सिद्धू ने एक बार फिर से पाकिस्तान प्रेम का राग अलापा है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच फिर से ट्रेड के रिश्ते स्थापित होंगे तो 60 साल का विकास 6 महीने में होगा।
आज पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पाकिस्तान से दोस्ती का राग अलापा, सिद्धू ने अमृतसर में कहा- भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापारिक रिश्ते बहाल होने चाहिए, भारत-पाकिस्तान की सीमा खुलनी चाहिए।
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू ने इस बार मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को आमरण अनशन की धमकी तक दे डाली है। सिद्धू ने चन्नी सरकार को कहा है कि सरकार नशे और बेअदबी की रिपोर्ट को अगर सार्वजनिक नहीं करती है तो वह अपनी देह दांव पर लगा देंगे और आमरण अनशन पर चले जाएंगे।
सिद्धू ने कहा कि केजरीवाल की महिलाओं के लिये आर्थिक सहायता योजना व अन्य वादों को पूरा करने पर हजारों करोड़ रुपये की लागत आएगी।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पटियाला से पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election 2022) लड़ने का ऐलान किया है। कैप्टन के चुनाव लड़ने के ऐलान के साथ ही पंजाब में सियासी माहौल गर्मा गया है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, ''राहुल गांधी के चहेते नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना 'बड़ा भाई' कहते हैं। पिछली बार जब उन्होंने पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल बाजवा को गले लगाया था, तो उनकी जमकर तारीफ की थी।"
नवजोत सिंह सिद्धू से जुड़े वीडियो को बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने शेयर किया है और कांग्रेस से जवाब मांगा है।
ये वीडियो क्लिप अगस्त और दिसंबर 2018 के बीच की हैं। सिद्धू ने अपने ट्विटर हैंडल पर यह वीडियो साझा किया और इसे करतारपुर की कहानी नाम दिया।
सिख पंथ के संस्थापक गुरु नानक देव जी ने करतारपुर में ही देह का त्याग किया था। उसी जगह पर गुरुद्वारा बनाया गया है और 1947 में भारत तथा पाकिस्तान के बीच हुए बंटवारे में वह भाग पाकिस्तान में चला गया था।
करीब 20 महीने बाद फिर से खुले करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान में नवजोत सिंह सिद्धू की जमकर तारीफ हो रही है। कोरोना की वजह से करतारपुर कॉरिडोर को मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था।
सभी राजनीतिक दल पंजाब चुनाव लड़ने के मूड में है बस कांग्रेस आपस में लड़ने के मूड में है , सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की आपसी रस्साकसी खत्म होने के बाद भी पंजाब कांग्रेस में सब कुछ ठीक नही है
मुख्यमंत्री के मुंह से व्यक्तिगत टिप्पणी सुनने के बाद बिक्रमजीत सिंह मजीठिया और कुछ अकाली विधायक उनके सामने जाकर खड़े हो गए, खूब शोर शराबा होने लगा और तभी सिद्धू भी कांग्रेस विधायकों को साथ लेकर वहां पहुंच गए।
बठिंडा ग्रामीण से विधायक रूपिंदर कौर रूबी जिन्होंने कल आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ दी थी वह आज पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और पार्टी के राज्य प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गईं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने खुद घोषणा की है कि उन्होंने एपीएस दयोल का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है। मुख्यमंत्री ने नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एक साझा प्रेस वार्ता में यह घोषणा की है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने यह भी पूछा कि गोलीबारी की घटना के एक आरोपी पूर्व पुलिस महानिदेशक सुमेध सिंह सैनी को मिली जमानत के खिलाफ विशेष अनुमति याचिका क्यों नहीं दायर की गई?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की घोषणा के एक महीने बाद शुक्रवार को सिद्धू ने इसे वापस ले लिया। हालांकि, सिद्धू ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा महाधिवक्ता को हटाए जाने के बाद ही वह फिर से कार्यभार संभालेंगे।
सिद्धू ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री चन्नी पर निशाना साधते हुए कहा था कि '90 दिन की सरकार है, 50 दिन हो गए लेकिन मुद्दे हल नहीं हुए।'
सिद्धू ही थे जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को बदलने के लिए आलाकमान बनाया था लेकिन कांग्रेस ने चन्नी को मुख्यमंत्री नियुक्त किया था। कांग्रेस ने राज्य के नए प्रभारी हरीश चौधरी को नियुक्त किया, जो अमरिंदर सिंह के ऑपरेशन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे, लेकिन अब तक मुद्दों को हल नहीं कर सके।
सिद्धू ने बेअदबी मामले और ड्रग्स मामलों को सबसे अहम बताया और उन दो मुद्दों को अपनी ही सरकार से हल करने के लिए कह दिया।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से दिया अपना त्यागपत्र वापस ले लिया है। सिद्धू ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी। हालांकि सिद्धू ने यह शर्त भी रख दी कि जब पंजाब सरकार के नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति होगी तो ही वे फिर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभालेंगे।
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