रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के प्रमुख ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि मॉस्को पर लगाए गए कई प्रतिबंध अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष केन्द्र (आईएसएस) पर “हमारे सहयोग को नष्ट” कर सकते हैं और वाशिंगटन से पूछा कि क्या वह भारत व चीन को “500 टन की संरचना उन पर गिरने की आशंका” के साथ खतरे में डालना चाहता है।
नासा की ‘जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन’ ने दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना अंतरिक्ष केंद्र से क्रिसमस की सुबह यूरोपीय रॉकेट 'एरियन' पर सवार होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी।
इन 10 लोगों में लड़ाकू एवं परीक्षण पायलटों के अलावा, एक चिकित्सा भौतिक विज्ञानी, ड्रिलिंग विशेषज्ञ, समुद्री रोबोटिस्ट, स्पेसएक्स फ्लाइट सर्जन और बायोइंजीनियर शामिल हैं जो एक चैंपियन साइकिल चालक भी रह चुके हैं।
नासा के अंतरिक्ष यात्री शेन किमबरॉ और मेगन मैकआर्थर, जापान के अकिहितो होशिदे और फ्रांस के थॉमस पेस्कवेट को सोमवार सुबह वापस लौटना था लेकिन तेज हवाओं के कारण उनकी वापसी में देरी हुई।
भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी नासा जल्द ही उद्योगों को लगभग 60,000 रुपये की लागत से विकसित श्वास नामक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर बनाने की तकनीक हस्तांतरित करेगी।
नासा के प्रायोगिक मंगल हेलीकॉप्टर ने 19 अप्रैल को धूलभरी लाल सतह से पहली उड़ान भरी थी और किसी अन्य ग्रह पर पहली नियंत्रित उड़ान की उपलब्धि हासिल की। इस घटनाक्रम की तुलना राइट ब्रदर्स के प्रयोग से की जा रही है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने 21 मार्च (रविवार) को धरती के पास से एक बड़े उल्कापिंड के गुजरने की जानकारी दी है।
हाल में मंगल की सतह पर उतरे नासा के रोवर ने इस सप्ताह लाल ग्रह पर अपने पहले प्रायोगिक मुहिम में 21 फुट की दूरी तय की। मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना तलाशने की मुहिम के तहत पर्सेवियरेंस रोवर ग्रह की सतह पर उतरने के दो सप्ताह बाद अपने स्थान से कुछ दूर चला।
18 फरवरी को मंगल ग्रह पर लैंड करने वाले Perseverance Rover ने रच दिया इतिहास
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) ने अपने पर्सिवियरेंस रोवर को सफलतापूर्वक जेजेरो क्रेटर पर लैंड कराया है। यह मंगल ग्रह का एक बेहद दुर्गम इलाका है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। NASA का पर्सविरन्स रोवर धरती से टेकऑफ करने के 7 महीने बाद कल आधी रात को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हो गया। भारतीय समय के अनुसार रात 2 बजकर 25 मिनट पर इस मार्स रोवर ने लाल ग्रह की सतह पर सफलतापूर्वक लैंड किया। रोवर की मंगल की सहत पर उतरते ही नासा की कैलिफोर्निया स्थित लेबोरेटरी में प्रोजेक्ट पर काम रहे लोग खुशी से उछल पड़े।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है। NASA का पर्सविरन्स रोवर धरती से टेकऑफ करने के 7 महीने बाद कल आधी रात को सफलतापूर्वक मंगल ग्रह पर लैंड हो गया।
भारतीय मूल की अमेरिकी महिला भाव्या लाल को अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपना चीफ कार्यकारी नियुक्त किया है।
भारतीय मूल की भव्या लाल को NASA में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। भव्या को नासा ने कार्यकारी प्रमुख बनाया है।
अमेरिका ने चंद्रमा के लिए जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों का अंतिम चयन कर लिया है। इनमें भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक राजा चारी भी हैं। 2024 में जाने वाले 18 सदस्यीय दल में महिलाएं भी शामिल हैं।
रविवार की रात आकाश में एक अनोखी खगोलीय घटना घटने वाली है। आज रात करीब 1 बजे एक विशालकाय एस्ट्रॉयड धरती के बेहद करीब से होकर गुजरेगा।
NASA and SpaceX launch first operational commercial crew mission with four astronauts, पहली बार अमेरिका की सरकारी स्पेस एजेंसी नासा के 4 एस्ट्रॉनॉट्स किसी निजी कंपनी के अंतरिक्ष यान में सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुए हैं।
नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA)ने सोमवार को इस बात की पुष्टि की चंद्रमा की सतह पर पानी मौजूद है। इस बात की पुष्टि के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स के रिएक्शंस की बौछार हो गई।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने क्षुद्रग्रह बेन्नु पर अंतरिक्ष यान उतार कर बड़ी सफलता हासिल की। लेकिन अब नासा की एक गलती उसी पर भारी पड़ रही है।
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) सोमवार को अपनी 'रोमांचक नई खोज' के बारे में घोषणा करने जा रहा है।
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