जीएसटी डिपार्टमेंट द्वारा 32,403 करोड़ रुपये का नोटिस भेजे जाने के मामले में नैसकॉम अब इंफोसिस के समर्थन में उतर गया है। नैसकॉम ने जीएसटी डिपार्टमेंट की समझ पर सवाल खड़े किए हैं।
आईटी क्षेत्र ने कुशल प्रतिभा क्षेत्र में सबसे अधिक नियुक्ति की है और वित्त वर्ष 2020-21 में 1,38,000 लोगों को नौकरी दी है।
लिस्टेड कंपनियों के मुताबिक उन्हें 15 अरब डॉलर से अधिक सौदे मिले हैं। वहीं आगे के आउटलुक को लेकर 100 में से 71 मुख्य कार्यकारियों का मानना है कि 2021 में आईटी पर खर्च बेहतर रहने वाला है।
इंडस्ट्री बॉडी नैस्कॉम ने बुधवार को कहा कि एच1बी वीजा प्रोग्राम में किए गए बदलाव और नई पाबंदियों से कुशल टैलेंट का अमेरिका में आने पर प्रतिबंध लगेगा और इससे अमेरिकन अर्थव्यवस्था और रोजगार पर भी असर पड़ेगा।
नास्कॉम का कहना है कि अमेरिका के इस कदम से संभवत: और ज्यादा काम विदेशों में होने लगेगा क्योंकि वहां स्थानीय स्तर पर इस तरह का कौशल उपलब्ध नहीं हैं।
दिशानिर्देशों के अनुसार आईटी और आईटी आधारित सेवा कंपनियों को लॉकडाउन में 50% तक कर्मचारियों के साथ कारोबार की अनुमति
संगठन के मुताबिक लॉकडाउन बढ़ने से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग में मदद मिलेगी
नास्कॉम ने राहत के लिए दूरसंचार विभाग को पत्र लिखा
विदेश मंत्रालय ने कहा कि आंकड़ों को स्थानीय स्तर पर रखे जाने को अनिवार्य बनाने वाले देशों के मामले में एच-1बी वीजा की संख्या सीमित करने की अमेरिका की योजना के बारे में उसे कोई जानकारी नहीं मिली है।
भारतीय ई-कॉमर्स बाजार साल 2022 तक 100 अरब डॉलर से अधिक का हो जाएगा, जिसमें वर्तमान स्तर से 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी।
देश में इस साल 1,000 से अधिक स्टार्टअप शुरू हुए हैं। इससे दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में भारत की स्थिति मजबूत हुई है।
नैस्कॉम के मुताबिक मौजूदा वित्त वर्ष में IT सेक्टर की आय 7-8 प्रतिशत तक बढ़ सकती है और घरेलू उद्योग की आय 10-11 फीसदी बढ़ने की उम्मीद है।
रविशंकर प्रसाद ने भारत के आईटी उद्योग में किसी तरह की गिरावट को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि 2025 तक 25 से 30 लाख नौकरियों के अवसरों का सृजन होगा।
नैस्कॉम ने आईटी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनियों की खबरों को खारिज किया है। नैस्कॉम ने कहा कि इस साल इस क्षेत्र डेढ़ लाख लोगों की भर्ती की जाएगी।
नैसकॉम ने भारतीय आईटी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर छंटनी की आशंका को खारिज करते हुए कहा है कि अभी भी उद्योग अच्छी खासी संख्या में लोगों को रोजगार दे रहा है।
नैसकॉम ने अपने सदस्यों टीसीएस और इंफोसिस का बचाव किया है। संगठन ने कहा कि दोनों की 2014-15 में मंजूर एच-1बी वीजा में हिस्सेदारी केवल 8.8 प्रतिशत थी।
आईटी उद्योग के शीर्ष संगठन नैसकॉम ने कहा कि एच-1बी वीजा पर अमेरिका के नए निर्देशों का भारतीय आईटी कंपनियों पर मामूली असर होगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी ने स्थानीय IT उद्योग को सलाह दी कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति के रख को एक बिनमांगे बरदान के रूप में स्वीकार करे।
देश में पहली बार राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर नीति का मसौदा जारी किया है। इसका लक्ष्य वैश्विक बाजार में भारतीय सॉफ्टवेयर उत्पादों की 10 गुना हिस्सेदारी बढ़ाना है।
भारत में वर्ष 2020 तक देश में इस तरह के स्टार्टअप की संख्या 2.2 गुणा बढ़कर 10,500 तक पहुंचने की उम्मीद है। नैस्कॉम की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
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