देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि ने एक बार फिर से इंफोसिस में चेयरमैन के रूप में वापसी की है।
पई ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदन नीलेकणि को इंफोसिस में वापस लाने का फैसला सह-संस्थापक मिलकर करेंगे।
सिक्का के जाने के बाद इंफोसिस का मार्केट कैप 2.36 लाख करोड़ से घटकर 1.99 लाख करोड़ आ गया था लेकिन नीलेकणि के आने की खबर से वापस 2.10 लाख करोड़ हो गया
इससे पहले निवेश सलाहकार कंपनी आईआईएएस ने कहा था कि नीलेकणि को इंफोसिस के गैर कार्यकारी चेयरमैन के रूप में वापस लाया जाना चाहिए।
इन्फोसिस के मोहनदास पई ने कंपनी में संकट के लिए सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति पर आरोप लगाने को लेकर कार्यकारी उपाध्यक्ष विशाल सिक्का की आज कड़ी आलोचना की।
इन्फोसिस के फाउंडर्स अपनी पूरी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रहे है। माना जा रहा है कि फाउंडर्स ब्लॉक डील के जरिए हिस्सा बेच सकते हैं।
रेलयात्री डॉट इन ने अपने मौजूदा निवेशकों इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणी, हेलियन वेंचर्स, ओमिद्यार पार्टनर्स और ब्लूमे वेंचर्स से नई फंडिंग जुटाई है।
इंफोसिस के सह-संस्थापक नंदन नीलेकणि का मानना है कि बाजार में मौजूद व्यापक अवसरों की वजह से देश में ई-कॉमर्स कंपनियां सफलता का स्वाद जरूर चखेंगी।
दक्षिण मुंबई में वर्ली फिल्मी और क्रिकेट सितारों जैसे सुपर रिच लोगों का नया ठिकाना बन गया है। यहां कोहली, अक्षय और नारायण मूर्ति ने संपत्ति खरीदी है।
इंफोसिस के को-फाउंडर और यूआईडीएआई के पूर्व चेयरमैन नंदन नीलेकणी ने रेलयात्रियों को यात्रा समाधान उपलब्ध कराने वाली पूर्ण भारतीय स्टार्टअप RailYatri.in में निवेश किया है।
ह्यूस्टन: इन्फोसिस के तीन सह-संस्थापकों और दुबई के शिक्षा उद्यमी समेत सात भारतीयों को परोपकारियों की फोर्ब्स एशिया सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में 13 देशों के परोपकारियों के नाम हैं। फोर्ब्स
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