों तक का पर्व रहेगा। ऐसे में यह 9 दिन बड़े पवित्र माने जा रहे हैं और देवी मां की कृपा पाने के लिए बड़े शुभ भी। इन 9 दिनों किन बातों का रखना होगा ध्यान, क्या करना होगा और क्या नहीं? आइए जानते हैं विस्तार से।
माघ माह में मां आदि शक्ति के 9 स्वरूपों की गुप्त रूप से पूजा करने का विधान है। इस माह में देवी मां के यह 9 दिन गुप्त नवरात्रि कहलाए जाते हैं। आइए हिंदू पंचांग के अनुसार जानते हैं यह नवरात्रि कब से शुरू होने जा रही है और क्या रहेगा इसकी घटस्थापना का शुभ मुहूर्त।
नवरात्रि के नौवें दिन और विजयदशमी के दिन माता दुर्गा का विसर्जन किया जाता है। चलिए हम आपको बताते हैं कि देवी के विसर्जन का शुभ मुहूर्त क्या है।
नवमी को हवन करने का विधान है । कल हवन करने से घर की शुद्धि होती है और सबके जीवन में बरकत आती है। साथ ही अगर आप इन कुछ चीज़ों से हवन करते हैं, तो माता रानी आपकी हर मुराद पूरी करेंगी।
Vastu Tips: अगर आप भी अपने घर में सुख समृद्धि चाहते हैं तो नवमी के दिन इस दिशा में बैठकर कराएं हवन
नवरात्रि की अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन किया जाता है। बाल कन्याओं के पूजन के साथ बटुक भैरव की पूजा भी होती है। मान्यता अनुसार देवी मां की पूजा से पहले बटुक भैरव के दर्शन होते हैं जरूरी।
शारदीय नवरात्रि का पर्व अपने अंतिम चरण पर है। आज सभी देवी भक्त महाष्टमी मनाएंगे। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा किस प्रकार करें और मां का आशीर्वाद कैसे प्राप्त करें। आज हम आपको इस संदर्भ में बताने जा रहे हैं।
जानें किन नवरात्रि में कन्या पूजन और भोजन कराया जाता है साथ ही किस विधि से यह पूजा संपन्न होती है।
नवरात्रि के आंठवे दिन माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए आचार्य इंदु प्रकाश द्वारा इन सरल उपायों को आज़माकर आप भी अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं।
22 October 2023 Ka Panchang: आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए 22 अक्टूबर 2023 का शुभ मुहूर्त क्या है। साथ ही जानें रविवार का राहुकाल और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
देवी दुर्गा का सबसे शक्तिशाली रूप मां काली का है। नवरात्रि के सातवें दिन आज हम मां काली के मुख से जीभ बाहर निकलने के पीछा का कारण एक पौराणिक कथा के अनुसार बताने जा रहे हैं।
नवरात्रि की महासप्तमी का दिन मां कालरात्रि से जुड़ा है। मां कालरात्रि की पूजा करने से शत्रु कभी हावी नहीं होते हैं। देवी मां के कुछ विशेष मंत्र हैं, जिनका जाप करना लाभकारी माना जाता है।
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