कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से दिया अपना त्यागपत्र वापस ले लिया है। सिद्धू ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। हालांकि सिद्धू ने यह शर्त भी रख दी कि जब पंजाब सरकार के नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति होगी तो ही वे फिर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालेंगे।
ड्रग्स और बेअदबी मामले पर सिद्धू ने कहा कि जिस दिन 2 मुद्दे हल हो जाएंगे उसी दिन कांग्रेस का हर कार्यकर्ता पंजाब में स्टार प्रचारक बन जाएगा, उन्होंने यह भी साफ किया कि मुद्दे नहीं सुलझे तो पार्टी किस मुंह से जनता के बीच जाएगी।
पार्टी के एक विधायक ने बताया कि सिद्धू और चन्नी ने बैठक में कहा कि वे एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करेंगे और अगला चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे। इससे पहले दिन में सिद्धू, चन्नी और चौधरी केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना करने उत्तराखंड गए थे।
मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह के त्यागपत्र के बाद उस समय के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने भी पद छोड़ दिया था और अतुल नंदा की जगह मुख्यमंत्री जन्नी ने दयोल को एडवोकेट जनरल बनाया था, लेकिन सिद्धू ने दयोल की नियुक्ति को लेकर आपत्ति जताई थी।
सिद्धू ने पूर्व मुख्यमंत्री को ‘जयचंद’ करार देते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर भारतीय जनता पार्टी तथा अकाली दल के साथ मिले हुए थे।
बता दें कि पंजाब में सीमा सुरक्षा बल को अंतरराष्ट्रीय सीमा से मौजूदा 15 किलोमीटर की जगह 50 किलोमीटर के बड़े क्षेत्र में तलाशी लेने, जब्ती करने और गिरफ्तार करने का अधिकार दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले का कांग्रेस नीत पंजाब सरकार लगातार विरोध कर रही है।
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष को भले ही पार्टी आलाकमान ने राज्य के सीएम पद की कमान न दी हो लेकिन वो भी शांत बैठते नहीं दिखाई दे रहे हैं। अब एक बार फिर उन्होंने कुछ ऐसे ट्वीट किए हैं, जिसने पार्टी आलाकमान की धड़कनें बढ़ा दी हैं।
पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अमरिंदर सिंह ने यह भी कहा था कि वह समान विचारधारा वाले दलों जैसे कि टूटे अकाली समूहों के साथ गठबंधन पर विचार कर रहे है।
पंजाब में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले राज्य में पार्टी के संगठन तथा सरकार में चल रही खींचतान चुनावों पर असर डाल सकती है
कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी को पत्र लिख कर राज्य सरकार के वादों को अवश्य पूरा किये जाने पर जोर दिया और 2022 के विधानसभा चुनाव घोषणापत्र में शामिल किये जा सकने वाले अपने 13 सूत्री एजेंडा को प्रस्तुत करने के लिए उनसे मिलने का समय मांगा है।
पंजाब में पिछला महीना सियासी उथल-पुथल से भरा रहा। जहां कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब के नए मुख्यमंत्री बन गए, वहीं सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में सियासत तेज हो गई। इसी सियासी उथलपुथल पर देखिए इंडिया टीवी की पेशकश OMG का यह अंक।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने और अध्यक्ष पद पर बने रहने का फैसला किया।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके नवजोत सिंह सिद्धू पर कांग्रेस हाईकमान आज बड़ा फैसला करने वाला है।
पंजाब कांग्रेस की कमान नवजोत सिंह सिद्धू के हाथो में ही रहेगी, इस पर फैसला आज हो जाएगा। इससे पहले कल गुरुवार को इसे लेकर पूरे दिन गहमागहमी बनी रही।
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और कहा कि उन्हें पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी के नेतृत्व पर पूरा भरोसा है और उनके द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय स्वीकार्य होगा।
सिद्धू को आज दिल्ली बुलाया गया है। वह पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात करेंगे। बताया जा रहा है कि यह मीटिंग पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के संगठन विस्तार को लेकर होनी है। लेकिन संभव है कि पिछले समय के दौरान उनकी सरकार के साथ हुई खटपट का मुद्दा इस बैठक में पूरी तरह से चर्चा में रहने वाला है।
सिद्धू के साथ बैठक के बाद हरीश रावत ने कहा, 'सिद्धू ने आपसे स्पष्ट कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का जो आदेश होगा, वह उन्हें मान्य होगा और वह उसका पालन करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक, आज की मीटिंग में सिद्धू को सिर्फ चेतावनी दी जाएगी। पार्टी की लाइन से हटकर बयान ना देने को कहा जाएगा। सिद्धू लगातार कांग्रेस पर सवाल उठाते आ रहे हैं, उन्हें अपनी कार्यशैली को सुधरने को कहा जाएगा।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू आज पार्टी के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल और प्रदेश प्रभारी हरीश रावत से मुलाकात करेंगे।
सिद्धू ने कहा कि वह उन्हें दिए गए ''सम्मान'' के लिए हमेशा कांग्रेस आलाकमान के आभारी रहेंगे। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वह ''कभी भी समझौता नहीं कर सकते।''
संपादक की पसंद