केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र के दिग्गज भाजपा नेता नारायण राणे ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा है कि मार्च तक महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन जाएगी
महाराष्ट्र के तटवर्ती जिले सिंधुदुर्ग में बने चिपि हवाई अड्डे का शनिवार को उद्घाटन किया गया और इस कार्यक्रम में एक दूसरे के धुर विरोधी राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे एक साथ मंच साझा करते नजर आए, लेकिन इस मौके पर भी दोनों ने एक दूसरे पर निशाना साधा।
याचिका में कहा गया है कि रिपब्लिक ऑफ मेसेडोनिया की नागरिक स्वप्ना रॉय कानून का पालन करने वाली महिला हैं।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि लोगों ने विपक्षी दलों के ‘नकारात्मक राजनीतिक दुष्प्रचार’ को नकार दिया है और वे विकास और वृद्धि की राजनीति के साथ मजबूती से खड़े हैं।
राउत ने राणे के इस बयान पर पलटवार किया कि वह ‘‘पुराने मामलों को खोद-खोदकर बाहर निकालेंगे।’’ राउत ने कहा कि शिवसेना के पास राणे की ‘‘कुंडली’’ है और वह ‘‘संदूक’’ खोल सकती है।
नारायण राणे ने कहा, "मैंने उनके साथ 39 साल तक काम किया है, मैं काफी चीजें जानता हूं। मुझे पता है कि किसने अपने भाई की पत्नी पर तेजाब फेंकने के लिए कहा। यह किस तरह का संस्कार है?" शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे पर परोक्ष हमला करते हुए राणे ने कहा, "एक केंद्रीय मंत्री को गिरफ्तार करके किसी को क्या मिला? मैं एक के बाद एक कर मामले सामने लाऊंगा।"
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे आज महाराष्ट्र में एक बार फिर अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ शुरू करेंगे। राणे ने 19 अगस्त को मुंबई से यात्रा शुरू की थी।
संजय राउत ने कहा कि अगर भारतीय जनता पार्टी को लगता है कि महान शासक का अपमान करना ठीक है तो क्या यह ठीक है?
बता दें कि 16 जुलाई 2020 को नेपाली राष्ट्रपति द्वारा दिए गए अयोध्या और श्रीराम पर बयान के विरोध में अरुण पाठक और कई अन्य लोगों ने मिलकर जल संस्थान वाराणसी में रहने वाले एक नेपाली युवक का गंगा तट पर मुंडन कर उससे जय श्रीराम के नारे लगाए थे।
साल 2018 का यह वीडियो शिवसेना की दशहरा रैली का है। साल 2018 में CM योगी आदित्यनाथ ने खड़ाऊं पहनकर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का माल्यार्पण किया था। इसके बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उन्हें निशाने पर ले लिया था। उन्होंने योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक बयान दिया था।
''ठाकरे ने कहा था कि एक योगी कैसे मुख्यमंत्री बन सकता है? उसे एक गुफा में जाकर बैठना चाहिए। उसे उसकी चप्पल से मारना चाहिए। योगी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर कथित आपत्तिजनक बयान देने के बाद मंगलवार को गिरफ्तार हुए और फिर देर रात जमानत पर छूटे केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने बुधवार को उद्धव ठाकरे पर पलटवार किया। नारायण राणे ने कहा, "क्या शिवसेना के नेताओं ने ऐसे शब्दों का प्रयोग कभी नहीं किया? मैने कहा था कि जिसे देश के प्रति अभिमान है, उन्हें मालूम होना चाहिए था (आजादी को कितने साल हो गए)। उन्हें मालूम नहीं था, इसलिए मुझे गुस्सा आया।"
राणे के वकील सतीश मानशिन्दे ने कथित बयान के संबंध में उत्पन्न हो सकने वाले सभी मामलों में संरक्षण प्रदान करने का आग्रह किया। देसाई ने हालांकि कहा कि याचिका में केवल नासिक में दर्ज प्राथमिकी का उल्लेख है, इसलिए पूर्ण संरक्षण की बात नहीं की जा सकती।
नारायण राणे ने कहा, "क्या शिवसेना के नेताओं ने ऐसे शब्दों का प्रयोग कभी नहीं किया? मैने कहा था कि जिसे देश के प्रति अभिमान है, उन्हें मालूम होना चाहिए था (आजादी को कितने साल हो गए)। उन्हें मालूम नहीं था, इसलिए मुझे गुस्सा आया।"
नारायण राणे और उद्धव ठाकरे के परिवारों के बीच इस तरह की कड़वाहट कोई नई नहीं है।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल में हाल ही में शामिल किए गए भाजपा नेता राणे ने 19 अगस्त को मुंबई से यात्रा शुरू की थी।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में राणे पर निशाना साधते हुए मंत्री की तुलना ‘कई छेद वाले गुब्बारे’ से की।
माना जा रहा है कि राजनीति फिल्म का सीन शेयर करके महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को जवाब दे रहे हैं। नीतेश राणे पहले भी कई बार उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे पर अपने ट्वीट संदेश के जरिए निशाना साध चुके हैं।
अब नासिक पुलिस ने राणे को उनके खिलाफ प्राथमिकी के सिलसिले में नोटिस भेजकर दो सितंबर को थाने में पेश होने को कहा है।
कि नारायण राणे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है और उसी के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने उन्हें पहले हिरासत में लिया और फिर गिरफ्तार कर लिया। नारायण राणे महाराष्ट्र में जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं और इसी यात्रा के दौरान उन्होंने उद्धव ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी की थी। अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए नारायण राणे ने मुंबई उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी।
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