कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को जम्मू-कश्मीर में गठबंधन किया है। दोनों पार्टियों के बीच हुए तालमेल के मुताबिक जम्मू और उधमपुर सीट पर कांग्रेस लड़ेगी तो श्रीनगर सीट पर नेशनल कांफ्रेंस लड़ेगी।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर श्रीनगर में अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी एक सवाल किया जो लोकसभा में लखनऊ सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने पूछा क्या वह इस मामले में न्याय करने के लिए आगे आएंगे।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुक अब्दुल्ला ने पुलवामा हमलों पर बड़ा बयान दिया है।
अब्दुल्ला ने कहा कि भारत हर भारतीय के लिए है और सभी धर्मों के लोग भाई-भाई हैं।
रावत ने बुधवार को कहा था कि ऐसे वक्त में जब अमेरिका और रूस की तरह आतंकवादी संगठनों के साथ बातचीत की जानी चाहिए लेकिन बिना किसी पूर्व शर्त के।
उमर अब्दुल्ला ने कश्मीर समस्या के समाधान के मद्देनजर पाकिस्तान के साथ रिश्ते सुधारने के लिये मोदी सरकार को शुरु में बेहतर प्रयास करने का श्रेय देते हुये कहा कि इसके बदले में पाकिस्तान से उपयुक्त जवाब नहीं मिला।
फारुख अब्दुल्ला ने राम मंदिर बनाने पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण क्यों होना चाहिए जबकि राम सर्वव्याप्त हैं और पूरी दुनिया के भगवान हैं।
जम्मू एवं कश्मीर पंचायत चुनाव के तीसरे चरण के तहत शनिवार को कड़ी सुरक्षा एवं व्यवस्था के बीच मतदान शुरू हो गया। मतदान कुल 2,773 मतदान केंद्रों पर हो रहा है, जिसमें 918 कश्मीर में जबकि 1,885 जम्मू में हैं।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स द्वारा जम्मू-कश्मीर में किए गए सर्वे से यह संकेत मिलता है कि अगर वहां अभी विधानसभा चुनाव कराए जाएं तो पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सबसे बड़े दल के तौर पर उभर सकती है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने महबूबा मुफ्ती की सरकार से 19 जून को समर्थन वापस ले लिया था, और इसके अगले ही दिन सूबे में राज्यपाल शासन लागू हो गया था।
गौरतलब है कि बुधवार को कांग्रेस, एनसी और पीडीपी गठबंधन करके कथित तौर पर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
पीडीपी ने जैसे ही राज्यपाल सत्यपाल मलिक के पास राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया उसके कुछ घंटे बाद ही राज्यपाल ने विधानसभा ही भंग कर दी। कांग्रेस, नेशनल कॉन्फेंस और पीडीपी तीनों इसे अपने फायदे से जोड़ कर देख रही है क्योंकि बीजेपी फिलहाल तो राज्य में चुनाव नहीं चाहती थी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक लोकप्रिय सरकार का गठन करने के लिए वार्ता प्रारंभिक चरण में थी और केन्द्र की भाजपा सरकार इतनी चिंतित थी कि उन्होंने विधानसभा भंग कर दी।
सरकार गिरने के बाद से राज्य में राज्यपाल शासन लागू है। 19 दिसंबर को राज्यपाल शासन के छह महीने पूरे हो जाएंगे और नियमों के मुताबिक, इसे दोबारा बढ़ाया नहीं जा सकता है।
अलगाववादियों ने चुनाव के बहिष्कार की अपील की है जबकि आतंकवादियों ने चुनाव में हिस्सा लेने वालों को निशाना बनाने की धमकी दी है।
उमर अब्दुल्ला भाजपा के महासचिव राम माधव को जवाब दे रहे थे, जिन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी से पूछा है कि निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने पर क्या वे हिस्सा लेंगे।
राम माधव ने पूछा कि एक तरफ तो दोनो दल विधानसभा भंग कर चुनाव कराने की मांग करते हैं और दूसरी तरफ कहते हैं कि जबतक आर्टिकल 35A का मुद्दा हल नहीं होता तबतक चुनाव नहीं लड़ेंगे
जम्मू कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने के लिए नेशनल कांफ्रेंस पार्टी छोड़ने वाले जुनैद अजीम मट्टू भाजपा और पीपुल्स कांफ्रेंस के समर्थन से मंगलवार को श्रीनगर नगर निगम के महापौर निर्वाचित हुए।
जम्मू क्षेत्र में भाजपा ने 212 वार्डो पर, कांग्रेस ने 110 पर, नेशनल पैंथर्स पार्टी ने 13 और निर्दलीय उम्मीदवारों ने 185 वार्डो पर कब्जा किया है। जम्मू क्षेत्र में जम्मू, सांबा, कठुआ, रियासी, डोडा, किश्तवाड़, रामबन, उधमपुर, पुंछ और रजौरी जिले शामिल हैं।
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