अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) चांद पर 4G मोबाइल नेटवर्क विकसित करने जा रहा है।
आज 13 अक्टूबर यानि मंगल का दिन है। आज शाम दुनिया एक खास खगोलीय नजारा अपनी आंखों से देखेगी।
नासा ने अंतरिक्ष में एक बहुत बड़े धमाके को हबल टेलीस्कोप में रिकार्ड किया है। नासा ने 30 सेकंड का एक वीडियो क्लिप जारी करते हुए लिखा कि हर सेकंड एक तारा हमारे विशाल ब्रह्मांड में कहीं न कहीं फट जाता है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने भारतीय मूल की पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के नाम से सिग्नस स्पेसशिप को अंतरिक्ष में लॉन्च कर दिया है।
वैज्ञानिकों ने पहली बार बृहस्पति के आकार के एक ऐसे ग्रह का पता लगाया है जो एक मृत तारे का चक्कर लगा रहा है। यह ग्रह पृथ्वी से लगभग 80 प्रकाश वर्ष दूर एक श्वेत एवं छोटे या मृत तारे के इर्द-गिर्द घूम रहा है।
निजी कंपनी स्पेस एक्स के कैप्सूल में सवार होकर नासा के दो अंतरिक्ष यात्री रविवार को समुद्र में उतरे।
केवल अमेरिका मंगल तक अपना अंतरिक्षयान सफलतापूर्व पहुंचा पाया है। वह 1976 में वाइकिंग्स से शुरुआत करके आठ बार ऐसा कर चुका है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) गुरुवार (30 जुलाई) को मंगल मिशन लॉन्च करने जा रही है।
एक विशाल आकार का छुद्र ग्रह asteroid पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। इसका आकार कुतुब मीनार से लगभग दोगुना बताया जा रहा है।
1000 साल में पहली बार कोई धूमकेतु NEOWISE पृथ्वी के बेहद नजदीक से होकर गुजरने वाला है।
रॉकेट और अंतरिक्षयान का निर्माण करने वाली निजी कंपनी स्पेसएक्स ने अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के लिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक पहुंचाया है।
पहली बार निजी कंपनी के द्वारा तैयार विमान में बैठकर अंतरिक्षयात्री कक्षा में पहुंचे
नासा ने स्पेस एक्स के साथ मिलकर 2 अंतरिक्ष यात्रियों रॉबर्ट बेकन और डगलस हर्ले को अंतरिक्ष यान से अन्तर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेज दिया है।
नासा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तीन भारतीय कंपनियों के अलावा 18 अन्य कंपनियों को भी यह लाइसेंस मिला है।
मौसम खराब होने के कारण स्पेसएक्स का पहला प्रक्षेपण खराब मौसम के कारण लॉन्च से 16 मिनट पहले इसे टाल दिया गया। अब इसकी लॉन्चिंग शनिवार के दिन की जाएगी।
कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया में अब इंसान के वजूद से जुड़ी हर खबर चौंकाने लगी है। ऐसी ही एक खबर हमारी पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (Magnetic Field) से जुड़ी है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक महाचक्रवात अम्फान की तीव्रता हरीकेन के श्रेणी-5 स्तर की है। नासा के सैटेलाइट जो कि भारतीय समुद्र के तट के पास से गुजरा था उसने इस तूफान की तस्वीरें भेजी जिससे इसकी तीव्रता का अंदाजा लग रहा है।
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर को अब नाम मिल गया है और इसका श्रेय भारतीय मूल की 17 वर्षीय लड़की वनीजा रूपाणी को मिला है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चेयरमैन के. सिवन ने कहा कि हमारे खुद के आर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त विक्रम लैंडर का पता लगा लिया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसरो नासा द्वारा किए गए दावों का खंडन नहीं करेगा।
आरसीबी ने कप्तान कोहली की तारीफ वाला एक ट्वीट जैसे ही नासा को किया लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल किया।
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