NATO प्रमुख ने कूटनीतिक समाधान के लिए प्रयास जारी रखने की रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की पेशकश का स्वागत किया है।
रूस-यूक्रेन संकट परभारत के लिहाज से देखा जाए तो सबसे अहम सवाल यह है कि भारत का रूख इस पर क्या होगा। क्योंकि रूस भी भारत का परंपरागत मित्र है और अमेरिका से भी उसके अच्छे संबंध हैं। जानिए इस बारे में विदेश मामलों के शीर्ष जानकारों की क्या राय है।
ब्रसेल्स स्थित नाटो मुख्यालय में दो दिनों तक चली रक्षा मंत्रियों की बैठक में चर्चा हुई कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला कर देता है तो ऐसी स्थिति में रूस के नजदीक और काला सागर के क्षेत्र में सैनिकों तथा उपकरणों/साजो-सामान को तत्काल कैसे भेजा और पहुंचाया जाए।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने की गहन कूटनीति के बीच रूस द्वारा बेलारूस भेजे गए हजारों सैनिक सैन्य अभ्यास में जुटे हैं। इस बीच, नाटो के और सुरक्षा बल अपने सहयोगी देश यूक्रेन की पूर्वी सीमाओं की ओर बढ़ रहे हैं।
यूक्रेन की सीमा पर रूस के एक लाख सैनिकों के जमावड़े के बाद से ही रूस और अमेरिका के बीच तनाव और बढ़ गया है। इसी बीच नाटो संगठन के अनुसार नाटो देशों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए अमेरिका ने अपने 6 फाइटर एअरक्राफ्ट भेजे हैं।
वाशिंगटन। रूस और अमेरिका के बीच यूक्रेन को लेकर तनाव कम नहीं हो रहा है। इस जारी तनाव के बीच अमेरिका ने भी रूस के यूक्रेन सीमा के समीप जमे 1 लाख रूसी सैनिकों के जवाब में और अधिक सैनिकों को यूरोप भेज रहे हैं।
मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूस की प्रमुख सुरक्षा मांगों की अनदेखी की है। यूक्रेन पर पश्चिमी देशों के साथ गतिरोध पर एक महीने से अधिक समय में अपनी पहली टिप्पणी में पुतिन ने कहा कि क्रेमलिन अभी भी रूसी सुरक्षा मांगों पर अमेरिका और नाटो के जवाब का अध्ययन कर रहा है, जो उन्हें पिछले सप्ताह मिला था।
पुतिन ने कहा है कि अगर नाटो यूक्रेन को गठबंधन में शामिल करने से मना कर देता है तो वह पीछे हट जाएगा, लेकिन उसकी यह मांग खारिज कर दी गई है।
लावरोव ने तर्क दिया कि रूस की सीमाओं के पास नाटो बलों और हथियारों की तैनाती एक सुरक्षा चुनौती है जिसका तुरंत समाधान किया जाना चाहिए।
यूक्रेन के रूस समर्थक राष्ट्रपति ने जन विरोधों को नजरअंदाज किया जिसके बाद रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया पर चढ़ाई कर दी थी।
उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को रूस को आगाह किया कि यूक्रेन को और अस्थिर करने की कोई भी कोशिश एक महंगी गलती होगी।
NATO देशों की सेनाओं ने अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित किया था, हालांकि तालिबान के सामने लड़ाई में वे ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाए।
अफगानिस्तान की एयरफोर्स ने मंगलवार को तालिबान आतंकवादियों के ठिकाने पर बम बरसाए हैं। अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार कंधार के दांड जिला, जिसे तालिबान आतंकवादियों का गढ़ माना जाता है, वहां पर एक आतंकी ठिकाने पर एयर स्ट्राइक की।
अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटो सैनिकों की वापसी और काबुल से लगातार बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने अफगानिस्तान से लगती अपनी सीमा की अग्रिम चौकियों पर सेना के जवानों की तैनाती की है।
रूस की सेना ने सोमवार को एक नयी हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल का कामयाब परीक्षण किया। रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रूस के उत्तर में श्वेत सागर में स्थित एडमिरल गोर्शकोव युद्धपोत से यह परीक्षण किया गया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने डॉयचे वेले के साथ एक इंटरव्यू में अफगानिस्तान से अमेरिकी और NATO सैनिकों की वापसी को एक गलती करार दिया है।
यूरोपीय संघ में चीन के मिशन ने बीजिंग को ‘सुरक्षा चुनौती’ बताने वाले NATO के बयान की मंगलवार को निंदा की। चीन ने कहा कि वह तो वास्तव में शांति के लिए काम करने वाली ताकत है, जो खतरा आने पर स्वयं की रक्षा करेगा।
वाशिंगटन पोस्ट ने अपने संपादकीय में कहा है कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की बाइडन की योजना क्षेत्र के लिए घातक हो सकती है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि लंबे समय तक आतंकवादी संगठनों पर रोक लगा पाना मुश्किल हो सकता है। ऐसा ही कुछ विचार वाल स्ट्रीट जर्नल ने भी प्रकाशित किया है।
रूस की नौसेना ने बुधवार को काला सागर (Black Sea) में युद्धाभ्यास का ऐलान किया है। रूस की सेना ने कहा है कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के 2 युद्धपोत भी जल्द पहुंचने वाले हैं।
रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन की सीमा के पास देश के पश्चिमी भाग में बड़ी संख्या में सैनिकों की तैनाती NATO से खतरे के बीच सैन्य अभ्यास की तैयारियों का हिस्सा है।
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