नवजोत सिंह सिद्धू के घर उनके खेमे के नेताओं का जमावड़ा लगा है। कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देने वाली रजिया सुल्ताना, परगट सिंह, विधायक कुलबीर सिंह जीरो उनके घर मौजूद हैं।
पंजाब कांग्रेस के महासचिव योगिंदर ढींगरा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इससे थोड़ी देर पहले ही कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने अपने पद से इस्तीफा दिया था और उससे कुछ पहले राज्य इकाई के कोषाध्यक्ष पद से गुलजार इंदर सिंह चहल ने भी इस्तीफा दिया था। ये सारे इस्तीफे नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद आए है।
नवजोत सिंह सिद्धू के बाद अब कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रजिया सुल्ताना पूर्व IPS अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा की पत्नी हैं। मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के सलाहकार हैं। इस्तीफे के बाद रजिया सुल्ताना ने सोनिया और राहुल गांधी का आभार जताया है।
मुख्यमंत्री को दिए अपने त्यागपत्र में रजिया सुल्ताना ने कहा है कि सिद्धू के समर्थन में वे अपना त्यागपत्र दे रही हैं। उन्होंने यह भी लिखा है कि वे कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं दे रही हैं और बतौर कांग्रेस कार्यकर्ता पंजाब की जनता की सेवा करती रहेंगी।
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह फिर से सामने आने लगी है। राज्य में कांग्रेस के लिए मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है।
सूत्रों की माने तो नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के पीछे सबसे बड़ा कारण ये रहा है कि सिद्धू पंजाब के एडवोकेट जनरल के पद पर एपीएस देयोल की नियुक्ति से नाराज थे। देयोल बेअदबी मामलों में सरकार के खिलाफ केस लड़ चुके हैं।
सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य में अगले वर्ष की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में सिद्धू ने कहा कि वह पार्टी की सेवा करते रहेंगे।
पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह फिर से सामने आने लगी है। राज्य में कांग्रेस के लिए मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। जिस नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त करके कांग्रेस पार्टी ने राज्य में अपने ताकतवर नेता अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया था उन्होंने हीं अब पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद छोड़ दिया है।
पंजाब कांग्रेस में फिर से बड़ा बदलाव हुआ है। कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया है। नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को अपना त्यागपत्र भेज दिया है। सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकते और समझौता करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है।
सिद्धू को कांग्रेस पार्टी ने करीब 2 महीने पहले यानि जुलाई में ही पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। सिद्धू ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्यागपत्र में लिखा है कि वे अपने चरित्र के साथ समझौता नहीं कर सकते और समझौता करने से व्यक्ति की प्रतिष्ठा खत्म हो जाती है।
कांग्रेस पार्टी ने जुलाई में नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की थी। सिद्धू के बनने के बाद पंजाब कांग्रेस और पंजाब सरकार में भारी उथल पुथल हुई थी, यहां तक की सिद्धू के विरोध की वजह से कांग्रेस पार्टी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था।
पंजाब कांग्रेस में फिर से बड़ा बदलाव हुआ है। कुछ दिन पहले पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष बने नवजोत सिंह सिद्धू ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया है।
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पंजाब में चन्नी सरकार के नए मंत्रिमंडल पर कांग्रेस हाईकमान ने मुहर लगा दी है। बताया जा रहा है कि इसमें सिद्धू की पसंद को तरजीह के साथ चन्नी की भी चली है जबकि कैप्टन के करीबियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बयानों को आने वाले समय में विद्रोह का संकेत माना जा रहा है।
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आज कांग्रेस पर हमला कर पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को निशाने पर लेते हुए कहा कि पंजाब में जो खेल खेला जा रहा है और जो राष्ट्र विरोधी षड्यंत्र रचा जा रहा है, वह कांग्रेस के उच्च नेतृत्व द्वारा ही रचा जा रहा है।
कैप्टन ने इंडिया टीवी को बताया कि देश और पंजाब की जनता की सोच उनके बारे में उनकी पार्टी की सोच से अलग है।
इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर जमकर निशाना साधा और कहा कि सिद्धू को कपिल शर्मा शो से इसलिए निकाला गया था कि उन्होंने पाकिस्तान के जनरल को गले लगाया था।
अमरिंदर सिंह ने कहा कि हमारे संविधान में, राजनीति में और खासकर पंजाब में दलित की बात कभी नहीं आई, यहां हर वर्ग एक समान है।
पंजाब में मुख्यमंत्री पद छोड़ने वाले कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले क्या कदम उठाएंगे? क्या कांग्रेस पार्टी में ही रहेंगे? क्या नई पार्टी बनाएंगे? या फिर क्या भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे? यह बड़ा सवाल बना हुआ है और इंडिया टीवी ने कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में जब यह सवाल पूछा तो उन्होंने इसका जवाब दिया। इंडिया टीवी संवाददाता विजयलक्ष्मी ने जब कैप्टन अमरिंदर सिंह से पूछा कि क्या आप भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं आपको कुछ नहीं बताऊंगा आपको, मैं पहले अपने सहयोगियों से बात करूंगा उसी के बाद इसपर फैसला लूंगा।"
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