नवरात्रि के दिनों में ये चीजें घर पर लाने से मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और मां भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी कर देंगी।
हिंदू पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ होती है और महानवमी के दिन समाप्त होती है।
आपको व्रत के दौरान खाए जाने वाले साबूदाना के फायदे बताएंगे। जानिए साबूदाना का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
नवरात्रि चल रही है और ऐसे में व्रत रखने वाले कई तरह के फलाहार बनाते हैं जैसे साबूदाना टिक्की, वड़ा, चीला या पराठे। इन सब के साथ अगर चटनी खाने को मिल जाए तो किसी भी खाने का स्वाद दोगुना बढ़ जाता है।
व्रत में कुछ चटपटा खाने का मन करे तो मखाने की भेल एक बेहतर विकल्प हो सकता है। ये स्वादिष्ट होने के साथ-साथ बेहद पौष्टिक भी होता है।
आज नवरात्र का चौथा दिन है, आज देवी दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कूष्माण्डा की उपासना की जायेगी | कूष्मांडा, यानी कुम्हड़ा | कूष्मांडा एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है कुम्हड़ा, यानि कि- कद्दू, यानि कि- पेठा, जिसका हम घर में सब्जी के रूप में इस्तेमाल करते हैं | मां कूष्मांडा को कुम्हड़े की बलि बहुत ही प्रिय है, इसलिए मां दुर्गा का नाम कूष्मांडा पड़ा |
नौ दिन के व्रत काफी कठिन होते हैं, इस दौरान अन्न का सेवन न करने से शरीर में कमजोरी आती है। इसलिए, व्रत में कुछ ऐसा भी खाना चाहिए जो शरीर को ताकत दे।
आज मां दुर्गा के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जायेगी | देवी मां के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र सुशोभित होने के कारण ही इन्हें चंद्रघंटा के नाम से जाना जाता है | मां चंद्रघंटा, जिनका वाहन सिंह है |
नौ दिन के व्रत काफी कठोर होते हैं, इस दौरान अन्न का सेवन ने करने से शरीर में कमजोरी आती है और इसलिए व्रत में कुछ ऐसा भी खाना चाहिए जो शरीर को ताकत दे।
आज से देवी के नवरात्र शुरू हो गए हैं, नवरात्र के इन नौ दिनों में दुर्गा मां के नौ रूपों की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है।
सोमवार से नवरात्र का व्रत शुरू हो गया है। बहुत से ऐसे लोग हैं जो इस दौरान 9 दिन तक व्रत रखते हैं। इनमें से कुछ लोग तो सिर्फ फलाहार करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो फल के अलावा सेंधा नमक से बनी चीजें भी खाते हैं।
नवरात्रि के व्रत में हेल्दी और टेस्टी खाने का मन सबको होता है। रोज का खाना और फलाहारी में बहुत फर्क होता है। इसलिए, जो व्रत नहीं भी रहता वो भी फलाहार लेना पसंद करता है।
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