पंजाब में मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले क्या कदम उठाएंगे? क्या कांग्रेस पार्टी में ही रहेंगे? क्या नई पार्टी बनाएंगे? या फिर क्या भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे? यह बड़ा सवाल बना हुआ है और इंडिया टीवी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में जब यह सवाल पूछा तो उन्होंने इसका जवाब दिया। इंडिया टीवी संवाददाता विजयलक्ष्मी ने जब कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा कि क्या आप भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं आपको कुछ नहीं बताऊंगा आपको, मैं पहले अपने सहयोगियों से बात करूंगा उसी के बाद इसपर फैसला लूंगा।"
हरीश रावत ने शनिवार को कथित तौर पर कहा था कि अगले साल पंजाब विधानसभा चुनाव सिद्धू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस पार्टी देशभर में यह छवि दिखाने का प्रयास कर रही है कि वही एक पार्टी है जो दलितों के उत्थान के लिए काम करती है और क्योंकि पंजाब के साथ उत्तर प्रदेश में भी विधानसभा चुनाव होने हैं और उत्तर प्रदेश में भी दलित वोट किसी भी राजनीतिक दल की सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी दलितों के उत्थान के लिए काम करने वाली छवि का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी कर सकती है।
हरीश रावत के बयान के मसले पर जब कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह गिल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने जो बयान दिया है उस पर सिर्फ वही टिप्पणी कर सकते हैं। चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के मुख्यमंत्री बनाने का फै़सला पार्टी आलाकमान का है न कि हरीश रावत जी का फै़सला है।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस विधायक दल के नये नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी है।
अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था और कहा था कि विधायकों की बार-बार बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिंधु को देशद्रोही बताया है। यह बहुत ही गंभीर आरोप है। बीजेपी कांग्रेस से सिर्फ एक ही सवाल पूछ रही है कि सोनिया, राहुल और प्रियंका इस पर चुप क्यों हैं?
पंजाब की राजनीति में आज का दिन बेहद अहम है। कल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शाम को इस्तीफा दे दिया था। कैप्टन के इस्तीफे के बाद चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस भवन में हुई पंजाब कांग्रेस के विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को विधायक दल के नए नेता के चयन के लिए अधिकृत किया गया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जिनमें जी-23 के कुछ नेता भी शामिल हैं, पंजाब से अमरिंदर सिंह को रूखसत किए जाने के तरीके से नाखुश हैं।
पंजाब में कांग्रेस के अंदर मचे घमासान पर अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते है।
पंजाब के नए सीएम के नाम के ऐलान हो गया है। चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए सीएम होंगे। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है। चरणजीत सिंह चन्नी को विधायक दल का नेता चुना गया है।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अगर पार्टी आलाकमान सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है तो फिर उनके साथ हिंदू और दलित समुदाय से दो उप मुख्यमंत्री या फिर इनमें से एक समुदाय का नेता उप मुख्यमंत्री और दूसरे समुदाय का नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद कांग्रेस नेता अमरिंदर सिंह ने शनिवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर तेज हमला किया और उन्हें ‘राष्ट्र विरोधी, खतरनाक तथा पूरी तरह विपत्ति’ करार दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि वह सिद्धू को अगले मुख्यमंत्री के रूप में या आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के चेहरे के रूप में स्वीकार नहीं करेंगे।
पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू 7 महीने तक अपना मंत्रालय नहीं संभाल सके। सिद्धू को सीएम बनाने के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू इतना नाकाबिल है कि अपना मंत्रालय नहीं चला पाए। सिद्धू अपना मंत्रालय तक संभालने में नाकाम रहे। बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती है। पंजाब के लिए सिद्धू विनाश साबित होंगे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने यह दावा भी किया कि अगर सिद्धू को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो वह पंजाब का बेड़ा गर्क कर देंगे।
पंजाब में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में सीएम अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद यह कहना कि ‘मैं अपमानित महसूस कर रहा हूं’, काफी मायने रखता है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बात की थी और बार-बार हो रहे ‘अपमान’ को लेकर नाराजगी एवं नाखुशी जताई थी।
मोहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट कर कहा कि साल 2017 के चुनाव में पंजाब की जनता ने कांग्रेस पार्टी को 80 विधायक दिए। विडंबना ये है कि कांग्रेस पार्टी अबतक एक अच्छा मुख्यमंत्री नहीं दे पाई है। पंजाब के दुख और दर्द को समझते हुए अब समय आ गया है कि मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाए।
नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार को किसान कानूनों पर घेरते हुए कहा था कि जिस समय दिल्ली के बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे थे उस समय केजरीवाल सरकार ने केंद्र के 3 कृषि कानूनों में से एक कानून को लागू करने की अधिसूचना जारी की थी।
अब सवाल यह उठता है कि अगर पंजाब की अकाली सरकार द्वारा बनाया गया कृषि कानून वाकई में किसानों के खिलाफ हैं, तो कांग्रेस की सरकार ने उन्हें रद्द क्यों नहीं किया?
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