हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और महानवमी के दिन समाप्त होती है।
आपको व्रत के दौरान खाए जाने वाले साबूदाना के फायदे बताएंगे। जानिए साबूदाना का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
हर साल आश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होती है। जानिए कब से शुरू हो रही है नवरात्रि।
गुप्त नवरात्रि का आज पहला दिन है। इस पर्व में मां दुर्गा के 10 महाविद्याओं की साधना और उपासना की जाती है। जानिए त्योहार का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा की आठवीं शक्ति माता महागौरी की उपासना की जाएगी। इनका रंग पूर्णतः गोरा होने के कारण इन्हें महागौरी कहा जाता है।
आज के दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप माँ कालरात्रि की पूजा की जायेगी। जानिए पूजा विधि, मंत्र और भोग।
नवरात्रि चल रही है और ऐसे में व्रत रखने वाले कई तरह के फलाहार बनाते हैं जैसे साबूदाना टिक्की, वड़ा, चीला या पराठे। इन सब के साथ अगर चटनी खाने को मिल जाए तो किसी भी खाने का स्वाद दोगुना बढ़ जाता है।
नवरात्रि के पांचवें दिन स्कंदमाता के निमित कुछ उपाय करके कैसे अपने जीवन में चल रही समस्याओं का निवारण कर सकते है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
नवरात्रि के पांचवें मां दुर्गा के पांचवें स्वरूप यानि मां स्कंदमाता की पूजा का विधान है।
व्रत में कुछ चटपटा खाने का मन करे तो मखाने की भेल एक बेहतर विकल्प हो सकता है। ये स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बेहद पौष्टिक भी होता है।
आज नवरात्र का चौथा दिन है, आज देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कूष्माण्डा की उपासना की जायेगी | कूष्मांडा, यानी कुम्हड़ा | कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानि कि- कद्दू, यानि कि- पेठा, जिसका हम घर में सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं | मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत ही प्रिय है, इसलिए मां दुर्गा का नाम कूष्मांडा पड़ा |
नौ दिन के व्रत काफी कठिन होते हैं, इस दौरान अन्न का सेवन न करने से शरीर में कमजोरी आती है। इसलिए, व्रत में कुछ ऐसा भी खाना चाहिए जो शरीर को ताकत दे।
माता कुष्मांडा की अपनी स्तुति है और धन प्राप्ति के अनेक मन्त्र हैं लेकिन अगर धन पाना ही उद्देश्य है तो आज माता महालक्ष्मी के मन्त्र का जप करना बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा।
नवरात्र का चौथे दिन देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कुष्माण्डा की उपासना की जाएगी। जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि।
आज मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जायेगी | देवी मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होने के कारण ही इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है | मां चंद्रघंटा, जिनका वाहन सिंह है |
चैत्र तृतीया तिथि यानि चैत्र नवरात्र के तीसरे दिन मां दुर्गा की तीसरी शक्ति मां चंद्रघंटा की उपासना की जायेगी। जानिए पूजा विधि और मंत्र।
नौ दिन के व्रत काफी कठोर होते हैं, इस दौरान अन्न का सेवन ने करने से शरीर में कमजोरी आती है और इसलिए व्रत में कुछ ऐसा भी खाना चाहिए जो शरीर को ताकत दे।
नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। ब्रह्म का अर्थ होता है तपस्या और चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली। ब्रह्मचारिणी का अर्थ है तप का आचरण करने वाली। मां के इस स्वरूप की पूजा करने से तप, त्याग, सदाचार, संयम आदि की वृद्धि होती है |
कोरोना की गाइडलाइन के बीच महाकुंभ में आज तीसरा शाही स्नान आयोजित है | आम जनता को ब्रम्हा कुंड पर सुबह 7 बजे तक ही जाने की अनुमति दी गई है, उसके बाद क्षेत्र को अखाड़ों के लिए आरक्षित किया जाएगा।
चैत्र नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा की जायेगी| सफेद वस्त्र धारण किये हुए मां ब्रह्मचारिणी के दो हाथों में से दाहिने हाथ में जप माला और बाएं हाथ में कमंडल है।
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