सरकार द्वारा शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि किसी गरीब की दुकान, मकान या झोपड़ी पर बुलडोजर नहीं चलेगा।
योगी सरकार के दोबारा सत्ता में आने के बाद कैराना में पुलिस प्रशासन दबंग भू माफियाओं की अवैध संपत्तियों व अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा रहा है।
पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार 10 मुस्लिम प्रत्याशी ज्यादा जीते और जीतने वाले मुस्लिम प्रत्याशियों की कुल संख्या 34 है।
कैराना से बीजेपी ने जहां एक बार फिर दिवंगत हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को उम्मीदवार बनाया है, वहीं सपा से भी नाहिद हसन ही मैदान में हैं।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, 14 जनवरी को नामांकन दाखिल करने वाले सपा के नाहिद हसन की उम्मीदवारी को भी मंजूरी मिल गई है।
शामली जिले में स्थित कैराना की विशेष अदालत ने 15 जनवरी को विधायक को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।
कैराना थाने के प्रभारी अनिल कापरवन ने बताया कि हसन समेत 40 लोगों के खिलाफ पिछले साल मामला दर्ज किया गया था।
तबस्सुम हसन ने कहा, "यह एफआईआर उनके खिलाफ रची गई एक साजिश है। आम आदमी के लिए चिंता जताने और सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को निशाना बनाया जा रहा है। इससे लड़ने के लिए हम कानून की मदद लेंगे।"
2 नवंबर को सपा विधायक नाहिद हसन ने जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया था। उनका आरोप है कि पुलिस निर्दोष लोगों को परेशान कर उन्हें जेल भेजने में लगी है। नाहिद आंदोलन को सफल बनाने के लिए पूरे जोर से लगे हैं।
शामली जिले की एक अदालत ने धोखाधड़ी के एक मामले में फरार चल रहे समाजवादी पार्टी के विधायक नाहिद हसन की सम्पत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है।
हसन कथित रूप से वैध कागजात के बिना एक एसयूवी चला रहे थे और सरकारी कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार किया।
उत्तर प्रदेश के कैराना (शामली) से समाजवादी पार्टी के विधायक का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। जिसके बाद उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई।
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान ने अपनी पार्टी के विधायक के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें विधायक ने भारतीय जनता पार्टी से जुड़े दुकानदारों का बहिष्कार करने की अपील की थी
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